Dev Diwali 2022: देव दिवाली पर दीपदान करने का क्या है सही तरीका? इस दौरान न करें ये 2 गलतियां

Dev Diwali 2022: देव दिवाली के दिन स्वर्ग लोक से देवता दिवाली मनाने काशी के गंगा घाट पर उतरते हैं। ऐसा कहते हैं कि इस दिन दीपदान करने से बड़ा पुण्य मिलता है। लेकिन दीपदान करते वक्त कुछ बातें विशेष रूप से ध्यान में रखनी चाहिए।

जानिए देव दिवाली पर दीपदान करने का सही तरीका ( प्रतीकात्मक तस्वीर)

मुख्य बातें
  • देव दिवाली पर दीप दान करने से मिलेगा पुण्य
  • देव दिवाली पर न करें ये 2 गलतियां
  • ये 5 नियम भी रखें याद

Dev Diwali 2022: कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि को दीपदान का विशेष महत्व बताया गया है। सनातन धर्म की मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक मास में ऊर्जा और प्रकाश दोनों ही कमजोर पड़ जाते हैं। इसलिए कार्तिक मास में दीपक जलाने वाले का ईश्वर, ऊर्जा और प्रकाश से सीधा संबंध स्थापित होता है। दीपक से भगवान की कृपा, ऊर्जा और समृद्धि सब मिल सकता है। ऐसा कहते हैं कि कार्तिक मास में किया गया दीपदान कभी निष्फल नहीं होता है।

कार्तिक मास की पूर्णिमा पर देव दिवाली भी मनाई जाती है। कहते हैं कि इस दिन स्वर्ग लोक से देव-देवता दिवाली मनाने के लिए काशी के गंगा घाट पर उतरते हैं। इसलिए इस दिन दीपदान करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है। ज्योतिषियों की मानें तो इस दिन अगर भगवान विष्णु की पूरी श्रद्धा रखते हुए दीपदान किया जाए तो जीवन की तमाम बाधाओं को दूर किया जा सकता है। लेकिन दीपदान करते वक्त कुछ बातों का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए।

दीपदान से पहले ना करें ये 2 गलतियां

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