Ajab Gajab: कश्मीर को क्यों कहकर बुलाया जाता है घाटी, शायद ही आपको पता होगी वजह

Why Kashmir Called Valley: 'गर फिरदौस बर रुए जमीं अस्त, हमीं अस्तो, हमीं अस्तो, हमीं अस्त' महान कवि अमीर खुसरो की ये पक्तियां बताने के लिए काफी है कि 'अगर धरती पर कहीं स्वर्ग है, तो यहीं है, यहीं है, यहीं है। ऐसे ही कश्मीर को पृथ्वी का स्वर्ग नहीं कहा जाता है.. कश्मीर जैसी प्राकृतिक सुंदरता, सुहावना मौसम और सांस्कृतिक विरासत दुनिया के किसी कोने में नहीं है। कश्मीर जाना तो छोड़िए आप इसकी तस्वीरें देखकर ही मंत्रमुग्ध हो जाएंगे।

क्यों कहा जाता है घाटी
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क्यों कहा जाता है घाटी

क्या आपने कभी सोचा है कि कश्मीर को घाटी क्यों कहा जाता है? बहुत सारे लोगों को इस सवाल को लेकर कंफ्यूजन रहती होगी। तो चलिए सबसे पहले आपको बताते हैं कि कश्मीर को घाटी कहने के पीछे की वजह क्या है और इसे धरती का स्वर्ग क्यों माना गया है।

कितना है कश्मीर का इलाका
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कितना है कश्मीर का इलाका

दक्षिण पश्चिम में पीर पंजाल रेंज से लेकर उत्तर-पूर्व में हिमालय पर्वत श्रृंखला तक लगभग 135 किमी लंबा और 32 किमी चौड़ा एक इलाका है। इस इलाके में झेलम नदी नदी बहती है। जिसे धरती का स्वर्ग यानि कश्मीर कहा जाता है।

चारों तरफ पहाड़ियों से घिरा
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चारों तरफ पहाड़ियों से घिरा

कश्मीर चारों तरफ से पहाड़ों से घिरा है। यह एक स्थल-रुद्ध क्षेत्र है। इसका मतलब यह हुआ कि इसके चारों तरफ पहाड़ियां हैं और बीच में यह एक समतल क्षेत्र है।

पहाड़ियों के बीच बसे समतल क्षेत्र को कहते हैं घाटी
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पहाड़ियों के बीच बसे समतल क्षेत्र को कहते हैं घाटी

बता दें कि चारों तरफ पहाड़ियों के बीच बसे समतल क्षेत्र को ही घाटी कहा जाता है। यह एक अंतर-पर्वतीय घाटी है, जो कराकोरम और पीर पंजाल रेंज के बीच स्थित है।

विशाल झील के सूखने से बनी घाटी
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विशाल झील के सूखने से बनी घाटी

बताया जाता है कि टेक्टॉनिक शिफ्ट के दौरान कश्मीर घाटी विशाल करेवा झील के सूखने से बनी है। चूंकि यह हिस्सा चौड़ा है इस कारण इसे घाटी कहते हैं अगर यही हिस्सा पतला होता तो इसे दर्रा कहा जाता।

कहा जाता था ऋषियों का बगीचा
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कहा जाता था ऋषियों का बगीचा

कभी कश्मीर को ऋषियों का बगीचा भी कहा जाता था। इतिहासकारों के अनुसार, कश्मीर में मौर्य, कुषाण, हूण, करकोटा, लोहरा, मुगल, अफगान, सिख और डोगरा राजाओं का शासन रहा है।

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