10th Muharram Significance: 10 मुहर्रम क्यों मनाया जाता है, जानिए इसका इतिहास
Importance Of 10th Muharram In Islam: मुहर्रम इस्लामिक कैलेंडर का पहला महीना होता है जिसकी शुरुआत 8 जुलाई से हो रही है। रमजान की तरह ही ये महीना भी बेहद पाक माना जाता है। विशेष तौर पर मोहर्रम महीने की 10वीं तारीख बेहद खास होती है जिसे आशूरा कहा जाता है। चलिए जानते हैं 10 मुहर्रम का इतिहास।
Importance Of 10th Muharram In Islam
Importance Of 10th Muharram In Islam: मुहर्रम का महीना इस्लाम धर्म के लोगों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इसी महीने पैगंबर मुहम्मद के पोते इमाम हुसैन और उनके अनुयायियों की शहादत हुई थी। उनकी शहादत की याद में मुहर्रम के दसवें दिन को मुस्लिम लोग मातम के तौर पर मनाते हैं, जिसे आशूरा के नाम से भी जाना जाता है। इस्लामिक मान्यताओं अनुसार हजरत इमाम हुसैन अपने 72 साथियों के साथ मोहर्रम के 10वें दिन कर्बला की लड़ाई में शहीद हो गए थे। चलिए जानते हैं 2024 में मोहर्रम का दसवां दिन कब पड़ेगा और इस दिन क्या करते हैं।
मुहर्रम की 10वीं तारीख कब है (10 Muharram 2024 Date)
मुहर्रम की 10वीं तारीख 17 जुलाई को पड़ रही है। इस्लाम धर्म के लोगों के लिए ये दिन बेहद खास होता है जिसे अशूरा भी कहते हैं। इस दिन कई सुन्नी मुसलमान उपवास रखते हैं और विशेष नवाज अदा करते हैं। तो वहीं शिया मुसलमान इस दिन इमाम हुसैन और उनके अनुयायियों की शहादत की याद में मातम मनाते हैं।
10 मुहर्रम क्यों मनाई जाती है (Why Do We Celebrate Muharram)
मुहर्रम का दसवां दिन अशूरा के नाम से जाना जाता है। सुन्नी और शिया मुलसमान इस दिन को अपने-अपने तरीके से मनाते हैं। सुन्नी परंपरा के अनुसार आशूरा पर्व उस दिन की याद दिलाता है जब अल्लाह ने पैगम्बर मूसा के नेतृत्व में इस्राएलियों को मिस्र के फिरौन के अत्याचार से मुक्ति दिलाई थी। इसलिए इस दिन सुन्नी मुसलमान उपवास रखते हैं और विशेष नमाज पढ़ते हैं।
तो वहीं शिया मुसलमान आशूरा के दिन इमाम हुसैन और उनके परिवार की शहादत की याद में मातम मनाते हैं। इस दिन शिया मुसलमान शोक के जुलूस निकालते है और कर्बला की लड़ाई का पुन: अभिनय करते हैं। कुछ स्थानों पर शिया समुदाय इस दिन ताज़िया निकालते हैं।
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धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले जम्मू-कश्मीर की रहने वाली हूं। पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट हूं। 10 सा...और देखें
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