4 July 2024 Panchang: आज मनाई जाएगी मासिक शिवरात्रि, जानिए शुभ मुहूर्त, राहुकाल, अभिजित मुहूर्त समेत पूरा पंचांग

4 July 2024 Panchang: 4 जुलाई को आषाढ़ शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। इस दिन मासिक शिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। यहां आप जानेंगे शिवरात्रि पूजा का शुभ मुहूर्त, राहुकाल समय, अभिजीत मुहूर्त समेत पूरा पंचांग।

4 july 2024 panchang

4 July 2024 Panchang

4 July 2024 Panchang In Hindi: हिंदू धर्म में मासिक शिवरात्रि पर्व का विशेष महत्व माना जाता है। मान्यातओं अनुसार जो कोई इस दिन शिव जी की सच्चे मन से अराधना करता है उसके जीवन में सदैव सुख-समृद्धि बनी रहती है। 4 जुलाई को मासिक शिवरात्रि पूजा का सबसे शुभ मुहूर्त रात 12:06 से 12:46 बजे तक रहेगा। तो वहीं अभिजित मुहूर्त 11:54 AM से 12:44 PM तक रहेगा। अब जानिए 4 जुलाई का पूरा पंचांग।

Masik Shivratri Puja Vidhi

4 July 2024 Panchang In Hindi

संवत- पिंगला, विक्रम संवत 2081

माह-आषाढ़ ,कृष्ण पक्ष

तिथि-- त्रयोदशी 05:55am तक फिर चतुर्दशी

व्रत- त्रयोदशी व्रत

दिवस-गुरुवार

सूर्योदय-05:22am

सूर्यास्त-07:25pm

नक्षत्र-मृगशिरा

चन्द्र राशि- वृष 04pm तक तत्पश्चात मिथुन

सूर्य राशि- मिथुन

करण-वणिज 05:55am तक फिर विष्टि

योग- गण्ड 07 am तक फिर वृद्धि

4 July 2024 Shubh Muhurat

अभिजीत-11:54am से 12:44 pm

विजय मुहूर्त-02:24pm से 03:27 pm तक

गोधुली मुहूर्त--06:34 pm से 07:07 pm तक

ब्रम्ह मुहूर्त-4:12am से 05:09am तक

अमृत काल-06:07am से 07:57am तक

निशीथ काल मुहूर्त-रात्रि 11:53 से 12:43 तक रात

संध्या पूजन-06:50 pm से 07:41pm तक

दिशा शूल - साउथ दिशा।इस दिशा में यात्रा से बचें।दिशाशूल के दिन उस दिशा की यात्रा करने से बचते हैं,यदि आवश्यक है तो एक दिन पहले प्रस्थान निकालकर फिर उसको लेकर यात्रा करें।

अशुभ मुहूर्त--राहुकाल -दोपहर 01:30बजे से 03 बजे तक

क्या करें- त्रयोदशी का पावन व्रत रहें। मन्दिर में भगवान शिव जी की पूजा करें। उनको मधु, दही, गंगा जल व बेलपत्र अर्पित करें व उनकी उपासना करें। भगवान शिव कल्याणकारी हैं। त्र्योदशी व्रत बहुत ही फलदायी है। धन व यश प्राप्ति के लिए बहुत उत्तम है। अन्न दान का आज बहुत महत्व है। उपवास निराजल , फलाहार या जैसा आपका स्वास्थ्य हो, वैसा ही होगा। मन्दिर में प्रसाद अर्पित करें। भगवान शिव के नाम का निरन्तर मानसिक जप करते रहें। धार्मिक सतसंग करें। किसी भी शिव मंदिर परिसर में पाकड़ ,आम , बेल व पीपल का पेड़ लगाएं। गर्मी में जल व मिठाई दान का भी बहुत महत्व है। शिवपुराण का पाठ करें। मन्दिर में भंडारा भी करवा सकते हैं। गो माता को पालक व गुड़ खिलाएं। चिड़ियों को दाना पानी दें। अन्न का दान करें। महामृत्युंजय मंत्र का जप करें। स्वास्थ्य सुख में वृद्धि के लिए सप्तअन्न सहित पीले फलों का दान करें। सतसंग करें। प्रवचन सुनें। श्री राम कथा के श्रवण से कई जन्मों के पापों का शमन होता है। भगवान भोलेनाथ जी के मन्दिर में प्रदोष काल में अवश्य जाकर पूजा पाठ करें।

क्या न करें- असत्य मत बोलें।

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लवीना शर्मा author

धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले जम्मू-कश्मीर की रहने वाली हूं। पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट हूं। 10 साल से मीडिया में काम कर रही हूं। पत्रकारिता में करि...और देखें

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