Chitragupta Ji Ki Aarti, Mantra: ॐ जय चित्रगुप्त हरे, स्वामी जय चित्रगुप्त हरे...यहां देखें चित्रगुप्त जी की आरती, मंत्र और स्तुति

Chitragupta Ji Ki Arti, Mantra, Stuti (श्री चित्रगुप्त जी की आरती pdf): भाई दूज के दिन ही चित्रगुप्त महाराज की भी पूजा की जाती है। पुराणों के अनुसार चित्रगुप्त जी की पूजा करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। यहां देखें चित्रगुप्त जी की आरती, मंत्र और स्तुति।

Chitragupta Arti

Chitragupta Ji Ki Arti

Chitragupta Ji Ki Arti, Mantra, Stuti (श्री चित्रगुप्त जी की आरती pdf): इस साल चित्रगुप्त पूजा का त्योहार 3 नवंबर को मनाया जा रहा है। ये पर्व मुख्य रूप से कायस्थ समाज के लोगों मनाया जाता है। इस दिन लोगों के कर्मों का हिसाब-किताब रखने वाले चित्रगुप्त जी की पूजा की जाती है। चित्रगुप्त महाराज मृत्यु के देवता यमराज जी के सहायक माने जाते हैं। ये चित्र सहित सभी के गुप्त कर्मों का लेखा-जोखा रखते हैं। इसलिए ही इन्हें चित्रगुप्त कहा जाता है। चलिए यहां आपको बताएंगे चित्रगुप्त जी की आरती, मंत्र और स्तुति।

Chitragupta Katha

चित्रगुप्त भगवान की आरती (Chitragupta Ji Ki Aarti)

ॐ जय चित्रगुप्त हरे, स्वामी जय चित्रगुप्त हरे।

भक्त जनों के इच्छित, फल को पूर्ण करे॥

ॐ जय चित्रगुप्त हरे...॥

विघ्न विनाशक मंगलकर्ता, सन्तन सुखदायी।

भक्तन के प्रतिपालक, त्रिभुवन यश छायी॥

ॐ जय चित्रगुप्त हरे...॥

रूप चतुर्भुज, श्यामल मूरति, पीताम्बर राजै।

मातु इरावती, दक्षिणा, वाम अङ्ग साजै॥

ॐ जय चित्रगुप्त हरे...॥

कष्ट निवारण, दुष्ट संहारण, प्रभु अन्तर्यामी।

सृष्टि संहारण, जन दु:ख हारण, प्रकट हुये स्वामी॥

ॐ जय चित्रगुप्त हरे...॥

कलम, दवात, तलवार,पत्रिका, कर में अति सोहै।

वैजयन्ती वनमाला, त्रिभुवन मन मोहै॥

ॐ जय चित्रगुप्त हरे...॥

सिंहासन का कार्य सम्भाला, ब्रह्मा हर्षाये।

तैंतीस कोटि देवता, चरणन में धाये॥

ॐ जय चित्रगुप्त हरे...॥

नृपति सौदास, भीष्म पितामह, याद तुम्हें कीन्हा।

वेगि विलम्ब न लायो, इच्छित फल दीन्हा॥

ॐ जय चित्रगुप्त हरे...॥

दारा, सुत, भगिनी, सब अपने स्वास्थ के कर्ता।

जाऊँ कहाँ शरण में किसकी, तुम तज मैं भर्ता॥

ॐ जय चित्रगुप्त हरे...॥

बन्धु, पिता तुम स्वामी, शरण गहूँ किसकी।

तुम बिन और न दूजा, आस करूँ जिसकी॥

ॐ जय चित्रगुप्त हरे...॥

जो जन चित्रगुप्त जी की आरती, प्रेम सहित गावैं।

चौरासी के छूटैं बंधन, इच्छित फल पावैं॥

ॐ जय चित्रगुप्त हरे...॥

न्यायाधीश बैकुण्ठ निवासी, पाप पुण्य लिखते।

हम हैं शरण तिहारी, आस न दूजी करते॥

ॐ जय चित्रगुप्त हरे...॥

चित्रगुप्त पूजा मंत्र (Chitragupta Mantra)

मसीभाजन संयुक्तश्चरसि त्वम् ! महीतले |

लेखनी कटिनीहस्त चित्रगुप्त नमोस्तुते ||

चित्रगुप्त ! मस्तुभ्यं लेखकाक्षरदायकं |

कायस्थजातिमासाद्य चित्रगुप्त ! नामोअस्तुते ||

श्री चित्रगुप्त भगवान स्तुति (Chitragupta Ji Ki Stuti)

जय चित्रगुप्त यमेश तव ,शरणागतम ,शरणागतम|

जय पूज्य पद पद्मेश तव शरणागतम ,शरणागतम||

जय देव देव दयानिधे ,जय दीनबंधु कृपानिधे |

कर्मेश तव धर्मेश तव शरणागतम ,शरणागतम||

जय चित्र अवतारी प्रभो ,जय लेखनीधारी विभो |

जय श्याम तन चित्रेश तव शरणागतम ,शरणागतम||

पुरुषादि भगवत् अंश जय ,कायस्थ कुल अवतंश जय |

जय शक्ति बुद्धि विशेष तव शरणागतम ,शरणागतम||

जय विज्ञ मंत्री धर्म के ,ज्ञाता शुभाशुभ कर्म के |

जय शांतिमय न्यायेश तव शरणागतम ,शरणागतम||

तव नाथ नाम प्रताप से ,छूट जाएँ भय त्रय ताप से |

हों दूर सर्व क्लेश तव शरणागतम ,शरणागतम||

हों दीन अनुरागी हरि, चाहें दया दृष्टि तेरी |

कीजै कृपा करुणेश तव शरणागतम ,शरणागतम||

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) पढ़ें हिंदी में और देखें छोटी बड़ी सभी न्यूज़ Times Now Navbharat Live TV पर। अध्यात्म (Spirituality News) अपडेट और चुनाव (Elections) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से।

लेटेस्ट न्यूज

लवीना शर्मा author

धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले जम्मू-कश्मीर की रहने वाली हूं। पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट हूं। 10 साल से मीडिया में काम कर रही हूं। पत्रकारिता में करि...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited