Bhadrapada Month 2023: जानें भाद्रपद मास के नियम, भूलकर भी ना करें ये काम

Bhadrapada Month 2023: सावन के बाद भाद्रपद मास की शुरुआत होती है। इस महीने का धार्मिक दृष्टिकोण से बेहद ही महत्व है। भाद्रपद मास को भादव के नाम से भी जाना जाता है। ये चातुर्मास का दूसरा महीना होता है। जल्द ही सावन का महीना खत्म होने वाला है और भाद्रपद महीने की शुरुआत होने वाली है। ऐसे में आइए जानते हैं इस महीने में किन नियमों का पालन करना चाहिए।

भाद्रपद महीना 2023

Bhadrapada Month 2023: हिंदू धर्म में हर एक महीने का विशेष महत्व होता है। अभी सावन का महीना चल रहा है, जल्द ही इस महीने के समाप्ति होने वाली है। सावन के बाद भाद्रपद मास की शुरुआत हो जाती है। ये महीना धार्मिक दृष्टिकोण से बेहद ही महत्वपूर्ण होता है। इस मास में जगत के पालनहार भगवान श्री हरि ने कृष्ण रूप में धरती पर अवतार लिया था। भाद्रपद महीने में अनेक व्रत त्योहार मनाये जाते हैं। भाद्रपद महीना चातुर्मास का दूसरा महीना होता है। इस महीने में कृष्ण जन्माष्टमी से लेकर गणेश चतु्र्थी जैसे पावन पर्व मनाये जाते हैं। शास्त्रों में इस महीने को लेकर कुछ नियम बताये गए हैं। ऐसे में आइए जानते हैं इस महीने में क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।

भाद्रपद में क्या करें

  • भाद्रपद के महीने में गंगा स्नान का विशेष महत्व है। इस महीने में नदियों में स्नान करें।
  • भाद्रपद के महीने में स्वात्विक भोजन करें ।
  • भाद्रपद में कृष्ण भगवान को तुलसी दल अर्पित करें और खुद भी तुलसी दल के जल का सेवन करें।

भाद्रपद में क्या ना करें
  • भाद्रपद के महीने में कच्ची चीजों का सेवना ना करें। इस महीने में दही और गुड़ का सेवन करने से बचना चाहिए।
  • भादव के महीने में मांस मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इस महीने में मांसाहारी भोजन करने से देवता रुष्ट हो जाते हैं।
  • धार्मिक मान्यता के अनुसार भाद्रपद के महीने रविवार के दिन बाल नहीं कटवाना चाहिए और ना ही खाने में नमक का प्रयोग करना चाहिए।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) पढ़ें हिंदी में और देखें छोटी बड़ी सभी न्यूज़ Times Now Navbharat Live TV पर। अध्यात्म (Spirituality News) अपडेट और चुनाव (Elections) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से।

End Of Feed