अजब: सावन में पांच दिनों तक बिना कपड़ों की रहती हैं इस गांव की महिलाएं, क्यों है ऐसी अनोखी परम्परा

Ajab Gajab Sawan Tradition: 22 जुलाई 2024 यानि सोमवार से इस साल का सावन शुरू हो चुका है। इसके साथ ही देशभर में अलग-अलग धार्मिक मान्यताएं अपनाई जाने लगी हैं। कई मान्यताएं ऐसी होती हैं, जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंंगे। आज हम आपको सावन में निभाई जाने वाली एक ऐसी अजीबोगरीब परंपरा के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसके बारे में जानकर आपके होश उड़ जाएंगे। आपको यकीन नहीं होगा की 21वीं सदी में भी लोग ऐसी परंपराओं का निर्वहन करते हैं।

हिमाचल प्रदेश में निभाई जाती है अनोखी परंपरा
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हिमाचल प्रदेश में निभाई जाती है अनोखी परंपरा

हिमाचल प्रदेश के एक गांव में बहुत ही अनोखी परंपरा निभाई जाती है। जिसके बारे में जानकर आपके होश उड़ जाएंगे। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस परंपरा के तहत सावन में औरतें 5 दिन बिना कपड़ों के रहती हैं।​

मणिकर्ण घाट के पीणी गांव में निभाई जाती है परंपरा
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मणिकर्ण घाट के पीणी गांव में निभाई जाती है परंपरा

यह अजीबोगरीब परंपरा मणिकर्ण घाट के पीणी गांव में निभाई जाती है। दरअसल, गांव के लोग मानते हैं कि परंपरा निभाए जाने वाले 5 दिनों में यदि किसी महिला ने कपड़े पहन लिए तो उसके घर में कुछ बड़ा अशुभ हो जाएगा।​

क्यों निभाई जाती है यह अनोखी परंपरा
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क्यों निभाई जाती है यह अनोखी परंपरा

दरअसल, इस अनोखी परंपरा के पीछे एक अनोखी कहानी है। इस गांव के लोगों का कहना है कि सदियों पहले गांव में एक राक्षस रहता था और वह सुंदर कपड़े पहनने वाली महिलाओं को उठा ले जाता था।

लाहुआ नाम के देवता ने किया था राक्षस का अंत
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लाहुआ नाम के देवता ने किया था राक्षस का अंत

इसके बाद राक्षस का अंत लाहुआ नाम के देवता ने किया था। गांव के लोगों का मानना है कि अभी भी गांव में लाहुआ देवता आते हैं। इस कारण अभी भी गांव में यह परंपरा निभाई जाती है।

5 दिनों तक समाज से पूरी तरह अलग हो जाती हैं महिलाएं
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5 दिनों तक समाज से पूरी तरह अलग हो जाती हैं महिलाएं

इन 5 दिनों के दौरान महिलाएं खुद को समाज से अलग कर लेती हैं। इस दौरान किसी तरह का कोई जश्न नहीं होता। यहां तक कि लोग इन 5 दिनों के लिए हंसना भी बंद कर देते हैं। हालांकि, अब महिलाएं बेहद पतला कपड़ा पहनने लगी हैं।​

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