Chaitra Navratri 2024 Ghat Sthapna Muhurat, Vidhi Live Updates:चैत्र नवरात्रि क्यों मनाया जाता है? यहां जानें पूजा विधि, महत्व, कथा, और सहित सारी जानकारी
Chaitra Navratri 2024 Start and End Date, Samagri List, Puja Vidhi (नवरात्रि 2024 कब से शुरू है) Live Update: मां दुर्गा की उपासना की 'नौ रातें' यानी चैत्र नवरात्रि 9 अप्रैल से शुरू हो गई है। इस बार इस पर्व का प्रारंभ बेहद ही शुभ योग में हो रहा है। पंचांग अनुसार नवरात्रि के पहले ही दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग रहेगा। यहां आप जानेंगे चैत्र नवरात्रि पर्व से जुड़ी हर एक जानकारी।
Chaitra Navratri 2024 Ghat Sthapna Muhurat, Vidhi Live Updates:चैत्र नवरात्रि क्यों मनाया जाता है? यहां जानें पूजा विधि, महत्व, कथा, और सहित सारी जानकारी
Chaitra Navratri 2024 Ghat Sthapna Muhurat, Samagri List, Puja Vidhi Live Update: चैत्र नवरात्रि शुरू होने में अब ज्यादा समय बाकी नहीं बचा है। हर साल इस पावन पर्व की शुरुआत चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होती है और इस साल ये तिथि 9 अप्रैल को पड़ रही है। हिंदू धर्म में नवरात्रि पर्व का विशेष महत्व माना गया है। इस दौरान भक्त मां दुर्गा के नौ रूपों की उपासना करते हैं। तो वहीं कई श्रद्धालु पूरे नवरात्रि व्रत भी रखते हैं। हिंदू धार्मिक मान्यताओं अनुसार नवरात्रि का उपवास रखने से मनुष्य के जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। यहां जानिए चैत्र नवरात्रि 2024 कब से कब तक रहेगी और घटस्थापना का शुभ मुहूर्त क्या रहेगा।
Mata Rani Beautiful Images
चैत्र नवरात्रि 2024 प्रारंभ और समाप्ति तिथि (Chaitra Navratri 2024 Start Date And End Date)
चैत्र नवरात्रि 2024 का प्रारंभ 9 अप्रैल से होगा तो वहीं इसका समापन 17 अप्रैल को होगा। बता दें चैत्र नवरात्रि पर्व चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से नवमी तिथि तक मनाया जाता है।
चैत्र नवरात्रि घटस्थापना मुहूर्त 2024 (Chaitra Navratri Ghatasthapana Muhurat 2024)
चैत्र नवरात्रि घटस्थापना का शुभ मुहूर्त 9 अप्रैल की सुबह 06 बजकर 02 मिनट से 10 बजकर 16 मिनट तक रहेगा। अगर इस मुहूर्त में कलश स्थापना न कर पाएं तो फिर अभिजित मुहूर्त में ये कार्य कर सकते हैं। 9 अप्रैल को अभिजित मुहूर्त सुबह 11 बजकर 57 मिनट से दोपहर 12 बजकर 48 मिनट तक रहेगा।
चैत्र नवरात्रि 2024 का पहला दिन (Chaitra Navratri 2024 First Day)
चैत्र नवरात्रि का पहला दिन चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि होती है। इस साल ये तिथि 8 अप्रैल की सुबह 11 बजकर 50 मिनट से शुरू होगी और इसकी समाप्ति 9 अप्रैल की रात 08 बजकर 30 मिनट पर होगी। वैधृति योग 8 अप्रैल 2024 की शाम 06 बजकर 14 मिनट से 9 अप्रैल की दोपहर 02 बजकर 18 मिनट तक रहेगा।
चैत्र नवरात्रि पूजा सामग्री लिस्ट (Chaitra Navratri Puja Samagri List)
