Ram Mandir Latest Photo: अयोध्या राम मंदिर और रामलला की लेटेस्ट तस्वीरें
Ayodhya Ram Mandir Latest Photo, Ram Murti Full hd Photo: भगवान राम की इस मूर्ति को एक ही पत्थर पर बनाया गया है। यानाी इसमें किसी दूसरे पत्थर का इस्तेमाल नहीं किया गया है। देखें राम मूर्ति की लेटेस्ट तस्वीरें।
Ram Mandir Latest Photo: अयोध्या राम मंदिर और रामलला की लेटेस्ट तस्वीरें
Ram Mandir Latest Photo: अयोध्या राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो गई है। मंदिर के गर्भगृह में भगवान राम की जो मूर्ति स्थापित की गई है उसमें उनका पांच वर्ष का स्वरूप दिखाया गया है। रामलला की इस मूर्ति को अरुण योगिराज ने बनाया है। मूर्ति 51 इंच की है और इसका निर्माण काले पत्थर से किया गया है। रामलला की मूर्ति पर भगवान विष्णु के 10 अवतारों को भी दर्शाया गया है। इस मूर्ति की खासियत ये है कि ये मूर्ति कई वर्षों तक ऐसे ही रहेगी। इसका रंग हल्का नहीं पड़ेगा।
Ram Mandir Latest Photo: राम मंदिर फोटो
Ram Ji Latest Photo: राम जी की नई तस्वीर
राम जी की आरती इन हिंदी (Shree Ram Ji Ki Aarti In Hindi)
श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन, हरण भवभय दारुणं ।नव कंज लोचन कंज मुख कर, कंज पद कंजारुणं ॥१॥
कन्दर्प अगणित अमित छवि नव, नील नीरद सुन्दरं ।
पटपीत मानहुँ तडित रुचि शुचि, नोमि जनक सुतावरं ॥२॥
भजु दीनबन्धु दिनेश दानव, दैत्य वंश निकन्दनं ।
रघुनन्द आनन्द कन्द कोशल, चन्द दशरथ नन्दनं ॥३॥
शिर मुकुट कुंडल तिलक चारु, उदारु अङ्ग विभूषणं ।
आजानु भुज शर चाप धर, संग्राम जित खरदूषणं ॥४॥
इति वदति तुलसीदास शंकर, शेष मुनि मन रंजनं ।
मम् हृदय कंज निवास कुरु, कामादि खलदल गंजनं ॥५॥
मन जाहि राच्यो मिलहि सो वर, सहज सुन्दर सांवरो ।
करुणा निधान सुजान शील, स्नेह जानत रावरो ॥६॥
एहि भांति गौरी असीस सुन सिय सहित हिय हरषित अली।
तुलसी भवानिहि पूजी पुनि-पुनि मुदित मन मन्दिर चली ॥७॥
राम जी की आरती इन हिंदी (Shree Ram Ji Ki Aarti In Hindi)
श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन, हरण भवभय दारुणं ।नव कंज लोचन कंज मुख कर, कंज पद कंजारुणं ॥१॥
कन्दर्प अगणित अमित छवि नव, नील नीरद सुन्दरं ।
पटपीत मानहुँ तडित रुचि शुचि, नोमि जनक सुतावरं ॥२॥
भजु दीनबन्धु दिनेश दानव, दैत्य वंश निकन्दनं ।
रघुनन्द आनन्द कन्द कोशल, चन्द दशरथ नन्दनं ॥३॥
शिर मुकुट कुंडल तिलक चारु, उदारु अङ्ग विभूषणं ।
आजानु भुज शर चाप धर, संग्राम जित खरदूषणं ॥४॥
इति वदति तुलसीदास शंकर, शेष मुनि मन रंजनं ।
मम् हृदय कंज निवास कुरु, कामादि खलदल गंजनं ॥५॥
मन जाहि राच्यो मिलहि सो वर, सहज सुन्दर सांवरो ।
करुणा निधान सुजान शील, स्नेह जानत रावरो ॥६॥
एहि भांति गौरी असीस सुन सिय सहित हिय हरषित अली।
तुलसी भवानिहि पूजी पुनि-पुनि मुदित मन मन्दिर चली ॥७॥
at what time is pran pratishtha in ayodhya (इस मुहूर्त में होगी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा)
काशी के विद्वान पण्डितों द्वारा पौष शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि विक्रम सम्वत 2080 तद्नुसार 22 जनवरी 2024 को श्री रामलला के पावन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त दोपहर 12:29:08 से 12:30:32 के मध्य तय किया गया है। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि भी रहेगा। इसके अलावा इस दिन कुर्म द्वादशी भी रहेगी।Ayodhya Ram Mandir Inauguration Live (राम मंदिर उद्घाटन लाइव कैसे देखें)
अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को आप अपने फोन, टीवी, लैपटॉप आदि में लाइव देख सकते हैं। बता दें कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह का लाइव टेलिकास्ट DD News चैनल पर किया जा रहा है। दूरदर्शन ही अपनी फीड को अन्य चैनलों के साथ शेयर कर रहा है। इसके अलावा आप दूरदर्शन के यूट्यूब लिंक पर भी इस कार्यक्रम को लाइव देख सकते हैं। जानकारी अनुसार DD ने अयोध्या मंदिर परिसर सहित अलग-अलग जगहों पर कई कैमरे लगाएं हैं। भारत ही नहीं दुनिया भर में भारतीय दूतावास में भी इस कार्यक्रम को लाइव दिखाया जाएगा। इतना ही नहीं देश के मंदिरों में भी प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लाइव दिखाने की व्यवस्था की गई है।Ram Mandir Ayodhya LIVE | Shri Ram Lalla Pran Pratishtha Live | PM Modi in Ayodhya: राम मंदिर लाइव प्रसारण
Ram Mandir Pran Pratishtha Live Darshan
Ayodhya Ram Mandir Live Darshan Streaming: अयोध्या राम मंदिर लाइव दर्शन
Ram Mandir Live Darshan: प्राण प्रतिष्ठा का महत्व (Pran Pratishtha Ka Mahatva)
बिना प्राण प्रतिष्ठा के मूर्ति की पूजा नहीं होती। जिस भी देवता या भगवान की प्राण प्रतिष्ठा होती है, वह विग्रह सीधे उस देवता या भगवान के जैसा उसी स्वरूप व एकदम वैसा ही आवतारिक स्वरूप हो जाता है। यह भगवान के साकार स्वरूप की उपासना पद्धति का श्रेष्ठतम तरीका है। मंदिरों में भगवान की प्रतिमा स्थापित करने से पहले उसकी प्राण प्रतिष्ठा जरूर की जाती है। कहते हैं ऐसा करने से मूर्ति में प्राण आ जाते हैं और वे पूजनीय हो जाती है।प्राण प्रतिष्ठा समारोह (Detailed schedule of the Pran Pratistha ceremony)
12:20 PM: समारोह की शुरुआत भगवान विष्णु की प्रार्थना से होगी।12:21 PM: पुजारी भगवान राम की उपस्थिति का आह्वान करने के लिए मंत्रों का जाप करेंगे।
12:29 PM: भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कर उसे मंदिर के गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा।
12:30 PM: भगवान राम की प्रार्थना के साथ समारोह का समापन हुआ।
प्राण प्रतिष्ठा की विधि (Pran Pratishtha Vidhi)
पंडित सुजीत जी महाराज अनुसार सर्वप्रथम जिस देवी देवता की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। उसे गंगा जल व कम से कम 05 पवित्र नदी के जल से स्नान करवाते हैं। फिर साफ वस्त्र से मूर्ति को पोछते हैं। फिर प्रतिमा को नवीन वस्त्र धारण करवाते हैं। फिर मूर्ति को आसन पर विराजमान करके चंदन का लेप लगाते हैं। इसके बाद उसका विधिवत श्रृंगार होता है और निहित मंत्रोचार के बाद विधिवत शास्त्रवत वर्णित विधि से प्राण प्रतिष्ठा की जाती है। प्राण प्रतिष्ठा के पहले उस मूर्ति का नगर में विधिवत यात्रा होती है। यह एक सामान्य विधि है। इसमें ज्योतिष व कर्मकांड के विद्वान पूरे नियम से प्राण प्रतिष्ठा करते हैं। भगवान का भोग लगाते हैं। हर देवता का पुष्प,अकच्छत, भोग अलग अलग होता है।रामलला की आरती (Ram Lalla Ki Aarti)
