Jap Mala: जप माला का अपना है अलग महत्व, हर समस्या के समाधान के लिए प्रयोग होती है विशेष माला

Jap Mala: मंत्र जाप के लिए आती हैं बहुत सी मालाएं। रोग और समस्या के लिए होती हैं विशेष मालाएं। रुद्राक्ष की माला होती है हर परिस्थिति और मंत्र के लिए उपयुक्त। स्फटिक की माला से मिलती है भगवान शिव की कृपा। तुलसी की माला जप के साथ धारण करने से होता है शुद्धिकरण भी।

अलग-अलग मालाओं से जप का है महत्व

मुख्य बातें
  • साधना में मंत्र जाप हैं महत्वपूर्ण
  • 108 मनकों की माला पर होता जाप
  • रुद्राक्ष की माला होती है सबसे उपयुक्त


Jap Mala: सनातन धर्म में मंत्र जप को साधना के पथ का सबसे महत्वपूर्ण अंग बताया गया है। पुराणाें में कहा गया है कि कलयुग में बस नाम आधारा। यानी कलयुग में हवन, तप आदि से अधिक श्रेष्ठकर है नाम जप या मंत्र जप का। अक्सर आपने देखा होगा कि मंदिर में या घर में साधक जपमाला लेकर मंत्र जाप करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जप का जितना महत्व है उतना ही महत्व जप माला के चयन का भी है।
मंत्र और आराध्य के अनुसार जप माला का विधान बताया गया है। जप माला का चयन सावधानी से करना चाहिए। क्योंकि जप माला से मन का आपके हृदय से सीधे संपर्क है और हृदय पर जैसा असर होगा आपके मन में भी वैसे ही विचार उठेंगे। इसलिए जप माला चयन यदि आप सावधानी से करेंगे तो आपकी समस्या का समाधान भी उसी रूप में मिलेगा।
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