Dashama Ni Aarti Lyrics: आरती श्री दशा माता की, जय सत-चित्त आनंद दाता की...दशामा की आरती यहां पढ़ें

Dashama Ni Aarti Lyrics: दशा माता या दशामा का व्रत बेहद कल्याणकारी माना जाता है। मान्यता है इस व्रत को करने से घर परिवार में सदैव सुख-समृद्धि बनी रहती है। इस व्रत की पूजा के दौरान दशामा की आरती जरूर करनी चाहिए। यहां देखें दशामा की आरती के लिरिक्स।

Dashama Ni Aarti Lyrics

Dashama Ni Aarti Lyrics, Dasha Mata Ki Aarti: गुजरात में दशामा व्रत का खास महत्व माना जाता है। इस दौरान महिलाएं 10 दिनों तक व्रत रखती हैं और दशा माता से परिवार की सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। कहते हैं इस व्रत को रखने से कुंडली में ग्रहों की स्थिति में सुधार हो जाता है। दशामा की पूजा के समय उनकी कथा और आरती करना अनिवार्य माना गया है। यहां जानिए दशामा की आरती के लिरिक्स।

Dashama Ni Aarti Lyrics (दशामा आरती लिरिक्स)

आरती श्री दशा माता की।
जय सत-चित्त आनंद दाता की।
भय भंजनि अरु दशा सुधारिणी।
पाप -ताप-कलि कलुष विदारणी।
शुभ्र लोक में सदा विहारणी।
जय पालिनी दिन जनन की।
आरती श्री दशा माता की॥
अखिल विश्व- आनंद विधायिनी।
मंगलमयी सुमंगल दायिनी।
जय पावन प्रेम प्रदायिनी।
अमिय-राग-रस रंगरली की।
आरती श्री दशा माता की॥
नित्यानंद भयो आह्लादिनी।
आनंद घन आनंद प्रसाधिनी।
रसमयि रसमय मन- उन्मादिनी।
सरस कमलिनी विष्णुआली की।
आरती श्री दशा माता की॥

Char Char Dham Ni Dashama Ni Aarti song

Dashama Aarti Benefits (दशामा आरती के लाभ)

दशामा की आरती करने से घर में सुख-समृद्धि आती है। इसलिए ये आरती बेहद फलदायी मानी जाती है। इस आरती को करने से सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है। दशामा व्रत रखने वाले लोगों को दशामा की कथा के बाद इस आरती को जरूर करना चाहिए। इस आरती के बिना दशा माता की पूजा अधूरी मानी जाती है।
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