Chhath Puja Songs: उगह हे सूरज देव भेल भिनसरवा...यहां देखें छठ के सबसे लोकप्रिय गीत

Chhath Ke Geet: छठ पर्व का त्योहार और इसके गाने ने सुने जाएं ये भला कैसे हो सकता है। या यूं कहें कि गीतों के बिना छठ पर्व अधूरा सा लगता है। यहां आप देखेंगे शारदा सिन्हा के लोकप्रिय छठ गीत।

chhath song

Sharda Sinha Chhath Geet

Chhath Puja Songs: सूर्य देव की अराधना का पर्व छठ पूजा इस साल 17 नवंबर से शुरू हो गया है। ये त्योहार खासकर बिहार और उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है। इस दौरान सूर्य देव और छठी मैया की पूजा-अर्चना की जाती है। इस पर्व की शुरुआत कार्तिक शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से होती है और समापन सप्तमी तिथि पर होता है (Chhath Ke Gana)। इस दौरान भक्त 36 घंटों का निर्जला व्रत रखते हैं। साथ ही इस दौरान छठ के गीतों की भी काफी धूम रहती है (Chhath Bhojpuri Song)। यहां आप देखेंगे छठ के लोकप्रिय गीत।

उगह हे सूरज देव Uga He Suruj Dev Lyrics

उगह हे सूरज देव भेल भिनसरवा

अरघ के रे बेरवा हो पूजन के रे बेरवा हो

बड़की पुकारे देव दुनु कर जोरवा

अरघ के रे बेरवा हो पूजन के रे बेरवा हो

बाझिन पुकारें देव दुनु कर जोरवा

अरघ के रे बेरवा हो पूजन के रे बेरवा हो

अन्हरा पुकारे देव दुनु कर जोरवा

अरघ के रे बेरवा हो पूजन के रे बेरवा हो

आ.. आ.. आ..

निर्धन पुकारे देव दुनु कर जोरवा

अरघ के रे बेरवा हो पूजन के रे बेरवा हो

कोढ़िया पुकारे देव दुनु कर जोरवा

अरघ के रे बेरवा हो पूजन के रे बेरवा हो

लंगड़ा पुकारे देव दुनु कर जोरवा

अरघ के रे बेरवा हो पूजन के रे बेरवा हो

उगह हे सूरज देव भेल भिनसरवा

अरघ के रे बेरवा हो पूजन के रे बेरवा हो

कांच ही बांस के बहंगिया लिरिक्स, Kach Hi Bas Ke Bahangiya Lyrics

कांच ही बांस के बहंगिया,

कांच ही बांस के बहंगिया,

बहंगी लचकत जाए,

बहंगी लचकत जाए ||

होए ना बलम जी कहरिया ,

बहंगी घाटे पहुंचाए,

बहंगी घाटे पहुंचाए |

कांच ही बांस के बहंगिया ,

बहंगी लचकत जाए,

बहंगी लचकत जाए ||

बाट जे पूछे ना बटोहिया ,

बहंगी केकरा के जाय,

बहंगी केकरा के जाय |

तू तो आंध्र होवे रे बटोहिया ,

बहंगी छठ मैया के जाए,

बहंगी छठ मैया के जाए |

वह रे जे बाड़ी छठी मैया ,

बहंगी उनका के जाए,

बहंगी उनका के जाए|

कांच ही बांस के बहंगिया

बहंगी लचकत जाए,

बहंगी लचकत जाए ||

होए ना देवर जी कहरिया ,

बहंगी घाटे पहुंचाई,

बहंगी घाटे पहुंचाई ||

वह रे जो बाड़ी छठी मैया

बहंगी उनका के जाए,

बहंगी उनका के जाए ||

बाटे जे पूछे ना बटोहिया

बहंगी केकरा के जाय,

बहंगी केकरा के जाय ||

तू तो आन्हर होय रे बटोहिया

बहंगी छठ मैया के जाए,

बहंगी छठ मैया के जाए ||

वह रे जय भइली छठी मैया ,

बहंगी उनका के जाए,

बहंगी उनका के जाए ||

पटना के घाट पर - छठ गीत (Patna Ke Ghat Par Chhath Lyrics In Hindi)

पटना के घाट पर,

हमहु अरगिया देब,

हे छठी मइया,

पटना के घाट पर,

हमहु अरगिया देब,

हे छठी मइया,

हम ना जाइब दूसर घाट,

देखब ऐ छठी मइया,

हम ना जाइब दूसर घाट,

देखब ऐ छठी मइया ॥

सूप लेले ठाड़ बाड़े,

डोम डोमिनिया,

देखब ऐ छठी मैया,

ओरि सुपे अरग देवाइब,

देखब हे छठी मइया ॥

फूल लेले ठाड़ बाड़े,

मलिन मलिनिया,

देखब हे छठी मइया,

ओहि फुले हारवा गोथाइब,

देखब हे छठी मइया ॥

केला सेब नरियल किने,

गइनी हम बजरिया,

देखब हे छठी मइया,

ओहि जगह होता देरिया,

देखब हे छठी मइया ॥

भूल चूक हमरी मइया,

राखब धिआनिया,

देखब हे छठी मइया,

हमरो अरगिया देहब मान,

देखब हे छठी मइया ॥

पटना के घाट पर,

हमहु अरगिया देब,

हे छठी मइया,

हम ना जाइब दूसर घाट,

देखब ऐ छठी मइया ॥

हम ना जाइब दूसर घाट,

देखब ऐ छठी मइया ॥

हम ना जाइब दूसर घाट,

देखब ऐ छठी मइया ॥

हम ना जाइब दूसर घाट,

देखब ऐ छठी मइया ॥

Kopi Kopi Boleli Chhathi Maiya Lyrics

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सुनहये सेवक लोग सुनहये सेवक लोग

मोरे चौअरा दुभिया जन्म गईले

मकरी बसरे लिहले मकरी बसरे लिहले

कॉपी कॉपी बोले सूरज देव

सुनहये सेवक लोग सुनहये सेवक लोग

बिनती से बोले सेवक लोग

सुन्हये आदित मन सुन्हये आदित मन

सुन्हये है सूरज देव सुन्हये है सूरज देव

राऊरा घटये दुभीया छटाई देहब

मकरी भगाई देहाब मकरी भगाई देहाब

सुन्हये है सूरज देव सुन्हये है सूरज देव

राऊरा घटये चंदन क्षिरक देहाब

मकरी उजड़ी देहाब मकरी उजड़ी देहाब

सुन्हये आदित मन सुन्हये आदित मन

राऊरा घटये होमवा करी देहब

तुलसी रोपाई देहब तुलसी रोपाई देहब

सुन्हये है सूरज देव सुन्हये है सूरज देव

सुन्हये आदित मन सुन्हये आदित मन

सुन्हये है सूरज देव सुन्हये है सूरज देव

Chhath Puja Song: Kelva Ke Paat Par Lyrics (केलवा के पात पर...छठ गीत)

केलवा के पात पर उगेलन सुरुज मल झांके ऊंके

केलवा के पात पर उगेलन सुरुज मल झांके ऊंके

हो करेलु छठ बरतिया से झांके ऊंके

हम तोसे पूछी बरतिया ऐ बरितया से केकरा लागी

हम तोसे पूछी बरतिया ऐ बरितया से केकरा लागी

हे करेलू छठ बरतिया से केकरा लागी

हे करेलू छठ बरतिया से केकरा लागी

हमरो जे बेटवा पवन ऐसन बेटवा से उनके लागी

हमरो जे बेटवा पवन ऐसन बेटवा से उनके लागी

हे करेलू छठ बरतिया से उनके लागी

हे करेलू छठ बरतिया से उनके लागी

अमरुदिया के पात पर उगेलन सुरूज मल झांके झुके

अमरुदिया के पात पर उगेलन सुरूज मल झांके झुके

हे करेलु छठ बरतिया से झांके झुके

हे करेलु छठ बरतिया से झांके झुके

हम तोसे पूछी बरतिया ए बरितिया से केकरा लागी

हम तोसे पूछी बरतिया ए बरितिया से केकरा लागी

हे करेलू छठ बरतिया से केकरा लागी

हे करेलू छठ बरतिया से केकरा लागी

हमरो जे स्वामी पवन एसन स्वामी उनके लागी

हमरो जे स्वामी पवन एसन स्वामी उनके लागी

हे करेली छठ बरतिया से उनके लागी

हे करेली छठ बरतिया से उनके लागी

नारियर के पात पर उगेलन सुरूजमल झांके झूके

नारियर के पात पर उगेलन सुरूजमल झांके झूके

हे करेलू छठ बरतिया से झांके झूके

हे करेलू छठ बरतिया से झांके झूके

हम तोसे पूछी बरतिया ए बरतिया से केकरा लागी

हम तोसे पूछी बरतिया ए बरतिया से केकरा लागी

हे करेलू छठ बरतिया से केकरा लागी

हे करेलू छठ बरतिया से केकरा लागी

हमरो जे बेटी पवन ऐसन बेटिया से उनके लागी

हमरो जे बेटी पवन ऐसन बेटिया से उनके लागी

हे करेलू छठ बरतिया से उनके लागी

हे करेलू छठ बरतिया से उनके लागी

Chhath Puja: Pahile Pahil Chhathi Maiya Song Lyrics ( छठ पूजा: पहिले पहिल, छठी मईया व्रत तोहार)

पहिले पहिल हम कईनी,

छठी मईया व्रत तोहार ।

करिहा क्षमा छठी मईया,

भूल-चूक गलती हमार ।

सब के बलकवा के दिहा,

छठी मईया ममता-दुलार ।

पिया के सनईहा बनईहा,

मईया दिहा सुख-सार ।

नारियल-केरवा घोउदवा,

साजल नदिया किनार ।

सुनिहा अरज छठी मईया,

बढ़े कुल-परिवार ।

घाट सजेवली मनोहर,

मईया तोरा भगती अपार ।

लिहिएं अरग हे मईया,

दिहीं आशीष हजार ।

पहिले पहिल हम कईनी,

छठी मईया व्रत तोहर ।

करिहा क्षमा छठी मईया,

भूल-चूक गलती हमार ।

सवा लाख के साडी भीजे (Sawa Laakh Ke Saadi Bhije)

चननि ताने चलले महादेव

घुटी भर धोती भीजे

घुटी भर धोती भीजे

भीजता त धोती मोरा भीजे देहु

चननि मोर नहीं भीजे

चननि मोर नहीं भीजे

चननि मोर नहीं भीजे

कोसी भरे चलली गौरा देइ

सवा लाख के साडी भीजे

सवा लाख के साडी भीजे

भीजता ता साडी मोरा भीजे देहु

कोसी मोर नाही भीजे

कोसी मोर नाही भीजे

कोसी मोर नाही भीजे

गरजी गरजी देव रिमझिम बरसे

पनिया के बूँद टपके पगिया ऊपर से

गरजी गरजी देव रिमझिम बरसे

पनिया के बूँद टपके पगिया ऊपर से

चङनि तान चलले धर्मेन्दर सेवका

घुटी भर धोती भीजे

घुटी भर धोती भीजे

भीजता त धोती मोर् भीजे देहु

चङनि मोरा नाही भीजे

चङनि मोरा नाही भीजे

चङनि मोरा नाही भीजे

धन धन बाटे मोरा अँगना के भाग हो

दुलारी छठी मैय्या आइल बाड़ी आज हो

धन धन बाटे मोरा अँगना के भाग हो

दुलारी छठी मैय्या आइल बाड़ी आज हो

ता कोसी भरे चलली अमिता देइ

नौलखा हार भीजे

नौलखा हार भीजे

अ भीजता ता हार मोरा भीजे देहु

कोसी मोरा नहीं भीजे

कोसी मोरा नहीं भीजे

कोसी मोरा नहीं भीजे

छोटकी बलकावा के माई रक्षा करिहैं

बरती केवईयां के अन्धन से भरिहैं

नन्हका बलकावा के माई रक्षा करीहें

बरती केवईयां के अन्धन से भरिहैं

ता चङनि तान चलले पंकज सेवका

घुटी भर धोती भीजे

घुटी भर धोती भीजे

के भीजता त धोती मोर् भीजे देहु

चननी मोर नहीं भीजे

चननी मोर नहीं भीजे

चननी मोर नहीं भीजे

कोसी भरे चलली अंजानो देइ

सवा लाख के साडी भीजे

सवा लाख के साडी भीजे

के भीजता ता साडी मोरा भीजे देहु

कोसी मोरा नहीं भीजे

कोसी मोरा नहीं भीजे

कोसी मोरा नहीं भीजेChhat Puja: Ho Deenanath Chhath Puja Song (छठ पूजा: हो दीनानाथ - छठ पूजा गीत)

सोना सट कुनिया, हो दीनानाथ

हे घूमइछा संसार, हे घूमइछा संसार

सोना सट कुनिया, हो दीनानाथ

हे घूमइछा संसार, हे घूमइछा संसार

आन दिन उगइ छा हो दीनानाथ

आहे भोर भिनसार, आहे भोर भिनसार

आजू के दिनवा हो दीनानाथ

हे लागल एती बेर, हे लागल एती बेर

बाट में भेटिए गेल गे अबला

एकटा अन्हरा पुरुष, एकटा अन्हरा पुरुष

अंखिया दियेते गे अबला

हे लागल एती बेर, हे लागल एती बेर

बाट में भेटिए गेल गे अबला

एकटा बाझिनिया, एकटा बाझिनिया

बालक दियेते गे अबला

हे लागल एती बेर, हे लागल एती बेर

Chhath Kyu Manaya Jata Hai (छठ क्यों मनाया जाता है)

छठ एक पर्व नहीं है, बल्कि महापर्व है, जो पूरे चार दिनों तक चलता है। इसकी शुरुआत नहाए-खाए से होती है, जो डूबते और उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर समाप्त होती है। ये पर्व साल में दो बार आता है। चैत्र शुक्ल षष्ठी पर मनाए जाने वाले छठ पर्व को 'चैती छठ' के नाम से जाना जाता है तो कार्तिक शुक्ल पक्ष षष्ठी पर मनाए जाने वाले पर्व को 'कार्तिकी छठ' कहते हैं। ये पर्व पारिवारिक सुख-समृद्धि और मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए मनाया जाता है।

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    TNN अध्यात्म डेस्क author

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