Bhadrapada sankasthi Chaturthi 2024 Date: कब रखा जाएगा भाद्रपद मास की संकष्टी चतुर्थी का व्रत, यहां नोट करें तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व

Bhadrapada sankasthi Chaturthi 2024 Date: हेरंब संकष्टी चतुर्थी का व्रत भाद्रपद महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी के दिन रखा जाता है। आइए जानते हैं भादव महीने की संकष्टी चतुर्थी का व्रत कब रखा जाएगा।

Bhadrapada sankasthi Chaturthi

Bhadrapada sankasthi Chaturthi

Heramba Sankashti Chaturthi 2024: हर महीने की चतुर्थी तिथि भगवान गणेश को समर्पित होती है। हर मास में दो चतुर्थी का व्रत रखा जाता है। एक व्रत शुक्ल पक्ष में और दूसरा कृष्ण पक्ष में रखा जाता है। भाद्रपद महीने की शुरुआत 20 अगस्त 2024 से हो चुकी है। भादव महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन हेरंब संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जाता है। वहीं शुक्ल पक्ष में गणेश चतुर्थी का व्रत रखा जाता है। हेरंब संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखने से साधक की सारी मनोकामना की पूर्ति होती है। इसके साथ ही संतान सुख की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं भाद्रपद संकष्टी चतुर्थी का व्रत कब रखा जाएगा और इसकी शुभ मुहूर्त के बारे में।

Bhadrapada sankasthi Chaturthi 2024 Date (भाद्रपद महीने संकष्टी चतुर्थी 2024)

हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 22 अगस्त को दोपहर 1 बजकर 44 मिनट से लेकर 23 अगस्त के 10 बजकर 38 मिनट तक रहेगा। ऐसे में रंब संकष्टी चतुर्थी का व्रत इस बार 22 अगस्त 2024 को रखा जाएगा।

Bhadrapada sankasthi Chaturthi 2024 Shubh Muhurat (भाद्रपद महीने संकष्टी चतुर्थी 2024 शुभ मुहूर्त)

इस साल भाद्रपद महीने की हेरम्ब संकष्टी चतुर्थी का व्रत 22 अगस्त 2024 को रखा जाएगा। इस दिन पूजा का शुभ समय सुबह 6 बजकर 6 मिनट से लेकर सुबह 7 बजकर 42 मिनट तक रहेगा। इस दिन शाम के समय में पूजा के लिए 5 बजकर 17 मिनट से लेकर रात 9 बजकर 41 मिनट तक रहेगा।

Bhadrapada sankasthi Chaturthi Puja Vidhi (भाद्रपद महीने संकष्टी चतुर्थी पूजा विधि)

  • भाद्रपद महीने की हेरम्ब संकष्टी चतुर्थी के दिन सुबह स्नान करें।
  • उसके बाद साफ वस्त्र धारण करें व्रत का संकल्प लें।
  • फिर साफ चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर गणेश जी की मूर्ति स्थापित करें।
  • उसके बाद गणपति जी को फूल, अक्षत, चंदन और दूर्वा अर्पित करें।
  • फिर कथा का पाठ करें और आरती करके मोदक का भोग लगाएं।
  • अंत में पूजा के बाद सबको प्रसाद बांटें।

Bhadrapada sankasthi Chaturthi Moon Rise Time (भाद्रपद संकष्टी चतुर्थी चंद्रोदय समय)

भादव मास की संकष्टी चतुर्थी का व्रत 22 अगस्त 2024 को रखा जाएगा। इस दिन चंद्रोदय का समय रात 08 बजकर 44 मिनट पर है। इस समय में चंद्र देव की पूजा की जाएगी।

Bhadrapada sankasthi Chaturthi Significance (भाद्रपद संकष्टी चतुर्थी महत्व)

हिंदू धर्म में भादव महीने की संकष्टी चतुर्थी के व्रत का बहुत ही खास महत्व है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है। इस दिन का व्रत रखने से और भगवान गणेश की पूजा करने से साधक को संतान सुख की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही उसके सारे काम बन जाते हैं।
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जयंती झा author

बिहार के मधुबनी जिले से की रहने वाली हूं, लेकिन शिक्षा की शुरुआत उत्तर प्रदेश की गजियाबाद जिले से हुई। दिल्ली विश्वविद्यायलय से हिंदी ऑनर्स से ग्रेजुए...और देखें

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