आरती कीजे श्रीरामलला की, पूण निपुण धनुवेद कला की ॥धनुष वान कर सोहत नीके, शोभा कोटि मदन मद फीके ॥
सुभग सिंहासन आप बिराजैं, वाम भाग वैदेही राजैं ॥
कर जोरे रिपुहन हनुमाना, भरत लखन सेवत बिधि नाना ॥
शिव अज नारद गुन गन गावैं, निगम नेति कह पार न पावैं ॥
नाम प्रभाव सकल जग जानैं, शेष महेश गनेस बखानैं ॥
भगत कामतरु पूरणकामा, दया क्षमा करुना गुन धामा ॥
सुग्रीवहुँ को कपिपति कीन्हा, राज विभीषन को प्रभु दीन्हा ॥
खेल खेल महु सिंधु बधाये, लोक सकल अनुपम यश छाये ॥
दुर्गम गढ़ लंका पति मारे, सुर नर मुनि सबके भय टारे ॥
देवन थापि सुजस विस्तारे, कोटिक दीन मलीन उधारे ॥
कपि केवट खग निसचर केरे, करि करुना दुःख दोष निवेरे ॥
देत सदा दासन्ह को माना, जगतपूज भे कपि हनुमाना ॥
आरत दीन सदा सत्कारे, तिहुपुर होत राम जयकारे ॥
कौसल्यादि सकल महतारी, दशरथ आदि भगत प्रभु झारी ॥
सुर नर मुनि प्रभु गुन गन गाई, आरति करत बहुत सुख पाई ॥
धूप दीप चन्दन नैवेदा, मन दृढ़ करि नहि कवनव भेदा ॥
राम लला की आरती गावै, राम कृपा अभिमत फल पावै ॥
रामलला की आरती के बाद भगवान राम की इस आरती को भी जरूर करें
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा मुहूर्त
अयोध्या मंदिर में भगवान राम के मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के लिए विशेष मुहूर्त 22 जनवरी 2024 को दोपहर 12 बजकर 29 मिनट और 08 सेकंड से लेकर 12 बजकर 30 मिनट और 32 सेकंड का शुभ मुहूर्त निर्धारित है।राम जी की आरती इन हिंदी (Shree Ram Ji Ki Aarti)
श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन, हरण भवभय दारुणं ।नव कंज लोचन कंज मुख कर, कंज पद कंजारुणं ॥१॥
कन्दर्प अगणित अमित छवि नव, नील नीरद सुन्दरं ।
पटपीत मानहुँ तडित रुचि शुचि, नोमि जनक सुतावरं ॥२॥
भजु दीनबन्धु दिनेश दानव, दैत्य वंश निकन्दनं ।
रघुनन्द आनन्द कन्द कोशल, चन्द दशरथ नन्दनं ॥३॥
शिर मुकुट कुंडल तिलक चारु, उदारु अङ्ग विभूषणं ।
आजानु भुज शर चाप धर, संग्राम जित खरदूषणं ॥४॥
इति वदति तुलसीदास शंकर, शेष मुनि मन रंजनं ।
मम् हृदय कंज निवास कुरु, कामादि खलदल गंजनं ॥५॥
मन जाहि राच्यो मिलहि सो वर, सहज सुन्दर सांवरो ।
करुणा निधान सुजान शील, स्नेह जानत रावरो ॥६॥
एहि भांति गौरी असीस सुन सिय सहित हिय हरषित अली।
तुलसी भवानिहि पूजी पुनि-पुनि मुदित मन मन्दिर चली ॥७॥
Pran Pratishtha Time Table: प्राण प्रतिष्ठा के दिन PM मोदी का शेड्यूल
10:25 AM: अयोध्या एयरपोर्ट पर आगमन10:55 AM: राम जन्मभूमि स्थल पर आगमन
11:00 AM - 12:15 AM: दर्शन और पूर्व-अभिषेक समारोह में भाग लेंगे
12:15 PM - 12:20 PM: प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी
12:20 PM: 121 वैदिक आचार्यों द्वारा आयोजित प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान की शुरुआत
12:29:08 AM - 12:30:32 AM: मूर्ति प्रतिष्ठा के लिए शुभ मुहूर्त (84 सेकंड)
12:30 PM- 12:45 PM: प्राण प्रतिष्ठा का समापन, महंत नृत्य गोपाल दास का आशीर्वाद
12:45 PM - 1:00 PM: PM मोदी का संदेश, योगी आदित्यनाथ और मोहन भागवत का संदेश
1:00 PM: राम जन्मभूमि मंदिर स्थल से प्रस्थान
1:10 PM - 2:00 PM: सभा को संबोधित करेंगे पीएम
2:00 PM - 2:10 PM: कुबेर टीला का दौरा
2:10 PM: अयोध्या से प्रस्थान
शाम को पूरे अयोध्या में दीए जलाकर उत्सव मनाया जाएगा.
Ram Mandir Pran Pratishth: प्राण प्रतिष्ठा मंत्र
ॐ दाशरथये विद्महे सीतावल्लभाय धीमहि, तन्नो राम प्रचोदयात्॥अर्थ- राम गायत्री मंत्र सुरक्षा प्रदान करता है। यह मंत्र भगवान राम को दशरथ के पुत्र और माता सीता के पति के रूप में संबोधित करता है।
Ram Mandir Ka Udghatan Kitne Baje Hoga: राम मंदिर का उद्घाटन कितने बजे होगा
बता दें रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा पौष महीने की द्वादशी तिथि (22 जनवरी 2024) को अभिजीत मुहूर्त, मृगशिरा नक्षत्र, मेष लग्न और वृश्चिक नवांश में होगी। यह शुभ समय दोपहर के 12 बजकर 29 मिनट और 08 सेकंड से शुरू होकर दोपहर 12 बजकर 30 मिनट और 32 सेकंड तक रहेगा।राम जी की आरती लिखित में (Shree Ram Ji Ki Aarti)
श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन, हरण भवभय दारुणं ।नव कंज लोचन कंज मुख कर, कंज पद कंजारुणं ॥१॥
कन्दर्प अगणित अमित छवि नव, नील नीरद सुन्दरं ।
पटपीत मानहुँ तडित रुचि शुचि, नोमि जनक सुतावरं ॥२॥
भजु दीनबन्धु दिनेश दानव, दैत्य वंश निकन्दनं ।
रघुनन्द आनन्द कन्द कोशल, चन्द दशरथ नन्दनं ॥३॥
शिर मुकुट कुंडल तिलक चारु, उदारु अङ्ग विभूषणं ।
आजानु भुज शर चाप धर, संग्राम जित खरदूषणं ॥४॥
इति वदति तुलसीदास शंकर, शेष मुनि मन रंजनं ।
मम् हृदय कंज निवास कुरु, कामादि खलदल गंजनं ॥५॥
मन जाहि राच्यो मिलहि सो वर, सहज सुन्दर सांवरो ।
करुणा निधान सुजान शील, स्नेह जानत रावरो ॥६॥
एहि भांति गौरी असीस सुन सिय सहित हिय हरषित अली।
तुलसी भवानिहि पूजी पुनि-पुनि मुदित मन मन्दिर चली ॥७॥
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की डिटेल (Ayodhya Rram Mandir Pran Pratistha Event)
राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में होगी। इसके अलावा 150 से अधिक परंपराओं के संत, महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर, श्रीमहंत, महंत, नागा समेत 50 से अधिक आदिवासी, तातवासी, गिरिवासी, द्वीपवासी आदिवासी परंपराओं के प्रमुख व्यक्तियों की भी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में उपस्थिति रहेगी।भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है जब पहाड़ों, वनों, तटीय क्षेत्रों, द्वीपों आदि के वासी एक स्थान पर किसी समारोह में साथ नजर आएंगे। यह अपने आप में अद्वितीय अनुभव होगा। गर्भ-गृह में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के समाप्त होने के बाद सभी अतिथियों को दर्शन कराया जाएगा।
अयोध्या श्री राम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन यानी 22 जनवरी को प्रातःकाल 10 बजे से 'मंगल ध्वनि' का भव्य वादन होगा। करीब 50 से अधिक मनोरम वाद्ययंत्र, अलग-अलग राज्यों से लगभग 2 घंटे तक इस शुभ घटना का साक्षी बनेंगे। इसकी घोषणा श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर की है। मंदिर ट्रस्ट ने इस बात की जानकारी देते हुए लिखा है कि, "यह भव्य संगीत कार्यक्रम हर भारतीय के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर का प्रतीक है, जो भगवान राम के सम्मान में विविध परंपराओं को एकजुट करता है।" बता दें अयोध्या के यतीन्द्र मिश्र इस भव्य संगीत कार्यक्रम के परिकल्पनाकार और संयोजक हैं।
भगवान राम के भोग (Ram Ji Ke Bhog)
खीरभगवान राम को खीर बेहद प्रिय है। दूध और खोये से बनी खीर का भोग भगवान राम को लगा सकते हैं। भगवान राम के जन्म के समय खीर बनाई गई थी। इस कारण रामलला को खीर बहुत प्रिय है।
धनिया पंजीरी
भगवान राम को धनिया से बनी पंजीरी का भोग लगाना भी बहुत शुभ माना जाता है। उनकी पूजा के समय विशेष रूप से धनिया नें शक्कर और गुड़ बनाकर धनिया की पंजीरी तैयार की जाती है।
तुलसी दल
भगवान राम की पूजा के समय तुलसी दल का जरूर प्रयोग करें। बिना तुलसी पत्ता के राम जी की पूजा अधूरी मानी जाती है। राम जी को तुलसी दल अर्पित करना शुभ माना जाता है।
खोए से बने भोग
भगवान राम को कलाकंद और बर्फी का भोग लगाया जा सकता है। घर पर बनाएं बर्फी और आनंद लें।बर्फी की तरफ से जो भी खरीदा जाता है उसकी शुद्धता पर कम ध्यान दिया जाता है। भगवान राम को भोग लगाने वाले भोजन में नमक का प्रयोग करना चाहिए।
Ram Lalla Pran Pratishtha Time Live Update: 5 हजार किलो से अधिक सामग्री से तैयार किया गया महाप्रसाद
श्रीराम जन्भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मार्गदर्शन में गुजरात की भगवा सेना भारती गरवी गुजरात व सन्त सेवा संस्थान की ओर से महाप्रसाद तैयार किया जा रहा है, जिसे प्राण प्रतिष्ठा कार्यकम के बाद मेहमानों को वितरित किया जाएगा। संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमल भाई रावल ने बताया कि ट्रस्ट की ओर से उन्हें तीन दायित्व सौंपे गये हैं। इसके तहत उन्हें महाप्रसाद तैयार करने के साथ संतों के ठहरने और खाने-पीने की व्यवस्था का दायित्व सौंपा गया है। उन्होंने बताया कि करीब 200 लोगों की टीम द्वारा 5 हजार किलो से अधिक सामग्री से महाप्रसाद को तैयार किया गया है।मंदिर परिसर में मेहमानों को परोसा जाएगा सात्विक शाकाहारी भोजन
ट्रस्ट की ओर से रोजाना पांच हजार से अधिक संतोें को प्रतिदिन भोजन कराया जा रहा है। साथ ही, उन्हें उदासीन आश्रम रानोपाली में ठहराया जा रहा है। इस दौरान संतों को एक किट दी जा रही हैं, जिसमें कंबल, तकिया और चादर शामिल है। इसके अलावा ट्रस्ट की ओर से प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने वाले मेहमानों के लिए मंदिर परिसर में भोजन की व्यवस्था की गई हैं। मेहमानों को फलाहारी, बाजरा आधारित व्यंजन के साथ सात्विक शाकाहारी भोजन परोसा जाएगा। इन व्यंजनों को वाराणसी और दिल्ली के शेफ तैयार करेंगे। इसके अलावा मेहमानों को थेपला, बादाम बर्फी और मटर कचौरी भी परोसी जाएगी।भगवान राम का प्रिय भोग
भगवान राम जी को खीर बेहद पसंद है. मान्यताओं के अनुसार राजा दशरथ के घर में भगवान राम, लक्ष्मण समेत चारों भाईयों का जन्म हुआ था तो उस समय खीर बनाई गई थी. ऐसे में भगवान राम को खीर का भोग लगाना चाहिए. गाय के ताजा दूध से बना खीर आप केले के पत्ते पर रखकर भगवान राम को अर्पित करें.वीआईपी मूवमेंट के लिए किए गए इंतजाम
प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर वीवीआईपी मूवमेंट को देखते हुए अयोध्या-लखनऊ, अयोध्या-गोरखपुर, अयोध्या-प्रयागराज और अयोध्या-वाराणसी हाईवे को ग्रीन कॉरिडोर में बदला गया है। स्वयं के हेलिकॉप्टर व प्राइवेट चार्टर्ड प्लेन से आने वाले वीवीआईपी के लिए महर्षि वाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा अयोध्या धाम के साथ-साथ 5 राज्यों के 12 शहरों के एयरपोर्ट्स में पार्किंग की व्यवस्था की गई है। प्राण प्रतिष्ठा के लिए क्रिकेट जगत, फिल्म जगत, संत समाज, राजनीति, कला, साहित्य और संस्कृति समेत अन्य क्षेत्रों के अतिविशिष्ट अतिथियों को आमंत्रित किया गया है। अयोध्या धाम में इन अतिथियों का आगमन शुरू हो गया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने 22 जनवरी को छुट्टी का ऐलान किया है, जबकि केंद्र सरकार ने दोपहर ढाई बजे तक हाफ डे छुट्टी घोषित की है। वहीं कई अन्य राज्य और प्रतिष्ठानों ने भी यूपी और केंद्र सरकार की तर्ज पर पहल करते हुए छुट्टी की घोषणा की है।धूमधाम से उत्सव मनाने की अपील
काशी विश्वनाथ मंदिर के ऑफिशियल हैंडल से सभी रामभक्तों को 22 जनवरी को होने जा रहे प्राण प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक अवसर के लिए बधाई दी गई है। साथ ही अपील की गई है कि सभी देशवासी इस उत्सव को धूमधाम से मनाएं। आस पड़ोस के मंदिरों में साफ सफाई कर भजन कीर्तन करने और सूर्यास्त के बाद सामूहिक रूप से दीपक जलाकर दीपोत्सव मनाने का आग्रह किया गया है। मंदिरों के अतिरिक्त मंदिरों से जुड़े विभिन्न हैंडल्स से भी उत्सव की अपील की गई है। 12 ज्योतिर्लिंग ऑफ महादेव के अकाउंट से श्रीरामलला के भव्य मंदिर की तस्वीर साझा की गई और लिखा गया कि श्रीरामलला के स्वागत हेतु श्रीरामजन्मभूमि फूलों से सुसज्जित हो रही है। वहीं, भगवत गीता की ओर से श्रीरामलला के विग्रह की छवि साझा करते हुए फॉलोअर्स से अपील की गई है कि क्या हम इस ऐतिहासिक छवि को लेकर जय श्री राम के 1008 कमेंट्स कर सकते हैं। इस पोस्ट को लाइक और रीशेयर करने का भी आग्रह किया गया है।मालिनी अवस्थी, कन्हैया मित्तल के कार्यक्रमों से सुरमयी होगी सांझ
रामनगरी में प्राण-प्रतिष्ठा की सांझ पद्मश्री मालिनी अवस्थी तथा कन्हैया मित्तल सरीखे कलाकारों से सुरमयी होगी। तुलसी उद्यान पर रात्रि 8 से 9 बजे तक मालिनी अवस्थी का कार्यक्रम होगा। इसी अवधि में कन्हैया मित्तल रामकथा पार्क में प्रस्तुति देंगे। तुलसी उद्यान में शाम सात से आठ बजे तक उज्जैन के शर्मा बंधु भजनों की सुर गंगा में डुबकी लगाएंगे। इसी अवधि में राम कथा पार्क नागपुर के वाटेकर सिस्टर्स की प्रस्तुति होगी। प्रतिदिन की भांति सुबह 10.30 से भजन संध्या स्थल पर देवकीनंदन ठाकुर की श्रीरामकथा होगी।क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्रों के 200 कलाकार देंगे प्रस्तुतियां
उप्र के विभिन्न अंचलों के लोकनृत्यों के कलाकारों के साथ ही संस्कृति मंत्रालय के क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्रों के 200 कलाकारों की तरफ से अयोध्या के 100 चिह्नित स्थलों पर सांस्कृतिक शोत्रायात्रा होगी। इसमें हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, राजस्थान समेत कई राज्यों के कलाकार भी हिस्सा लेंगे।राम की पैड़ी पर होगी लेजर शो व इको फ्रेंडली आतिशबाजी
22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा के उपरांत अनेक आयोजन होंगे। शाम छह बजे से श्रीराम भारती कला केंद्र की तरफ से रामकथा पार्क में रामलीला होगी। वहीं पर्यटन विभाग के तत्वावधान में शाम 6.30 बजे से सात बजे तक राम की पैड़ी पर सरयू आरती होगी। सात बजे तक यहीं प्रोजेक्शन शो का आयोजन किया गया है। शाम साढ़े सात से 7.45 तक राम की पैड़ी पर लेजर शो होगा। इसके पश्चात इको फ्रेंडली आतिशबाजी का नजारा प्रस्तुत किया जाएगा।500 वर्षों के बाद आई वो घड़ी
सालासर बालाजी धाम मंदिर के एक्स हैंडल से पूरे देश को इस नई दीपावली की शुभकामनाएं दी गईं। हैंडल से किए गए पोस्ट में कहा गया है कि 500 वर्षों से जिस घड़ी का हम सब को इंतजार था वो आ गई है। अपने प्रभु के दर्शन हो गए हैं। प्रभु अपने सिंहासन पर विराजमान हो गए हैं। आज हर एक रामभगत 'जय श्री राम'लिखकर प्रभु को समर्पित करे। इसी तरह, श्री महाकालेश्वर उज्जैन के एक्स हैंडल से श्रीरामलला की छवि को पोस्ट करते हुए उनके दर्शनों का वर्णन किया गया है। वहीं, केदारनाथ टेंपल श्राइन बोर्ड की ओर से प्राण प्रतिष्ठा किए जाने वाले श्रीरामलला के विग्रह की तस्वीर साझा करते हुए लिखा गया है मेरे राघव। एक अन्य पोस्ट में 500 वर्षों की प्रतीक्षा का जिक्र किया गया है तो एक पोस्ट में छवि साझा करते हुए कहा गया है प्रथम दर्शन बालस्वरूप भगवान।प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त (Ram Mandir Pran Pratistha Shubh Muhurat)
रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा पौष माह के द्वादशी तिथि (22 जनवरी 2024) को अभिजीत मुहूर्त, इंद्र योग, मृगशिरा नक्षत्र, मेष लग्न एवं वृश्चिक नवांश को होगा। यह शुभ मुहूर्त दिन के 12 बजकर 29 मिनट और 08 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट और 32 सेकंड तक का रहेगा। यानि प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त 84 सेकंड का होगा।5 हजार किलो से अधिक सामग्री से तैयार किया गया महाप्रसाद
श्रीराम जन्भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मार्गदर्शन में गुजरात की भगवा सेना भारती गरवी गुजरात व सन्त सेवा संस्थान की ओर से महाप्रसाद तैयार किया जा रहा है, जिसे प्राण प्रतिष्ठा कार्यकम के बाद मेहमानों को वितरित किया जाएगा। संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमल भाई रावल ने बताया कि ट्रस्ट की ओर से उन्हें तीन दायित्व सौंपे गये हैं। इसके तहत उन्हें महाप्रसाद तैयार करने के साथ संतों के ठहरने और खाने-पीने की व्यवस्था का दायित्व सौंपा गया है। उन्होंने बताया कि करीब 200 लोगों की टीम द्वारा 5 हजार किलो से अधिक सामग्री से महाप्रसाद को तैयार किया गया है। महाप्रसाद को शुद्ध देशी घी, बेसन, शक्कर और पंच मेवे से तैयार किया गया है। महाप्रसाद की शुद्धता का भी विशेष ध्यान रखा गया है, जिसमें सभी सामग्रियों को खुद संस्थान की ओर से निर्मित किया गया। महाप्रसाद की किसी भी सामग्री को बाजार से रेडीमेड नहीं लिया गया है। उन्हाेंने बताया कि महाप्रसाद के 20 हजार से अधिक पैकेट को तैयार किया गया है। इस पैकेट में दो लड्डू, सरयू नदी का जल, अक्षत, सुपारी की थैली और कलावा होगा। महाप्रसाद के पैकेट को सनातनी परंपरा को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। संस्थान की ओर से 21 जनवरी को महाप्रसाद के पैकेट को ट्रस्ट को सौंप दिया गया है।Ayodhya Ram Mandir
Ram Mandir Pran Pratishtha Live Streaming
इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण आप डीडी न्यूज (DD News) और कई नेशनल चैनल पर घर बैठे देख सकते हैं. इसके अलावा आप डीडी न्यूज के यूट्यूब चैनल पर भी इसका लाइव टेलिकास्ट देख सकते हैं. डीडी न्यूज ने अयोध्या में विभिन्न जगहों पर 40 कैमरे लगाए हैं. जिससे राम मंदिर मंदिर प्राण प्रतिष्ठा ( Ramlala) का लाइव टेल्कास्ट दिखाया जाएगा. समारोह का प्रसारण अत्याधुनिक 4k तकनीक में किया जाएगा.साइट के भीतर ही लैंडफिल की व्यवस्था को भी करना होगा पूरा
अयोध्या नगर निगम द्वारा तैयार की गई कार्य योजना के अनुसार, गीला कचरा और सूखा कचरा प्रसंस्करण दोनों के लिए अलग-अलग व्यवस्था के साथ स्वच्छ भारत मिशन के मानकों का पालन करते हुए अपशिष्ट प्रबंधन संयंत्र स्थापित किया जाएगा। इसमें साइट के भीतर एक सैनिटरी लैंडफिल स्थापित करना भी शामिल है। इस फैसिलिटी को अयोध्या के पिखरौली में स्थापित किया जाएगा तथा इसमें वेस्ट मैनेजमेंट प्रक्रियाओं को पूर्ण करने के लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल माध्यम से आवेदन मांगे गए हैं। इस फैसिलिटी की स्थापना को जीरो वेस्ट डिस्चार्ज प्रक्रिया के अनुरूप बनाया जाएगा तथा यहां अपशिष्ट निस्तारण के साथ ही रीसाइक्लिंग की भी प्रक्रिया पर जोर दिया जाएगा।5 हजार किलो से अधिक सामग्री से तैयार किया गया महाप्रसाद
श्रीराम जन्भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मार्गदर्शन में गुजरात की भगवा सेना भारती गरवी गुजरात व सन्त सेवा संस्थान की ओर से महाप्रसाद तैयार किया जा रहा है, जिसे प्राण प्रतिष्ठा कार्यकम के बाद मेहमानों को वितरित किया जाएगा। संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमल भाई रावल ने बताया कि ट्रस्ट की ओर से उन्हें तीन दायित्व सौंपे गये हैं। इसके तहत उन्हें महाप्रसाद तैयार करने के साथ संतों के ठहरने और खाने-पीने की व्यवस्था का दायित्व सौंपा गया है। उन्होंने बताया कि करीब 200 लोगों की टीम द्वारा 5 हजार किलो से अधिक सामग्री से महाप्रसाद को तैयार किया गया है। महाप्रसाद को शुद्ध देशी घी, बेसन, शक्कर और पंच मेवे से तैयार किया गया है। महाप्रसाद की शुद्धता का भी विशेष ध्यान रखा गया है, जिसमें सभी सामग्रियों को खुद संस्थान की ओर से निर्मित किया गया। महाप्रसाद की किसी भी सामग्री को बाजार से रेडीमेड नहीं लिया गया है। उन्हाेंने बताया कि महाप्रसाद के 20 हजार से अधिक पैकेट को तैयार किया गया है। इस पैकेट में दो लड्डू, सरयू नदी का जल, अक्षत, सुपारी की थैली और कलावा होगा। महाप्रसाद के पैकेट को सनातनी परंपरा को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। संस्थान की ओर से 21 जनवरी को महाप्रसाद के पैकेट को ट्रस्ट को सौंप दिया गया है।Ram Mandir Images
मंदिर परिसर में मेहमानों को परोसा जाएगा सात्विक शाकाहारी भोजन
ट्रस्ट की ओर से रोजाना पांच हजार से अधिक संतोें को प्रतिदिन भोजन कराया जा रहा है। साथ ही, उन्हें उदासीन आश्रम रानोपाली में ठहराया जा रहा है। इस दौरान संतों को एक किट दी जा रही हैं, जिसमें कंबल, तकिया और चादर शामिल है। इसके अलावा ट्रस्ट की ओर से प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने वाले मेहमानों के लिए मंदिर परिसर में भोजन की व्यवस्था की गई हैं। मेहमानों को फलाहारी, बाजरा आधारित व्यंजन के साथ सात्विक शाकाहारी भोजन परोसा जाएगा। इन व्यंजनों को वाराणसी और दिल्ली के शेफ तैयार करेंगे। इसके अलावा मेहमानों को थेपला, बादाम बर्फी और मटर कचौरी भी परोसी जाएगी।(राम जी पूजा विधि) Ram Ji Puja Vidhi
सबसे पहले जल्द उठकर स्नान कर खुद को पवित्र कर लें. स्वच्छ कपड़े पहनें. जिस स्थान पर भगवान राम की तस्वीर या राम दरबार रख रहे हैं, उस जगह को गंगाजल से शुद्ध कर लें. अबउस स्थान पर एक लकड़ी का पाटा रखें और उस पर लाल वस्त्र बिछाकर भगवान राम की मूर्ति स्थापित करें. राम दरबार या भगवान राम की तस्वीर के साथ ही कलश की भी स्थापना करनी चाहिए. सीता जी को धरती मां की पुत्री कहा जाता है, इसलिए कलश पूजन के बाद हमेशा धरती मां की पूजा करनी चाहिए.Aaj Ka Panchang 23 November 2024: मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि का पंचांग, जानिए शुभ मुहूर्त और राहुकाल
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