Aaj Ka Panchang 2 July 2024: पंचांग से जानिए आज के शुभ मुहूर्त, राहुकाल, अभिजित मुहूर्त, प्रदोष काल और योगिनी एकादशी पारण समय

2 July 2024 Panchang: पंचांग अनुसार 2 जुलाई को आषाढ़ कृष्ण पक्ष की योगिनी एकादशी है। इसी के साथ आज त्रिपुष्कर योग और सर्वार्थ सिद्धि योग का शुभ संयोग भी रहेगा। ये एकादशी बेहद शुभ और फलदायी मानी जाती है। यहां आप जानेंगे योगिनी एकादशी का मुहूर्त समेत आज का पूरा पंचांग।

aaj ka panchang 2 july 2024

Aaj Ka Panchang 2 July 2024

Aaj Ka Panchang 2 July 2024: पंचांग अनुसार 2 जुलाई को एकादशी तिथि सुबह 8 बजकर 43 मिनट तक रहेगी इसके बाद द्वादशी लग जाएगी। सूर्योदय समय सुबह 5 बजकर 22 मिनट का है। आज चंद्र देव सुबह 11 बडकर 25 मिनट तक मेष राशि में रहेंगे इसके बाद वृषभ में प्रवेश कर जायेंगे। आज दो शुभ योग भी बन रहे हैं। जिसमें त्रिपुष्कर योग सुबह 08:42 से 3 जुलाई की सुबह 04:40 तक रहेगा। तो वहीं सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 05:27 से 3 जुलाई की सुबह 04:40 तक रहेगा। अब जानिए आज का पूरा पंचांग।

योगिनी एकादशी पूजा विधि

योगिनी एकादशी मुहूर्त 2024 (Yogini Ekadashi 2024 Time)

योगिनी एकादशी पूजा का मुहूर्त पूरे दिन रहेगा। तो वहीं योगिनी एकादशी व्रत का पारण समय 3 जुलाई की सुबह 05:28से 07:10 बजे तक है।

2 जुलाई 2024 पंचांग (Aaj Ka Panchang 2 July 2024)

संवत---पिङ्गला विक्रम संवत 2081

माह-आषाढ़ ,कृष्ण पक्ष

तिथि-- एकादशी 08:43am तक फिर द्वादशी

व्रत- एकादशी

दिवस-मंगलवार

सूर्योदय-05:22am

सूर्यास्त-07:25pm

नक्षत्र-कृतिका

चन्द्र राशि- मेष 11:25am तक फिर वृष

सूर्य राशि- मिथुन

करण-बालव 08:44am तक तत्पश्चात कौलव

योग- धृति 11:13am तक फिर शूल

आज के शुभ मुहूर्त (Aaj Ke Shubh Muhurat 2024)

अभिजीत-11:54am से 12:44 pm

विजय मुहूर्त-02:25pm से 03:26 pm तक

गोधुली मुहूर्त--06:37 pm से 07:06 pm तक

ब्रम्ह मुहूर्त-4:12am से 05:09am तक

अमृत काल-06:08am से 07:57am तक

निशीथ काल मुहूर्त-रात्रि 11:51 से 12:43 तक रात

संध्या पूजन-06:52 pm से 07:45pm तक

दिशा शूल -उत्तर दिशा। इस दिशा में यात्रा से बचें। दिशाशूल के दिन उस दिशा की यात्रा करने से बचते हैं, यदि आवश्यक है तो एक दिन पहले प्रस्थान निकालकर फिर उसको लेकर यात्रा करें।

अशुभ मुहूर्त--राहुकाल -दोपहर 03 बजे से सायंकाल 04:30 बजे तक

क्या करें- एकादशी का पावन व्रत रहें। मन्दिर में भगवान विष्णु जी की पूजा करें।उनको फल अर्पित करें व उनकी उपासना करें। वह कल्याणकारी हैं। एकादशी व्रत बहुत ही फलदायी है।धार्मिक पुस्तकों सहित फलो के दान का बहुत महत्व है। उपवास निराजल, फलाहार या जैसा आपका स्वास्थ्य हो, वैसा ही होगा। मन्दिर में प्रसाद अर्पित करें। भगवान कृष्ण के नाम का निरन्तर मानसिक जप करते रहें। धार्मिक सतसंग करें। किसी भी मंदिर परिसर में नीम ,आम , बेल व पीपल का पेड़ लगाएं। गर्मी में जल व मिठाई दान का भी बहुत महत्व है। श्री सूक्त का पाठ करें। मन्दिर में भंडारा भी करवा सकते हैं। गो माता को पालक व गुड़ खिलाएं। चिड़ियों को दाना पानी दें। अन्न का दान करें। उपासना मन से करें व ॐ नमो भगवते वासुदेवायः मंन्त्र का जप करें। स्वास्थ्य सुख में वृद्धि के लिए सप्तअन्न सहित पीले फलों का दान करें। घर के मन्दिर में लड्डू गोपाल जी को भोग लगाकर प्रसाद ग्रहण करें। सतसंग करें। प्रवचन सुनें। श्री राम कथा के श्रवण से कई जन्मों के पापों का शमन होता है। क्या न करें- -आज चावल कदापि मत ग्रहण करें।

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लवीना शर्मा author

धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले जम्मू-कश्मीर की रहने वाली हूं। पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट हूं। 10 साल से मीडिया में काम कर रही हूं। पत्रकारिता में करि...और देखें

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