चैत्र नवरात्र के लिए मां दुर्गा की मूर्ति या तस्वीर, चौकी पर बिछाने के लिए लाल रंग का कपड़ा, थोड़ी पीसी हुई हल्दी, आसन, चौकी, मौली, रोली, बंदनवार, सोलह श्रृंगार समान, कमलगट्टा, शहद, शक्कर, सिंदूर,पान, सुपारी, लौंग, बताशा, सूखा नारियल, पंचमेवा, गंगाजल, नवग्रह पूजन के लिए चावल, पूजा की थाली, दीपक, घी, अगरबत्ती, वस्त्र, हल्दी की गांठ, नैवेध, जावित्री, नारियल जटा वाला, दही आदि।
चैत्र नवरात्रि 2024 कैलेंडर (Chaitra Navratri 2024 Calendar)
9 अप्रैल 2024, मंगलवार - नवरात्रि का पहला दिन – प्रतिपदा तिथि – मां शैलपुत्री की पूजा और घटस्थापना
10 अप्रैल 2024, बुधवार - नवरात्रि का दूसरा दिन – द्वितीया तिथि – मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
11 अप्रैल 2024, गुरुवार - नवरात्रि का तीसरा दिन – तृतीया तिथि – मां चंद्रघंटा की पूजा
12 अप्रैल 2024, शुक्रवार - नवरात्रि का चतुर्थी दिन – चतुर्थी तिथि – मां कूष्मांडा की पूजा
13 अप्रैल 2024, शनिवार - नवरात्रि का पाचवां दिन – पंचमी तिथि – मां स्कंदमाता की पूजा
14 अप्रैल 2024, रविवार - नवरात्रि का छठा दिन – षष्ठी तिथि – मां कात्यायनी की पूजा
15 अप्रैल 2024, सोमवार - नवरात्रि का सातवां दिन – सप्तमी तिथि – मां कालरात्रि की पूजा
16 अप्रैल 2024, मंगलवार - नवरात्रि का आठवां दिन – अष्टमी तिथि – मां महागौरी की पूजा, महा अष्टमी
17 अप्रैल 2024, बुधवार - नवरात्रि का नौवां दिन – नवमी तिथि – मां सिद्धिदात्री की पूजा, महानवमी
चैत्र नवरात्रि से जुड़ी हर एक जानकारी के लिए बने रहिए हमारे इस लाइव ब्लॉग पर।
Maa Shailputri Mantra
वन्दे वांच्छित लाभाय चंद्रार्धकृतशेखराम्।वृषारूढ़ां शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम्।। ऊं ऐं ह्रीं क्लीं शैलपुत्र्यै नम:।नवरात्रि में नमक खाना चाहिए या नहीं
नवरात्रि में नमक खाने की मनाही होती है। आप चाहें तो सेंधा नमक का सेवन कर सकते हैं।नवरात्रि व्रत में क्या- क्या खा सकते हैं
दूध, दही, पनीर, घर में बना मक्खन, घी, कंडेस्ड मिल्क खा सकते है। - अरारोट आटा, साबूदाना आटा, कुट्टू का आटा, राजगीरा आटा, सिंघाड़े का आटा, समा चवाल का आटा खा सकते हैं। - लौकी, कद्दू, आलू, अरबी, शकरकंद, गाजर, कच्चा केला, खीरा और टमाटर भी व्रत के दौरान खाए जा सकते हैं।Navratri Vrat Katha (नवरात्रि व्रत कथा)
ऐसे में ब्रह्मा ,विष्णु और महेश ने आदि शक्ति का आवाह्न किया जिसके बाद मां आदिशक्ति देवी दुर्गा का रूप में प्रकट हुई। नौ दिनों तक देवी दुर्गा और महिषासुर के बीच भयंकर युद्ध हुआ। 10वें दिन मां दुर्गा ने दुष्ट राक्षस महिषासुर का वध कर दिया। जिसके उपलक्ष्य में हर साल नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है।Chaitra Navratri Colour With Date 2024
First DayApril 9RedSecond DayApril 10Royal BlueThird-DayApril 11YellowFourth DayApril 12GreenFifth DayApril 13GreySixth DayApril 14OrangeSeventh DayApril 15WhiteEighth DayApril 16PinkNinth DayApril 17Sky BlueChaitra Navratri Message
आया नवरात्रि का सवेरा, दूर हुआ जग का अंधेराचिड़ियों की आवाज से गूंज उठा जग सारामां का रूप खिलकर आया है प्याराचैत्र नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएंचैत्र नवरात्रि श्लोक (Chaitra Navratri Shlok)
सर्वमंगलमंगलये शिवे सर्वार्थसाधिके। शरण्ये त्रयम्बके गौरि नारायणि नमोऽतु ते।। शरणांगतदीन आर्त परित्राण परायणे सर्वस्यार्तिहरे देवी नारायणि नमोऽस्तु ते।।Chaitra Navratri Pictures
Chaitra Navratri Kalashthapana Shubh Muhurat (चैत्र नवरात्रि कलशस्थापना शुभ मुहूर्त)
ब्रह्रा मुहूर्त- सुबह 04:31 से 05: 17 तकअभिजीत मुहूर्त- सुबह 11:57 से दोपहर 12: 48 तकविजय मुहूर्त- दोपहर 02:30 से दोपहर 03: 21 तकगोधूलि मुहूर्त- शाम 06:42 से शाम 07: 05 तकअमृत काल: रात्रि 10:38 से रात्रि 12: 04 तकनिशिता काल: रात्रि 12:00 से 12: 45 तकसर्वार्थ सिद्धि योग: सुबह 07:32 से शाम 05: 06 तकअमृत सिद्धि योग: सुबह 07:32 से शाम 05: 06 तकChaitra Navratri Rangoli (चैत्र नवरात्रि रंगोली)
चैत्र नवरात्रि श्लोक (Chaitra Navratri Shlok)
सर्वमंगलमंगलये शिवे सर्वार्थसाधिके। शरण्ये त्रयम्बके गौरि नारायणि नमोऽतु ते।। शरणांगतदीन आर्त परित्राण परायणे सर्वस्यार्तिहरे देवी नारायणि नमोऽस्तु ते।।चैत्र नवरात्रि कलश स्थापना
09 अप्रैल को कलश स्थापना के लिए सबसे अच्छा मुहूर्त 11 बजकर 57 मिनट से 12 बजकर 48 मिनट तक रहेगा। क्योंकि यह अभिजीत मुहूर्त है। कलश स्थापना, पूजा-पाठ और शुभ कार्यों के लिए अभिजीत मुहूर्त सर्वश्रेष्ठ होता है।Ya devi Sarv bhuteshu
या देवी सर्वभूतेषु दया-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥मां शैलपुत्री मंत्र (Maa Shailpurtri Mantra)
-ऊँ देवी शैलपुत्र्यै नमः॥ -वन्दे वाञ्छितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखराम्। वृषारुढां शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम्॥ -या देवी सर्वभूतेषु माँ शैलपुत्री रूपेण संस्थिता।Maa Shailputri Images
Chaitra Navratri 2024 Date (चैत्र नवरात्रि 2024 डेट)
चैत्र नवरात्रि की शुरुआत इस बार 9 अप्रैल से हो रही है। इसका समापन 17 अप्रैल को होगा।चैत्र नवरात्रि व्रत कथा (Chaitra Navratri Katha)
एक बार ब्रह्मा जी बृहस्पति जी को नवरात्रि व्रत कथा सुना रहे थे। ब्रह्मा जी के अनुसार- बहुत समय पहले एक गांव में पीठत नाम का एक अनाथ ब्राह्मण रहा करता था। उसके घर सुमती नाम की कन्या ने जन्म लिया था। वह ब्राह्मण हमेशा मां दुर्गा की पूजा करता था और इस पूजा में उसकी बेटी भी उपस्थित रहती थी। एक दिन खेल-खेल में ब्राह्मण की बेटी पूजा में नहीं आई जिसके बाद ब्राह्मण को बहुत गुस्सा आया और उसने कहा कि वह अपनी बेटी का विवाह किसी कुष्ठ रोगी या दरिद्र मनुष्य के साथ करवाएगा। अपने पिता की बात सुनकर उस कन्या ने कहा कि- मैं आपकी कन्या हूं, आपकी जैसी इच्छा हो आप वैसा ही करो। आप चाहे जिससे भी मेरा विवाह कराएं लेकिन होगा वही जो मेरे भाग्य में लिखा होगा।' अपनी बेटी की बात सुनकर ब्राह्मण को और गुस्सा आ गया और उसने एक कुष्टी से अपनी बेटी का विवाह करवा दिया। इसके बाद उसने कहा कि- अब तुम अपने कर्मों का फल भोगो, देखता हूं तुम कैसे अपने भाग्य के भरोसे रह सकती होचैत्र नवरात्रि फोटो (Chaitra Navratri Picture)
Chaitra Navratri Kab se Shuru Hai (चैत्र नवरात्रि कब से शुरू है)
चैत्र नवरात्रि की शुरुआत इस बार 9 अप्रैल यानि से आज से हो रही है।नवरात्रि पूजा सामग्री लिस्ट (Navratri Puja Samagri List In Hindi)
- कलश
- माता की प्रतिमा
- गंगाजल
- मौली
- रोली
- मिट्टी का बर्तन
- शुद्ध मिट्टी
- मिट्टी पर रखने के लिए एक साफ कपड़ा
- कलावा
- गेहूं या जौ
- अक्षत
- सिक्का
- आम के पत्ते का पल्लव
- पीतल या मिट्टी का दीपक
- घी
- मिट्टी का बर्तन
- सिंदूर
- लाल वस्त्र
- जटा वाला नारियल
- मिट्टी पर रखने के लिए एक साफ कपड़ा
- साफ जल
- इसके लिए हवन कुंड
- आम की लकड़ी
- काले तिल
- धूप
- पंचमेवा
- लोबान
- लौंग का जोड़ा
- गुग्गल
- कमलगट्टा
- सुपारी
- कपूर
- हवन में चढ़ाने के लिए भोग
- शुद्ध जल
नवरात्रि घटस्थापना मुहूर्त 2024 (Navratri Ghatasthapana Muhruat 2024)
चैत्र नवरात्रि घटस्थापना का सबसे शुभ मुहूर्त 9 अप्रैल की सुबह 6 बजकर 2 मिनट से सुबह 10 बजकर 16 मिनट तक रहेगा। इस मुहूर्त में कलश स्थापना करना सबसे उत्तम रहेगा।1st day of chaitra navratri (नवरात्रि का पहला दिन)
नवरात्रि का पहला दिन माता शैलपुत्री की पूजा के लिए समर्पित होता है।Chaitra Navratri Wishesh In Hindi
पको और आपके परिवार को चैत्र नवरात्रि की शुभकामनाएं। ...नवरात्रि के इस शुभ मौके पर मैं आशा करता/ करती हूं कि आपके और आपके परिवार के लिए ढेर सारी खुशियां, समृद्धि आए। ...यह चैत्र नवरात्रि 2024 आपके जीवन में नए अवसर और सफलता लाए। ...देवी दुर्गा की दिव्य उपस्थिति सदैव आपके साथ रहे।चैत्र नवरात्रि सॉन्ग (Chaitra Navratri Song)
https://www.youtube.com/watch?v=7Ow4uIMdXLYChaitra Navratri Starting Date (चैत्र नवरात्रि कब से शुरू है)
इस बार 8 अप्रैल को देर रात 11 बजकर 50 मिनट पर लगेगी और अगले दिन यानी 9 अप्रैल को रात के समय 8 बजकर 30 मिनट पर समाप्त हो जाएगी. ऐसे में चैत्र नवरात्रि का पहला व्रत 9 अप्रैल को रखा जाएगाचैत्र शुक्ल प्रतिपदा 2024 (Chaitra Shukla Pratipada 2024)
इस साल चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा तिथि 9 अप्रैल को पड़ रही है। ऐसे में चैत्र नवरात्रि की शुरुआत भी इसी दिन से होगी।Durga SaptShati
https://www.youtube.com/watch?v=6uZGq8n8aXQChaitra Navratri Importance (चैत्र नवरात्रि महत्व)
चैत्र नवरात्रि का महत्व बहुत उत्कृष्ट है। यह हिंदू धर्म में एक प्रमुख उत्सव है जो नौ दिनों तक चलता है। यह पर्व नौ रातों और दस दिनों तक मां दुर्गा की पूजा का महत्वपूर्ण समय है। इस अवसर पर हिंदू धर्म के विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है, जैसे कि दुर्गा, लक्ष्मी, और सरस्वती।चैत्र नवरात्रि 2024 आरती (Chaitra Navratri 2024 Aarti)
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी।तुमको निशदिन ध्यावत,हरि ब्रह्मा शिवरी॥ॐ जय अम्बे गौरी...॥मांग सिंदूर विराजत,टीको मृगमद को।उज्ज्वल से दोउ नैना,चंद्रवदन नीको॥ॐ जय अम्बे गौरी...॥कनक समान कलेवर,रक्ताम्बर राजै।रक्तपुष्प गल माला,कंठन पर साजै॥ॐ जय अम्बे गौरी...॥केहरि वाहन राजत,खड्ग खप्पर धारी।सुर-नर-मुनिजन सेवत,तिनके दुखहारी॥ॐ जय अम्बे गौरी...॥कानन कुण्डल शोभित,नासाग्रे मोती।कोटिक चंद्र दिवाकर,सम राजत ज्योती॥ॐ जय अम्बे गौरी...॥शुंभ-निशुंभ बिदारे,महिषासुर घाती।धूम्र विलोचन नैना,निशदिन मदमाती॥ॐ जय अम्बे गौरी...॥चण्ड-मुण्ड संहारे,शोणित बीज हरे।मधु-कैटभ दोउ मारे,सुर भयहीन करे॥ॐ जय अम्बे गौरी...॥ब्रह्माणी, रूद्राणी,तुम कमला रानी।आगम निगम बखानी,तुम शिव पटरानी॥ॐ जय अम्बे गौरी...॥चौंसठ योगिनी मंगल गावत,नृत्य करत भैरों।बाजत ताल मृदंगा,अरू बाजत डमरू॥ॐ जय अम्बे गौरी...॥तुम ही जग की माता,तुम ही हो भरता,भक्तन की दुख हरता।सुख संपति करता॥ॐ जय अम्बे गौरी...॥भुजा चार अति शोभित,वर मुद्रा धारी।खड्ग खप्पर धारी।मनवांछित फल पावत,सेवत नर नारी॥ॐ जय अम्बे गौरी...॥कंचन थाल विराजत,अगर कपूर बाती।श्रीमालकेतु में राजत,कोटि रतन ज्योती॥ॐ जय अम्बे गौरी...॥श्री अंबेजी की आरति,जो कोइ नर गावे।कहत शिवानंद स्वामी,सुख-संपति पावे॥ॐ जय अम्बे गौरी...॥जय अम्बे गौरी,मैया जय श्यामा गौरी।Navratri 2024 April Start Date (चैत्र नवरात्रि डेट 2024)
चैत्र नवात्रि की शुरुआत इस बार 9 अप्रैल से हो रही है।Chaitra Navratri 2024 Asthami Date- चैत्र नवरात्रि अष्टमी कब है
नवरात्रि के आठवें दिन महा अष्टमी मनाई जाती है और मां महागौरी की पूजा होती है। इस बार चैत्र शुक्ल की अष्टमी तिथि 15 अप्रैल 2024 को दोपहर 12.11 मिनट से शुरू होगी और 16 अप्रैल 2024 को दोपहर 01.23 पर समाप्त होगी। ऐसे में चैत्र नवरात्रि में महाष्टमी 16 अप्रैल 2024 को मनाई जाएगी।कलश स्थापना शुभ मुहूर्त 2024 (Kalashthapna Shubh Muhurat 2024)
चैत्र नवरात्रि पर पूरे 30 साल बाद अमृत सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, शश योग और अश्विनी नक्षत्र का अद्भुत संयोग बनने वाला है। इस दिन अमृत सिद्धि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग 9 अप्रैल को सुबह 07 बजकर 32 मिनट से प्रारंभ होंगे और यह अगले दिन सुबह 05 बजकर 06 मिनट तक रहेंगे।Navratri Food List (नवरात्रि फूड लिस्ट)
सब्जियों की बात करें तो व्रत में आप आलू, टमाटर, शकरकंद, अरबी, लौकी, खीरा, कद्दू और पालक जैसी सब्जियों का सेवन कर सकते हैं. शारदीय नवरात्रि के दौरान दूध और डेयरी उत्पाद जैसे दूध, घी, दही, पनीर, पनीर और खोया भी खाया जा सकता हैक्या नवरात्रि में गृह प्रवेश कर सकते हैं
कलश के बिना गृह प्रवेश नहीं किया जाता है, इसलिए नए घर में प्रवेश करने के लिए कलश जरूर रखें। नवरात्रि के दौरान गृह प्रवेश करना शुभ माना जाता है।चैत्र नवरात्रि महत्व : Chaitra Navratri Significance
चैत्र नवरात्रि का महत्व बहुत उत्कृष्ट है। यह हिंदू धर्म में एक प्रमुख उत्सव है जो नौ दिनों तक चलता है। यह पर्व नौ रातों और दस दिनों तक मां दुर्गा की पूजा का महत्वपूर्ण समय है। इस अवसर पर हिंदू धर्म के विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है, जैसे कि दुर्गा, लक्ष्मी, और सरस्वती।Chaitra Navratri Wishes
आपको और आपके परिवार को चैत्र नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं! अपनी चमक से खुशियों से भर दे संसार, पहले न सही इस बार देदे अपना पूरा आर्शिवाद, चैत्र नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं।चैत्र नवरात्रि 2024 आरती (Chaitra Navratri 2024 Aarti)
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी।तुमको निशदिन ध्यावत,हरि ब्रह्मा शिवरी॥ॐ जय अम्बे गौरी...॥मांग सिंदूर विराजत,टीको मृगमद को।उज्ज्वल से दोउ नैना,चंद्रवदन नीको॥ॐ जय अम्बे गौरी...॥कनक समान कलेवर,रक्ताम्बर राजै।रक्तपुष्प गल माला,कंठन पर साजै॥ॐ जय अम्बे गौरी...॥केहरि वाहन राजत,खड्ग खप्पर धारी।सुर-नर-मुनिजन सेवत,तिनके दुखहारी॥ॐ जय अम्बे गौरी...॥कानन कुण्डल शोभित,नासाग्रे मोती।कोटिक चंद्र दिवाकर,सम राजत ज्योती॥ॐ जय अम्बे गौरी...॥शुंभ-निशुंभ बिदारे,महिषासुर घाती।धूम्र विलोचन नैना,निशदिन मदमाती॥ॐ जय अम्बे गौरी...॥चण्ड-मुण्ड संहारे,शोणित बीज हरे।मधु-कैटभ दोउ मारे,सुर भयहीन करे॥ॐ जय अम्बे गौरी...॥ब्रह्माणी, रूद्राणी,तुम कमला रानी।आगम निगम बखानी,तुम शिव पटरानी॥ॐ जय अम्बे गौरी...॥चौंसठ योगिनी मंगल गावत,नृत्य करत भैरों।बाजत ताल मृदंगा,अरू बाजत डमरू॥ॐ जय अम्बे गौरी...॥तुम ही जग की माता,तुम ही हो भरता,भक्तन की दुख हरता।सुख संपति करता॥ॐ जय अम्बे गौरी...॥भुजा चार अति शोभित,वर मुद्रा धारी।खड्ग खप्पर धारी।मनवांछित फल पावत,सेवत नर नारी॥ॐ जय अम्बे गौरी...॥कंचन थाल विराजत,अगर कपूर बाती।श्रीमालकेतु में राजत,कोटि रतन ज्योती॥ॐ जय अम्बे गौरी...॥श्री अंबेजी की आरति,जो कोइ नर गावे।कहत शिवानंद स्वामी,सुख-संपति पावे॥ॐ जय अम्बे गौरी...॥जय अम्बे गौरी,मैया जय श्यामा गौरी।क्या नवरात्रि में गृह प्रवेश कर सकते हैं
कलश के बिना गृह प्रवेश नहीं किया जाता है, इसलिए नए घर में प्रवेश करने के लिए कलश जरूर रखें। नवरात्रि के दौरान गृह प्रवेश करना शुभ माना जाता है।2024 grahan list in india in hindi
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नवरात्रि के दौरान बाल कटवाने और नाखून काटने की मनाही होती है।Basant Panchami 2025 Puja Samagri And Vidhi: बसंत पंचमी पर मां सरस्वती की पूजा कैसे करें, जानिए किन सामग्रियों की पड़ेगी जरूरत
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