Rapido बना साल का तीसरा यूनिकॉर्न, नौ साल पहले हुई थी शुरुआत

Rapido Becomes Unicorn: राइड-हेलिंग स्टार्टअप रैपिडो देश का सबसे नया यूनिकॉर्न स्टार्टअप बन गया है। रैपिडो साल 2024 का तीसरा यूनिकॉर्न है, जो 1 बिलियन के पोस्ट-मनी वैल्यूएशन के एलीट क्लब में शामिल हुआ है। इससे पहले ओला का एआई स्टार्टअप कृत्रिम (Krutrim) एआई 2024 का पहला और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाला पहला यूनिकॉर्न बना है। वहीं परफियोस (Perfios) साल की दूसरा यूनिकॉर्न स्टार्टअप है।

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किफायती दाम पर राइड उपलब्ध कराता है रैपिडो​

​हैदराबाद स्थित राइड-हेलिंग प्लेटफॉर्म रैपिडो किफायती दाम पर राइड उपलब्ध कराता है। रैपिडो की स्थापना 9 साल पहले 2015 में हुई थी।​

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साल का तीसरा यूनिकॉर्न स्टार्टअप

​बता दें कि साल 2023 में केवल दो ही कंपनियां- जेप्टो और इनक्रेड वेल्थ यूनिकॉर्न कंपनी बनी थी। लेकिन इस साल तीन कंपनियों ने यूनिकॉर्न क्लब में जगह बनाई है। यह कंपनियां कृत्रिम, परफियोस और रैपिडो हैं।​

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वेस्टब्रिज कैपिटल से जुटाई फंडिंग​

​राइड-हेलिंग प्लेटफॉर्म ने मौजूदा निवेशक वेस्टब्रिज कैपिटल (WestBridge Capital) से 120 मिलियन डॉलर (1,000 करोड़ रुपये) जुटाए हैं। ईटी की रिपोर्ट के अनुसार, नेक्सस वेंचर पार्टनर्स और इंटीग्रेटेड कैपिटल इसके अन्य निवेशकों में से हैं। रैपिडो तेजी से ग्रो कर रहा है। रैपिडो का मुकाबला ओला, उबर और नम्मा यात्री जैसी कंपनियों से है।​

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2015 में हुई थी शुरुआत​

​हैदराबाद स्थित स्टार्टअप रैपिडो की स्थापना 2015 में अरविंद सांका, पवन गुंटुपल्ली और ऋषिकेश एसआर ने की थी। ऑटो और बाइक टैक्सी एग्रीगेटर के रूप में शुरू हुई रैपिडो ने कैब के क्षेत्र में भी कदम रखा है।​

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क्या होता है यूनिकॉर्न?

​यूनिकॉर्न का मतलब है एक निजी स्वामित्व वाला स्टार्टअप जिसकी कीमत 1 बिलियन डॉलर से ज्यादा हो। यानी 1 बिलियन डॉलर (करीब 8373 करोड़ रुपये) वैल्यू वाले स्टार्टअप को यूनिकॉर्न कहा जाता है। ​