04 फरवरी 2023 का पंचांग : आज बंगलामुखी मां की उपासना के लिए बेहतर दिन , जानें आज का शुभ-अशुभ मुहूर्त
Aaj Ka Panchang 04 february 2023 in Hindi Today : आज माघ माह शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी है।संकट निवारण हेतु शनिवार का पावन व्रत है। सूर्योदय में सूर्य को जल व लाल रोली,चावल व पुष्प से जल दें व शिवपूजा के लिए मंदिर में भगवान शिव को दुग्ध,गंगाजल व शहद से रुद्राभिषेक करें व उनको बेल पत्र अर्पित करें।
Aaj ka Panchang ,04 February 2023
Aaj Ka
आज माघ माह शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी है।संकट निवारण हेतु शनिवार का पावन व्रत है।पुनर्वसु नक्षत्र है। सूर्य मकर राशि में है। भगवान शिव जी की उपासना करें।दुर्गासप्तशती का पाठ करें।सिद्धिकुंजिकास्तोत्र व सप्तश्लोकीदुर्गा का 09 पाठ करें। आज हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए सुन्दरकाण्ड का पाठ करें । भगवान विष्णु जी की उपासना के साथ माता लक्ष्मी जी की पूजा भी करें। श्री सूक्त के पाठ करने का यह बहुत सुंदर अवसर है। मंदिर में माता दुर्गा जी का दर्शन करें। श्री रामचरितमानस का पाठ करें।गीता के पाठ का आज बहुत महत्व है। सूर्योदय में सूर्य को जल व लाल रोली,चावल व पुष्प से जल दें व शिवपूजा के लिए मंदिर में भगवान शिव को दुग्ध,गंगाजल व शहद से रुद्राभिषेक करें व उनको बेल पत्र अर्पित करें।आज कई तांत्रिक उपासना होती है। इस समय बंगलामुखी उपासना के लिए भी बेहतर तिथि है। आज माता काली जी की स्तुति करें।इस समय दान का बहुत महत्व व पुण्य है।आज पुण्य संचय करने का महान दिवस है। शनिवार की रात्रि में माता काली उपासना व व्रत का अनन्त पुण्य है।माघ माह का व्रत भगवान विष्णु को प्रसन्न करने का सबसे सुंदर अवसर है।
आज का पञ्चाङ्ग (Aaj Ka Panchang)
दिनांक | 04 फरवरी 2023 |
दिवस | शनिवार |
माह | माघ ,शुक्ल पक्ष, |
तिथि | चतुर्दशी |
सूर्योदय | 07:10 m |
सूर्यास्त | 06:02 pm |
नक्षत्र | पुनर्वसु |
सूर्य राशि | मकर |
चन्द्र राशि | कर्क |
करण | गर |
योग | प्रीति |
आज के शुभ -अशुभ मुहूर्त (Shubh-Ashubh Muhurta)
शुभमुहूर्त | समय | अशुभ मुहूर्त | समय |
अभिजीत मुहूर्त | 11:58 am से 12:40 pm तक | राहुकाल | प्रात: 09 बजे से 10:30 बजे तक |
विजय मुहूर्त | 02:31 pm से 03:36 pm तक | ||
गोधुली मुहूर्त | 06:41 pm से 07:06pm तक |
प्रातःकाल पञ्चाङ्ग का दर्शन ,अध्ययन व मनन आवश्यक है।शुभ व अशुभ समय का ज्ञान भी इसी से होता है। अभिजीत मुहूर्त का समय सबसे बेहतर होता है।इस शुभ समय में कोई भी कार्य प्रारंभ कर सकते हैं।विजय व गोधुली मुहूर्त भी बहुत ही सुंदर होता है।राहुकाल में कोई भी कार्य या यात्रा आरम्भ नहीं करना चाहिए।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
सुजीत जी महाराज ज्योतिष और वास्तु विज्ञान एक्सपर्ट हैं जिन्हें 20 वर्षों का ज्योतिष, तंत्र विज्ञान का अनुभव हासिल हैं। 25000 से ऊपर लेख देश के कई बड़...और देखें
20 January 2025 Panchang: आज राहुकाल कितने बजे से लगेगा, क्या रहेगा अभिजीत मुहूर्त और सूर्योदय-सूर्योस्त का टाइम
दो दिन बाद बदलेगी मंगल की चाल, इन 4 राशि वालों का हो सकता है बुरा हाल, रहें सतर्क
Mauni Amavasya 2025: मौनी अमावस्या पर शाही स्नान का शुभ मुहूर्त क्या रहेगा? जानिए क्या है इस तिथि का महत्व
Kumbh Mela 2025: कुंभ मेला कहां-कहां लगता है, क्यों प्रयागराज का कुंभ सबसे महत्वपूर्ण होता है?
Kumbh Mela 2025: जानिए पिछले सालों में कुंभ मेला कब-कब और कहां-कहां लगा था?
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited