हमारे बीच कई लोग ऐसे हैं जो ज्योतिष में विश्वास रखते हैं। ये कभी भी अपने ज्योतिष के परामर्श के बगैर कोई महत्वपूर्ण काम नहीं करते हैं। लेकिन वास्तव में ज्योतिष है क्या? ज्योतिष शब्द की बात करें तो यह लैटिन शब्द एस्ट्रोलोजिया से आया है, जो कि एक ग्रीक शब्द एस्ट्रॉन से बना है। यहां एस्ट्रोन का मतलब तारा होता है। शब्द एस्ट्रोलोजिया को ही आगे चलकर ज्योतिष कहा जाने लगा। ज्योतिष के अनुसार, स्टार, प्लैनेट और उनके स्पेसिफिक अलाइनमेंट के पास ऐसी शक्तियां हैं जो व्यक्तियों के जीवन, उनकी मनोदशा, उनके व्यक्तित्व आदि को प्रभावित करती हैं। ज्योतिष का ज्ञान रखने वाले ज्योतिषी तारों के स्थान और नक्षत्रों की चाल का अध्ययन करते हैं और इसी आधार पर होरोस्कोप यानी जन्मकुंडली तैयार करते हैं। दरअसल राशियां व्यक्ति की जन्मतिथि पर आधारित होती हैं और जन्मकुंडली के आधार पर ज्योतिषी व्यक्ति के जीवन में होने वाली घटनाओं के बारे में भविष्यवाणी करते हैं। साथ ही उन्हें क्या कदम उठाने चाहिए क्या नहीं इसके बारे में भी बताते हैं। हर संस्कृति और परिवेश में रहने वाले तमाम लोग एस्ट्रोलॉजी और एस्ट्रोनॉमिकल घटनाओं को बेहद महत्व देते हैं। उनका मानना ​​है कि जीवन से संबंधित कई सवालों के जवाब इनके आधार पर मिल जाते हैं। ज्योतिषों को खगोलीय घटनाओं के आधार पर भविष्यवाणी करने और इसे समझाने का एक माध्यम माना जाता है। और इसे समझने के लिए कई सिस्टम भी तैयार किए गए हैं। इससे पता चलता है कि किसी व्यक्ति के जीवन में कुछ खास घटनाएं क्यों हो रही हैं और उसका व्यक्तित्व ऐसा क्यों है। जन्म के समय सूर्य, चंद्रमा और अन्य खगोलीय पिंडों की स्थिति को देख कर ज्योतिषी भविष्यवाणी करते हैं। अब बात राशियों की करें तो इनकी संख्या 12 हैं। जो इस प्रकार हैं- मेष, मकर, कुंभ, मीन, वृष, मिथुन, कर्क, कन्या, सिंह, तुला, वृश्चिक, धनु। अब आप यहां अपनी राशि के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही अपनी राशि के लिए की गई ज्योतिषीय भविष्यवाणी को पढ़कर अपने दैनिक जीवन के बारे में जानकारी भी ले सकते हैं।