चाणक्य नीति: इन 4 कामों के बाद तुरंत करना चाहिए स्नान, नहीं तो...
Chanakya Niti In Hindi: चाणक्य अनुसार अगर इन 4 कार्यों को करने के तुरंत बाद स्नान नहीं किया जाए तो इससे भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
चाणक्य नीति: इन 4 कामों के बाद तुरंत करना चाहिए स्नान
चाणक्य नीती श्लोक
तैलाभ्यङ्गे चिताधूमे मैथुने क्षौरकर्मणि।
तावद् भवति चाण्डालो यावत् स्नानं न चाचरेत्।।
अर्थ: आचार्य चाणक्य की इस नीति अनुसार मालिश के बाद, स्मशान घाट में चिता का धुआं शरीर पर आने के बाद, संभोग के बाद और दाढ़ी बनाने के बाद इंसान जब तक स्नान नहीं कर लेता तब तक वह चांडाल ही माना जाता है।
इन 4 कार्यों को करने के बाद तुरंत कर लें स्नान
1. चाणक्य नीति अनुसार शमशान घाट से आने के बाद तुरंत इसलिए स्नान कर लेना चाहिए क्योंकि शमशान घाट पर कई तरह की नकारात्मक शक्तियां मौजूद हैं। जिसका सीधा असर हमारे मन और मस्तिष्क पर पड़ता है। वहीं वहां मृतकों का अंतिम संस्कार करने के कारण कई कीटाणु भी रहते हैं जो हमारे शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
2. चाणक्य नीति अनुसार तेल से मालिश के बाद भी तुरंत नहा लेना चाहिए। क्योंकि मालिश के समय शरीर के छिद्रों से मैले बाहर निकलता है। ऐसे में अगर तुरंत स्नान कर लेंगे तो शरीर की सारी गंदगी बाहर निकल जाएगी।
3. प्रेम प्रसंग के बाद भी तुरंत नहा लेना चाहिए। क्योंकि ऐसा माना जाता है कि संभोग के बाद पवित्रता भंग हो जाती है। इसलिए इस काम के बाद भी स्नान जरूरी है।
4. बाल कटवाने या दाढ़ी बनवाने के बाद भी तुरंत नहा लेना चाहिए। क्योंकि बाल कटवाने पर बाल शरीर से चिपक जाते हैं। जिससे चुभन होने लगती है ऐसे में तुरंत स्नान करके आप इस उलझन से मुक्ति पा सकते हैं।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले जम्मू-कश्मीर की रहने वाली हूं। पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट हूं। 10 साल से मीडिया में काम कर रही हूं। पत्रकारिता में करि...और देखें
20 January 2025 Panchang: आज राहुकाल कितने बजे से लगेगा, क्या रहेगा अभिजीत मुहूर्त और सूर्योदय-सूर्योस्त का टाइम
दो दिन बाद बदलेगी मंगल की चाल, इन 4 राशि वालों का हो सकता है बुरा हाल, रहें सतर्क
Mauni Amavasya 2025: मौनी अमावस्या पर शाही स्नान का शुभ मुहूर्त क्या रहेगा? जानिए क्या है इस तिथि का महत्व
Kumbh Mela 2025: कुंभ मेला कहां-कहां लगता है, क्यों प्रयागराज का कुंभ सबसे महत्वपूर्ण होता है?
Kumbh Mela 2025: जानिए पिछले सालों में कुंभ मेला कब-कब और कहां-कहां लगा था?
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited