24 मकान और 4 दुकान, सिर्फ इतना ही है ये हिल स्टेशन, मसूरी से सिर्फ 7 किलोमीटर दूर

Things To Do In Landour: प्राकृतिक सौंदर्य और शांति की तलाश में अगर आप कम भीड़भाड़ वाले किसी हिल स्टेशन की तलाश में हैं तो अब आपकी ये तलाश पूरी होने वाली है। आधुनिकीकरण और पर्यटन से अछूती ये जगह इतनी खूबसूरत है जिसके आप कायल हो जाएंगे।

गर्मियों की छुट्टियों से मिलेगी राहत
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गर्मियों की छुट्टियों से मिलेगी राहत

गर्मियों की छुट्टियों के दौरान पर्यटक गर्मी से बचने के लिए उत्तर भारत के हिल स्टेशनों की यात्रा करना पसंद करते हैं। उत्तर भारत में एक ऐसा हिल स्टेशन छिपा है, जो ब्रिटिश राज द्वारा बनाया गया था। यहां जाकर आप इसकी खूबसूरती के कायल हो जाएंगे।

लैंडोर
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लैंडोर

हम बात कर रहे हैं लैंडोर की जो मसूरी के पास स्थित एक छोटा सा पहाड़ी क्षेत्र है। शोरगुल वाली सड़कें और दुकानों की भीड़ से अलग ये हिल स्टेशन प्राकृतिक सुंदरता, ठंडी जलवायु और शांत वातावरण के लिए फेमस है।

मसूरी का हिस्सा
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मसूरी का हिस्सा

मसूरी से 7 किलोमीटर उत्तर में स्थित लैंडोर को मसूरी का एक हिस्सा माना जाता है। इसे पहाड़ों की रानी का 'तिआरा' माना जाता है। मसूरी जैसे व्यस्त शहर के इतने करीब स्थित होने के बावजूद, लैंडोर शांत, अनदेखे और अछूते आकर्षणों से भरा हुआ है।

कैसे पहुंचें लैंडोर
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कैसे पहुंचें लैंडोर

लैंडोर पहुंचने के लिए आपको सबसे पहले मसूरी पहुंचना होगा। लैंडोर का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा जॉली ग्रांट हवाई अड्डा, देहरादून है। भारत के सभी प्रमुख शहरों से देहरादून के लिए आपको सीधी फ्लाइट मिल जाएगी। मसूरी जॉली ग्रांट हवाई अड्डे से 60 किलोमीटर दूर है, और लंढौर मसूरी से 7 किलोमीटर दूर है।

इतना अलग क्यों हैं लैंडोर
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इतना अलग क्यों हैं लैंडोर

आपको आश्चर्य हो सकता है कि मसूरी के इतने करीब होने के बावजूद लैंडोर इतना अलग क्यों है। लंढौर हमेशा से ही छावनी क्षेत्र का हिस्सा रहा है। नतीजतन, पिछले 100 वर्षों से लैंडोर में कोई लकड़ी की कटाई या वनों की कटाई नहीं हुई है। अधिनियम के अनुसार लैंडोर में किसी भी प्रकार का नया निर्माण 'गैरकानूनी' है। इन नियमों के कारण आधुनिकीकरण और पर्यटन ने लंढौर को छुआ नहीं है।

चौबीस मकान और चार दुकान
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चौबीस मकान और चार दुकान

लैंडोर ने दशकों तक अपनी सुंदरता और वन क्षेत्र को बरकरार रखा है। आजादी के समय लैंडोर में 24 घर थे और आज भी उतने ही हैं। किसी ने बहुत सटीक कहा है - 'चौबीस मकान और चार दुकानें - इतना ही है लैंडोर'

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