Chandra Grahan 2022 Date, Timings: भारत में खत्म हुआ चंद्र ग्रहण, अब अगला चंद्र ग्रहण 5 मई को
Chandra Grahan LIVE: Date, Sutak Timing, City Wise Grahan Time
चंद्र ग्रहण 2022 डेट और समय: पूर्ण चंद्र ग्रहण 8 नवंबर को शाम 5 बजकर 32 मिनट से शुरू होगा और इसकी समाप्ति शाम 6 बजकर 18 मिनट पर होगी। चंद्र ग्रहण का सूतक सुबह 9 बजकर 21 मिनट पर शुरू होगा और इसकी समाप्ति चंद्र ग्रहण के साथ होगी।
Chandra Grahan 2022 City Wise Time Live Check Here
चंद्र ग्रहण के दौरान इन बातों का रखें ध्यान: चंद्र ग्रहण का सूतक लगते ही मूर्ति पूजन, मूर्ति स्पर्श और कुछ भी खाना या पीना वर्जित होता है। इस दौरान तुलसी के पौधे को भी स्पर्श नहीं करना चाहिए। चंद्र ग्रहण के समय चंद्रमा से संबंधित मंत्रों का जाप करना चाहिए। देवी देवताओं की मन ही मन अराधना करनी चाहिए। ग्रहण काल में गर्भवती महिलाएं काटने, छीलने या सिलने का कार्य बिल्कुल न करें।
Chandra Grahan 2022 City Wise Timings
ग्रहण में इन मंत्रों का करें जाप
ऊँ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे- मंत्र का जाप करें इससे न सिर्फ वाक सिद्धि प्राप्त होगी बल्कि तमामा बुरी शक्तियों का नाश होगा.विष्णु जी का मंत्र ऊं नमो भगवते वासुदेवाय नम: - का ग्रहण की अवधि में 108 बार मन ही मन जाप करें.
ॐ शीतांशु, विभांशु अमृतांशु नम:- ये मंत्र मानसिक और शारीरिक कष्टों से मुक्ति दिलाएगा और जीवन में खुशियों का आगमन होगा
चंद्र ग्रहण में चंद्रमा के मंत्रों का जाप करने से मानसिक रोगी भी स्वस्थ हो जाता है. जो गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं वह ॐ सों सोमाय नमः - मंत्र का जाप करें.
ग्रहण के दौरान एकांत वास में महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें.
कैसे देखें लाइव चंद्र ग्रहण (Live Streaming of Lunar Eclipse 8 november 2022)
वैसे तो भारत में ज्योतिषी चंद्र ग्रहण देखने से मना करते हैं लेकिन कुछ लोग इस खगोलीय घटना को देखने के लिए उत्सुक रहते हैं। NASA और Timeanddate.com पर चंद्र ग्रहण को लाइव प्रसारित किया जाएगा. इसके जरिए दुनिया भर के लोग इस अद्भुत खगोलीय घटना को देख सकेंगे.दुनिया भर से आने लगीं चंद्र ग्रहण की तस्वीरें
शनि देव की प्रिय राशि को चंद्र ग्रहण देगा लाभ
दांपत्य जीवन में तनाव में कमी आएगी और जीवनसाथी से चली आ रही समस्याओं में कमी आएगी। अपनी सेहत का थोड़ा ध्यान रखना आवश्यक होगा लेकिन व्यापार में अच्छी सफलता के योग बनेंगे। यदि साझेदारी का व्यवसाय करते हैं तो और भी अच्छा लाभ मिल सकता है।चंद्र ग्रहण का सूतक काल जारी
चंद्र ग्रहण के लगभग 9 घंटे पूर्व से ही सूतक काल शुरू हो जाता है। इसका सूतक प्रातः काल 9:21 से शुरू हो चुका है और ये ग्रहण के समाप्त होने पर अर्थात 6:18 पर समाप्त हो जाएगा।ना करें शुभ कार्य
ग्रहण काल ही नहीं सूतक लगते ही कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से शुभ कार्य अशुभ कार्य में बदल जाएगा। बता दें सूतक काल सुबह 09 बजकर 21 मिनट से प्रभावी हो गया है।कहां कहां दिखाई देगा चंद्र ग्रहण
चंद्र ग्रहण एशिया, प्रशांत महासागर, ऑस्ट्रेलिया, हिंद महासागर, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, उत्तरी पूर्वी यूरोप के अधिकांश हिस्सों में दिखाई देगा।नग्न आंखों से देख सकते हैं या नहीं?
बता दें चंद्र ग्रहण को देखने के लिए किसी विशेष निर्देश का पालन करने की आवश्यकता नहीं है। चंद्र ग्रहण को नग्न आंखों से देखा जा सकता है।धार्मिक ग्रंथों में प्रचलित
चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है। हालांकि इसे लेकर एक पौराणिक कथा भी काफी प्रचलित है। धार्मिक ग्रंथों में भी इसका उल्लेख किया गया है। धार्मिक ग्रंथों की मानें तो, जब राक्षसों का देवता राहु चंद्रमा को अपने मुंह में पकड़ लेता है, तो चंद्र ग्रहण लग जाता है।होगा पूर्ण चंद्र ग्रहण
बता दें चंद्र ग्रहण का प्रभाव भारत के पूर्वी भागों कोलकाता, सिलीगुड़ी, रांची आदि शहरों में देखने को मिलेगा। बता दें यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा इसलिए इसे ब्लड मून भी कहा जा रहा है।मंदिर का कपाट बंद कर दें
ग्रहण काल में पूजा-पाठ की मनाही होती है। इस दौरान मंदिर के कपाट बंद कर दें। कहा जाता है कि, ग्रहण काल में सभी देवी देवतागण संकट में होते हैं।ग्रहण काल में सोना निषेध
ग्रहण काल में सोना निषेध है। हालांकि बीमार, वृद्ध और बच्चों के लिए छूट है। कहा जाता है कि ग्रहण काल में सोने बीमारियां निकट आती हैं। साथ ही इस दौरान मल त्याग करने से भी बचें।पूजा-पाठ वर्जित
बता दें सूतक काल प्रभावी हो गया है। ध्यान रहे सूतक काल के दौरान यात्रा करना भोजन पकाना व खाने पर पाबंदी होती है। साथ ही इस पूजा-पाठ करना भी वर्जित करना माना जाता है। इस दौरान मंदिर के कपाट बंद कर दें।हर्भवती महिलाएं रखें खासा ध्यान
गर्भवती महिलाएं भूलकर भी सूतक काल के दौरान बाहर ना निकलें। साथ ही नुकीली चीजों का प्रयोग ना करें। कहा जाता है कि, इससे ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ता है। ऐसे में इस दौरान बाहर निकलने व नुकीली चीजों के सेवन से बचें।चल रहा है सूतक काल
चंद्र ग्रहण से ठीक 9 घंटे पहले 09 बजकर 21 मिनट से सूतक काल लग गया है। बता दें सूतक काल की समाप्ति ग्रहण समाप्त होने के साथ होगा। ध्यान रहे सूतक काल के दौरान यात्रा करने से बचना चाहिए। साथ ही इस दौरान भूलकर भी भोजन ना पकाएं और ना ही भोजना करना शुभ होता है।आंशिक चंद्र ग्रहण क्या होता है?
आंशिक चंद्र ग्रहण की घटना तब होती है जब पृथ्वी की परछाईं चंद्रमा के पूरे भाग को नहीं ढक पाती है। इस दौरान चंद्रमा के एक हिस्से में अंधेरा जैसा प्रतीत होता है।इस अक्षर से शुरू होता है आपका नाम तो चंद्र ग्रहण से रहें सावधान
A अक्षर से शुरू होने वाले नाम: जिन लोगों का नाम इस अक्षर से शुरू होता है उन्हें ग्रहण के दौरान विशेष सावधानी बरतनी होगी। ऐसा इसलिए क्योंकि इस अक्षर से शुरू होने वाले नाम के लोगों की राशि मेष मानी जाती है। क्योंकि ग्रहण मेष राशि में ही लग रहा है इसलिए इस नाम के लोगों को सावधान रहना होगा। किसी भी तरह के जोखिम भरे कार्य कम से कम अगले 3 महीने तक न करें। इसी के साथ अपनी सेहत का भी विशेष ध्यान रखें। छोटे मोटे रोग को नजरअंदाज बिल्कुल भी न करें।चंद्र ग्रहण के दौरान किन्हें रहना होगा सावधान
जिन लोगों की मेष राशि और भरणी नक्षत्र है उन्हें इस ग्रहण के दौरान विशेष सावधानी बरतनी होगी।कहां-कहां देखा जाएगा 8 नवंबर 2022 का चंद्र ग्रहण
यह पूर्ण चंद्र ग्रहण एशिया, प्रशांत महासागर, ऑस्ट्रेलिया, हिंद महासागर, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, उत्तरी पूर्वी यूरोप के अधिकांश हिस्सों में दिखाई देगा। यदि अपने देश भारत की बात करें तो भारत में पूर्ण ग्रहण केवल पूर्वी भागों में ही दिखाई देगा जबकि शेष हिस्सों में आंशिक चंद्रग्रहण या खंडग्रास चंद्रग्रहण के रूप में ही दिखाई देगा। अफ्रीका और दक्षिणी पश्चिमी यूरोप में यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा।8 नवंबर 2022 चंद्र ग्रहण का टाइम (Chandra Grahan 2022 Time In India)
ये चंद्र ग्रहण एशिया, हिंद महासागर, उत्तरी पूर्वी यूरोप, उत्तरी अमेरिका और दक्षिणी अमेरिका के अधिकांश हिस्से, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर, भारत में दिखाई देगा। देश के पूर्वी भागों में पूर्ण चंद्र ग्रहण दिखेगा तो जबकि अधिकांश हिस्सों में आंशिक चंद्र ग्रहण ही दिखेगा। जानकारी मुताबिक ग्रहण की शुरुआत शाम करीब 5 बजकर 32 मिनट पर होगी और इसकी समाप्ति शाम 6 बजकर 18 मिनट पर होगी। ये चंद्रग्रहण इस प्रकार होगा कि विशेष प्रकाश प्रभाव के कारण चंद्रमा का रंग लाल नजर आएगा।चंद्र ग्रहण 2022 नई दिल्ली टाइम (Chandra Grahan 2022 New Delhi Time)
चंद्रग्रहण 8 नवंबर 2022 मंगलवार के दिन घटित होगा। भारतीय समय के अनुसार नई दिल्ली के लिए इसका समय बताया जाए तो यह शाम 5:32 से शुरू होगा और शाम 6:18 तक रहेगा। उस दिन चंद्रोदय शाम 5:32 पर होगा इसलिए चंद्रोदय होते ही ग्रहण का प्रभाव दिखाई देगा। दिल्ली में लगभग 45 मिनट 48 सेकंड की अवधि तक ग्रहण रहेगा। नई दिल्ली में सूतक प्रातः काल 9:21 पर शुरू होंगे और ग्रहण समाप्ति के बाद 6:18 पर समाप्त हो जाएंगे।गर्भवती महिलाएं रखें ग्रहण काल में अपना विशेष ध्यान
गर्भवती महिलाओं को चंद्र ग्रहण के समय खास ध्यान देना होगा। गर्भवती मिहलाओं को इस दौरान लेटना, कुछ भी काटना मना होता है। महिलाओं को अपने पेट पर गाय का गोबर लगाना चाहिए। वहीं एक कुश अपनी हाइट के बराबर रखकर एक कोने में खड़ा कर देना चाहिए। सिलाई आदि से बचना चाहिए।कोई शुभ कार्य न करें
ग्रहण काल ही नहीं सूतक लगते ही कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से शुभ कार्य अशुभ कार्य में बदल जाएगा।भोजन करने से बचें
ग्रहण के दौरान खाना खाना या अन्न ग्रहण करना नर्क वासी बना ता है। ग्रहण के दौरान खाना-पीना सब कुछ मना होता है। केवल मरीज, वृद्ध या बच्चों को इसके लिए छूट है।सोने से बचें
ग्रहण काल में सोना निषेध है। ऐसा करना रोग का कारण होता है। मल त्याग करना भी मना है। मल त्याग करने से पेट में कीड़े पड़ने की संभावना रहती है। वहीं ग्रहण के दौरान मालिश करना कुष्ठ रोग का कारण होता है। ग्रहण में संबध बनाना भी वर्जित है, ऐसा करने वालों को सुअर का जन्म मिलता है।भारत के कुछ हिस्सों में दिखेगा असर
भारत के कुछ हिस्सों कोलकाता, सिलीगुड़ी, पटना, रांची और गुवाहटी में इसका असर अधिक देखने को मिलेगा। इसके अलावा पाकिस्तान, अफगानिस्तान, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया समेत अन्य देशों में पूर्ण चद्र ग्रहण दिखाई देगा।46 मिनट की होगी ग्रहण की कुल अवधि
हिंदू पंचांग के अनुसार चंद्र ग्रहण कल यानी 8 नवंबर 2022, मंगलवार को शाम 05 बजकर 32 मिनट से शाम 06 बजकर 18 मिनट तक लग रहा है। ग्रहण की कुल अवधि 46 मिनट होगी। वहीं चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले सूतक काल प्रभावी हो जाता है। सूतक काल 08 नवंबर को सुबह 09 बजकर 21 मिनट से लग जाएगा।चंद्र ग्रहण के दौरान करें पूजा और भगवान का ध्यान
चंद्र ग्रहण के दौरान पूजा और भगवान का ध्यान करना सही रहता है। इस तरह देवताओं की पूजा को शुभ माना जाता है। चंद्र ग्रहण में कुछ भी खाने-पीने से बचना चाहिए। चंद्र ग्रहण के दिन गंगा में स्नान कर दान करना अधिक शुभ माना गया है।यहां दिखेगा चंद्र ग्रहण
चन्द्र ग्रहण मुख्यतः उत्तरी-पूर्वी यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, प्रशान्त महासागर, हिन्द महासागर, उत्तर अमेरिका और दक्षिण अमेरिका में दिखाई देगा। भारत के भी कुछ हिस्सों में ग्रहण नजर आने वाला है।भारत के सिर्फ पूर्वी भागों में दिखाई देगा चंद्र ग्रहण
साल 2022 का आखिरी चंद्र ग्रहण भारत समेत कई देशों में दिखाई देगा। ये पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा। यानी इस दौरान चंद्रमा पृथ्वी की प्रच्छाया में पूर्ण रूप से छिप जाएगा। पूर्ण चंद्र ग्रहण का खूबसूरत नजारा भारत के सिर्फ पूर्वी भागों में दिखाई देगा।शाम 5 बजकर 32 मिनट से शुरू होगा पूर्ण चंद्र ग्रहण
पूर्ण चंद्र ग्रहण 8 नवंबर को शाम 5 बजकर 32 मिनट से शुरू होगा और इसकी समाप्ति शाम 6 बजकर 18 मिनट पर होगी। चंद्र ग्रहण का सूतक सुबह 9 बजकर 21 मिनट पर शुरू होगा और इसकी समाप्ति चंद्र ग्रहण के साथ होगी।चंद्र ग्रहण के दौरान इन बातों का रखें विशेष ध्यान
चंद्र ग्रहण का सूतक लगते ही मूर्ति पूजन, मूर्ति स्पर्श और कुछ भी खाना या पीना वर्जित होता है। इस दौरान तुलसी के पौधे को भी स्पर्श नहीं करना चाहिए। चंद्र ग्रहण के समय चंद्रमा से संबंधित मंत्रों का जाप करना चाहिए। देवी देवताओं की मन ही मन अराधना करनी चाहिए।इन देशों में नजर आएगा चंद्र ग्रहण
साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण भारत के अलावा, ऑस्ट्रेलिया, अधिकांश दक्षिण अमेरिका, अन्य एशियाई क्षेत्रों, उत्तर-पूर्वी यूरोप, उत्तरी अमेरिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर, अंटार्कटिका और हिंद महासागर में नजर आएगा।भारत में दिखेगा पूर्ण चंद्र ग्रहण
पंचांग के अनुसार 8 नवंबर को पूर्ण चंद्र ग्रहण लगेगा जो भारत के पूर्वी राज्यों में दिखाई दे सकता है। देश के बाकी हिस्सों में आंशिक चंद्र ग्रहण दिखेगा।ग्रहण के समय गर्भवती महिलाएं रहें सावधान
धार्मिक दृष्टि से चंद्र ग्रहण अशुभ माना जाता है। इस दौरान किसी भी तरह के शुभ कार्य नहीं किए जाते। साथ ही ग्रहण काल में भोजन न तो पकाया जाता है और न ही खाया जाता है। ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।चंद्र ग्रहण में कुछ भी खाने-पीने से बचना चाहिए
चंद्र ग्रहण के दौरान पूजा और भगवान का ध्यान करना सही रहता है। इस तरह देवताओं की पूजा को शुभ माना जाता है। चंद्र ग्रहण में कुछ भी खाने-पीने से बचना चाहिए। चंद्र ग्रहण के दिन गंगा में स्नान कर दान करना अधिक शुभ माना गया है।ग्रहण के शुरू होने से 9 घंटे पहले लगेगा सूतक काल
चंद्र ग्रहण में सूतक काल ग्रहण के शुरू होने से 9 घंटे पहले लगेगा। ज्योतिष के जानकारों की मानें तो सूतक काल में भोजन नहीं बनाना चाहिए। अगर खाना बना लिया है तो उसमें तुलसी के पत्ते डालकर रख दें। सूतक काल में किसी भी तरह के पूजा पाठ, देव दर्शन आदि पर भी रोक है।आपके शहर में कब दिखेगा चंद्र ग्रहण
हरिद्वार : शाम 5:26 बजे से शाम 6:18 बजे तकधर्मशाला : शाम 5:30 बजे से शाम 6:18 बजे तक
चंडीगढ़ : शाम 5:31 बजे से शाम 6:18 बजे तक
नागपुर : शाम 5:36 बजे से शाम 6:18 बजे तक
चंद्र ग्रहण टाइम
वाराणसी- शाम 05:18 बजे से शाम 06:18 बजे तकपठानकोट- शाम 05:33 बजे से शाम 06:18 बजे तक
सिलीगुड़ी - शाम 04:50 बजे से शाम 06:18 बजे तक
देहरादून- शाम 05:26 बजे से शाम 06:18 बजे तक
भारत में दिखेगा पूर्ण चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2022)
पंचांग के अनुसार 08 नवंबर 2022 को यानी कार्तिक पूर्णिमा के दिन पूर्ण चंद्र ग्रहण लगेगा जो भारत के कुछ राज्यों में दिखाई दे सकता है।© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited