धनतेरस पर मां लक्ष्मी और कुबेर देवता की ऐसे करें पूजा, जानें मंत्र
धनतेरस पर मां लक्ष्मी और कुबेर देवता की ऐसे करें पूजा, जानें मंत्र
धनतेरस का पर्व कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी, भगवान धन्वंतरि और कुबेर देवता की पूजा होती है। कुछ इलाकों में धनतेरस को धन्वंतरि की जयंती के रूप में मनाया जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन समुद्र मंथन से भगवान धन्वंतरि जी हाथ में अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। इसी कारण इस दिन बर्तन खरीदने का विशेष महत्व होता है। ऐसी मान्यता है कि धनतेरस पर पूजा करने से घर में धन-धान्य के भंडार हमेशा भरे रहते हैं। बर्तन के साथ-साथ इस खास त्योहार पर नई वस्तुएं सोना, चांदी, कपड़े, वाहन आदि खरीदना भी शुभ माना जाता है।
धनतेरस 2022 पूजा और खरीदारी मुहूर्त (Dhanteras 2022 Puja And Shopping Muhurat): 23 अक्टूबर को पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 44 मिनट से शाम 6 बजकर 5 मिनट तक रहेगा। धनतेरस खरीदारी का पहला शुभ मुहूर्त सुबह 7.51 बजे से दोपहर 12 बजे तक। दूसरा मुहूर्त दोपहर 1:30 से 3 बजे तक। तीसरा मुहूर्त शाम 6 बजे से रात 10:30 बजे तक।
Dhanteras 2022 Date, Puja Muhurat Time Live Updates
धनतेरस पूजा विधि: धनतेरस पर भगवान धन्वंतरि, देवी लक्ष्मी एवं कुबेर देव की पूजा होती है। धनतेरस पर संध्या के समय उत्तर दिशा की तरफ देव कुबेर और भगवान धन्वंतरि की स्थापना करें। साथ ही माता लक्ष्मी और श्री गणेश की भी मूर्ति स्थापित करें। इसके बाद दीपक प्रज्वलित करें और विधिवत पूजन प्रारंभ करें। सभी देवी-देवताओं को तिलक लगाएं और पुष्प, फल आदि अर्पित करें। कुबेर देव को सफेद मिठाई तो धन्वंतरि देव को पीली मिठाई का भोग लगाएं। इस पूजा के दौरान 'ऊं ह्रीं कुबेराय नमः' मंत्र का जाप करते रहें। भगवान धन्वंतरि को प्रसन्न करने के लिए धनतेरस पर धन्वंतरि स्तोत्र का पाठ भी जरूर करें। इसके अलावा मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप भी करें। अंत में आरती कर पूजा संपन्न करें।
धनतेरस पर्व से जुड़ी हर जानकारी जानने के लिए बने रहिए हमारे इस लाइव ब्लॉग पर...
कुबेर मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥धनतेरस पर दान से प्रसन्न होती हैं मां लक्ष्मी:
हिंदू धर्म में दान का बहुत महत्व है। माना जाता है कि धनतेरस के दिन नई चीजों को खरीदने के साथ ही दान भी करें। इस दिन जरूरतमंद लोगों को वस्त्र बांटने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। मान्यता है वस्त्र दान से धन की देवी मां लक्ष्मी अत्यंत प्रसन्न होती हैं।भगवान धन्वंतरि जी की आरती:
ॐ जय धन्वंतरि देवा, स्वामी जय धन्वंतरि जी देवा, जरा-रोग से पीड़ित, जन-जन सुख देवा, स्वामी जय धन्वन्तरि देवा, ॐ जय धन्वन्तरि जी देवा।तुम समुद्र से निकले, अमृत कलश लिए, देवासुर के संकट आकर दूर किए, स्वामी जय धन्वन्तरि देवा, ॐ जय धन्वन्तरि जी देवा।।
आयुर्वेद बनाया, जग में फैलाया, सदा स्वस्थ रहने का, साधन बतलाया,स्वामी जय धन्वन्तरि देवा, ॐ जय धन्वन्तरि जी देवा।।
भुजा चार अति सुंदर, शंख सुधा धारी, आयुर्वेद वनस्पति से शोभा भारी, स्वामी जय धन्वन्तरि देवा, ॐ जय धन्वन्तरि जी देवा।
तुम को जो नित ध्यावे, रोग नहीं आवे, असाध्य रोग भी उसका, निश्चय मिट जावे, स्वामी जय धन्वन्तरि देवा, ॐ जय धन्वन्तरि जी देवा।।
हाथ जोड़कर प्रभुजी, दास खड़ा तेरा, वैद्य-समाज तुम्हारे चरणों का घेरा, स्वामी जय धन्वन्तरि देवा, ॐ जय धन्वन्तरि जी देवा।
धन्वंतरिजी की आरती जो कोई नर गावे, रोग-शोक न आए, सुख-समृद्धि पावे, स्वामी जय धन्वन्तरि देवा, ॐजय धन्वन्तरि जी देवा।।
Laxmi Ji Ki Aarti (लक्ष्मी जी की आरती)
ॐ जय लक्ष्मी माता,मैया जय लक्ष्मी माता ।
तुमको निसदिन सेवत,
हर विष्णु विधाता ॥
उमा, रमा, ब्रम्हाणी,
तुम ही जग माता ।
सूर्य चद्रंमा ध्यावत,
नारद ऋषि गाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
दुर्गा रुप निरंजनि,
सुख-संपत्ति दाता ।
जो कोई तुमको ध्याता,
ऋद्धि-सिद्धि धन पाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
तुम ही पाताल निवासनी,
तुम ही शुभदाता ।
कर्म-प्रभाव-प्रकाशनी,
भव निधि की त्राता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
जिस घर तुम रहती हो,
ताँहि में हैं सद्गुण आता ।
सब सभंव हो जाता,
मन नहीं घबराता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
तुम बिन यज्ञ ना होता,
वस्त्र न कोई पाता ।
खान पान का वैभव,
सब तुमसे आता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
शुभ गुण मंदिर सुंदर,
क्षीरोदधि जाता ।
रत्न चतुर्दश तुम बिन,
कोई नहीं पाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
महालक्ष्मी जी की आरती,
जो कोई नर गाता ।
उँर आंनद समाता,
पाप उतर जाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
ॐ जय लक्ष्मी माता,
मैया जय लक्ष्मी माता ।
तुमको निसदिन सेवत,
हर विष्णु विधाता ॥
भगवान कुबेर की आरती
ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे,स्वामी जै यक्ष जै यक्ष कुबेर हरे ।शरण पड़े भगतों के,भण्डार कुबेर भरे ।॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे...॥शिव भक्तों में भक्त कुबेर बड़े,स्वामी भक्त कुबेर बड़े ।दैत्य दानव मानव से,कई-कई युद्ध लड़े ॥॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे...॥स्वर्ण सिंहासन बैठे,सिर पर छत्र फिरे,स्वामी सिर पर छत्र फिरे ।योगिनी मंगल गावैं,सब जय जय कार करैं ॥॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे...॥गदा त्रिशूल हाथ में,शस्त्र बहुत धरे,स्वामी शस्त्र बहुत धरे ।दुख भय संकट मोचन,धनुष टंकार करें ॥॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे...॥भांति भांति के व्यंजन बहुत बने,स्वामी व्यंजन बहुत बने ।मोहन भोग लगावैं,साथ में उड़द चने ॥॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे...॥बल बुद्धि विद्या दाता,हम तेरी शरण पड़े,स्वामी हम तेरी शरण पड़े ।अपने भक्त जनों के,सारे काम संवारे ॥॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे...॥मुकुट मणी की शोभा,मोतियन हार गले,स्वामी मोतियन हार गले ।अगर कपूर की बाती,घी की जोत जले ॥॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे...॥यक्ष कुबेर जी की आरती,जो कोई नर गावे,स्वामी जो कोई नर गावे ।कहत प्रेमपाल स्वामी,मनवांछित फल पावे ॥॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे...॥Dhanteras 2022 Puja vidhi - देखें पूजा का शुभ मुहूर्त
धनतेरस पूजा शुभ मुहूर्त: शाम 5: 44 मिनट से शाम 6:05 तकप्रदोष काल: शाम 5:44 मिनट से रात 8:16 तकवृषभ काल: शाम 6:58 मिनट से रात 8:54 मिनट तकDhanteras 2022 - इस योग में करें खरीदारी
यदि आप धनतेरस के अवसर पर कुछ खरीदारी के लिए योजना बना रहे हैं, तो अभी खरीद लें। इस समय त्रिपुस्कर योग बन रहा है। त्रिपुस्कर योग में सिद्धियों का वास होता है। इस दौरान खरीदारी करने से उसमें 13 गुना वृद्धि होती है।Dhanteras 2022 - निरोगी काया की प्राप्ति
धनतेरस के दिन विधि विधान से मां लक्ष्मी की पूजा अर्चना करने से मां लक्ष्मी की आशीर्वाद अपने भक्तों पर सदैव बना रहता है। तथा इस दिन भगवान धन्वंतरी की पूजा भी का जाती है। मान्यता है कि इससे व्यक्ति को निरोगी काया की प्राप्ति होती है।Dhanteras 2022 Puja vidhi - त्रिपुस्कर योग में करें खरीदारी
धनतेरस के शुभ मुहूर्त की बात करें तो आज सर्वार्थ सिद्धिय योग और त्रिपुस्कर योग लग रहा है। इस समय त्रिपुस्कर योग चल रहा है। इस दौरान खरीदारी करना शुभ होता है। मान्यता है कि, इससे 13 गुना वृद्धि होती है।Dhanteras 2022 - धन प्राप्ति के मार्ग में वृद्धि
ध्यान रहे जहां जहां कुबेर निवास करते हैं, वहीं मां लक्ष्मी का वास होता है। ऐसे में मां लक्ष्मी की विधिवत पूजा अर्चना करने के बाद कुबेर महाराज की पूजा करना ना भूलें। साथ ही इस दिन आप कुछ खास उपाय भी करें, इससे धन प्राप्ति के मार्ग में वृद्दि होती है।Dhanteras 2022 - होती है 13 गुना वृद्धि
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरी हांथ में अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। ऐसे में इस दिन सोना व बर्तन खरीदना काफी शुभ माना जाता है। मान्यता है कि, धनतेरस के अवसर पर सोना चांदी खरीदने से इसमें 13 गुना वृद्धि होती है।Dhanteras 2022 - झाड़ू खरीदना होता है शुभ
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार धनतेरस के दिन शुभ मुहूर्त में आभूषण व बर्तन की खरीदारी करने से इसमें 13 गुना वृद्धि होती है। ऐसे में शुभ मुहूर्त में बर्तन व आभूषण खरीदना ना भूलें। साथ ही इस दिन झाड़ू खरीदना शुभ होता है। झाड़ू को मां लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है।धनतेरस पर घर के बाहर जलाएं दीपक
घर के बाहर दीये जलाए जाते हैं और घर से निर्धनता दूर करने के लिए अखंड दीप भी जलाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि मां लक्ष्मी अपने भक्तों को आशीर्वाद देने के लिए उनके घर आती हैं। साथ ही, इस दिन घर में मौजूद वास्तु दोष भी दूर होते हैं।धनतेरस में अष्टधातु की मूर्ति ख़रीदें
धनतेरस के दिन अष्टधातु से निर्मित लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति अवश्य ही ख़रीदें। इस मूर्ति के प्रभाव से नकारात्मकता का नाश होता है और सकारात्मकता में वृद्धि होती है। अष्टधातु से निर्मित लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति की पूजा आप दिवाली के दिन करें।Laxmi Ji Ki Aarti (लक्ष्मी जी की आरती)
ॐ जय लक्ष्मी माता,मैया जय लक्ष्मी माता ।
तुमको निसदिन सेवत,
हर विष्णु विधाता ॥
उमा, रमा, ब्रम्हाणी,
तुम ही जग माता ।
सूर्य चद्रंमा ध्यावत,
नारद ऋषि गाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
दुर्गा रुप निरंजनि,
सुख-संपत्ति दाता ।
जो कोई तुमको ध्याता,
ऋद्धि-सिद्धि धन पाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
तुम ही पाताल निवासनी,
तुम ही शुभदाता ।
कर्म-प्रभाव-प्रकाशनी,
भव निधि की त्राता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
जिस घर तुम रहती हो,
ताँहि में हैं सद्गुण आता ।
सब सभंव हो जाता,
मन नहीं घबराता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
तुम बिन यज्ञ ना होता,
वस्त्र न कोई पाता ।
खान पान का वैभव,
सब तुमसे आता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
शुभ गुण मंदिर सुंदर,
क्षीरोदधि जाता ।
रत्न चतुर्दश तुम बिन,
कोई नहीं पाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
महालक्ष्मी जी की आरती,
जो कोई नर गाता ।
उँर आंनद समाता,
पाप उतर जाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
ॐ जय लक्ष्मी माता,
मैया जय लक्ष्मी माता ।
तुमको निसदिन सेवत,
हर विष्णु विधाता ॥
वाहन और जमीन की खरीदारी के लिए शुभ दिन है धनतेरस
धनतेरस पर वाहन या फिर जमीन आदि की भी खरीदारी करते हैं। धनतेरस के दिन यदि वाहन खरीदते हैं तो उससे आपको सालभर शुभ फल की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही जमीन की खरीदारी से जायदाद में इजाफा होता है।धनतेरस के दिन करें पीले वस्त्रों का दान
ऐसा कहते हैं कि धनतेरस के दिन किसी ज़रुरतमंद व्यक्ति को यदि पीले वस्त्रों का दान किया जाए तो व्यक्ति को पुण्य प्राप्त होता है। धनतेरस के दिन पीले वस्त्र का दान करना महादान कहलाता है। ऐसा करने करने से व्यक्ति की कुंडली में गुरु भी मजबूत होता है और उसके जीवन का भाग्योदय होता है।धनतेरस 2022 पूजा मुहूर्त (Dhanteras 2022 Puja Muhurat)
धनतेरस के दौरान लक्ष्मी पूजा प्रदोष काल में की जाती है। ये मुहूर्त सूर्यास्त के बाद प्रारम्भ होता है और लगभग 2 घण्टे 24 मिनट तक रहता है। धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 44 मिनट से शुरू हो रहा है जिसकी समाप्ति शाम 6 बजकर 5 मिनट पर होगी। वहीं प्रदोष काल शाम 05:33 से रात 08:05 तक रहेगा और वृषभ काल शाम 06:58 से रात 08:54 तक रहेगा।धनतेरस पर खरीदें पारद यंत्र, मां लक्ष्मी होंगी प्रसन्न
जरूर खरीदें पारद श्री यंत्र: यदि आप चाहते हैं जीवन में धन, वैभव और समृद्धि बनी रहे तो इस दिन पारद श्री यंत्र को अवश्य ही खरीदना चाहिए। इस यंत्र से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं जिससे आपके जीवन में कभी भी धन का अभाव नहीं होगा। आप इस यंत्र को घर, ऑफिस या तिजोरी में उत्तर या पूर्व की दिशा की ओर स्थापित कर सकते हैं। इसके अलावा धनतेरस पर अन्य यंत्र श्री धन वर्षा यंत्र, कुबेर यंत्र, महालक्ष्मी यंत्र भी खरीद सकते हैं।धनतेरस के दिन ज़रूर बरतें ये सावधानियां?
धनतेरस के दिन साफ़ घर में ही भगवान धन्वंतरि, माता लक्ष्मी और कुबेर भगवान का स्वागत करें। धनतेरस के दिन दिन उधार लेना या उधार देना सही नहीं माना जाता है। धनतेरस के दिन यदि आप कोई बर्तन खरीदते हैं तो घर लाते समय उसे बिलकुल भी खाली न लाएं और उसमें कुछ मीठा ज़रूर डालें। धनतेरस के दिन तिजोरी में अक्षत रखते समय इस बात का ध्यान रखें कि अक्षत खंडित न हों।माता लक्ष्मी को ऐसे करें प्रसन्न
कहते हैं मंत्रों में काफी शक्ति होती है। मंत्र अराधना से देवी-देवता काफी जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। धनतेरस पर मां लक्ष्मी के इस मंत्र का जाप बेहद ही शुभ फलदायी माना जाता है। ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मीये नमःधनतेरस पर बना इंद्र योग
इंद्र योगधनतेरस के दिन सबसे पहले जो योग बनेगा वो है इंद्र योग। ज्योतिष के अनुसार ये एक शुभ योग है जो किसी भी व्यक्ति को अच्छे परिणाम देने में मददगार साबित होता है। इंद्र योग 23 अक्टूबर को शाम 04 बजकर 06 मिनट तक रहेगा।कुबेर देव की कृपा प्राप्त करने का मंत्र
-ओम् श्री कुबेराय नम: दीपं दर्शयामीय।।- ओम् श्री कुबेराय नम: नैवेद्यं समर्पयामि।।
धनतेरस पर पूजा के समय जपें भगवान धन्वंतरि का पूजा मंत्र
नमो भगवते महासुदर्शनाय वासुदेवाय धन्वंतराये:अमृतकलश हस्ताय सर्व भयविनाशाय सर्व रोगनिवारणाय
त्रिलोकपथाय त्रिलोकनाथाय श्री महाविष्णुस्वरूप
श्री धनवंतरी स्वरूप श्री श्री श्री औषधचक्र नारायणाय नमः॥
श्री धनवंतरी स्वरूप श्री श्री श्री औषधचक्र नारायणाय नमः॥
Dhanteras 2022 Niyam: पीतल भगवान धन्वंतरि का धातु
पीतल भगवान धन्वंतरी का धातु है। इसलिए पीले रंग के धातु इस दिन खरीदना शुभ होता है। मान्यता है कि सोने-चांदी या पीतल के बर्तन खरीदने से घर में सौभाग्य, सुख-शांति और स्वास्थ्य का वास होता है।Dhanteras 2022: खाली बर्तन घर ना ले जाएं
माना जाता है कि धनतेरस के दिन खाली बर्तन खरीदकर घर नहीं लाना चाहिए, इसलिए घर के अंदर ले जाने से पहले बर्तन के अंदर पानी भर लें।Dhanteras 2022: पूजा स्थल पर रखें चांदी से निर्मित लक्ष्मी जी की मूर्ति
धनतेरस या दीपावली को विधिवत पूजा के बाद चांदी से निर्मित लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति को घर के पूजा स्थल पर रखना चाहिए। इसके बाद प्रतिदिन इनकी पूजा करने से घर में कभी धन की कमी नहीं होती।Dhanteras 2022: कमल और गुलाब माता लक्ष्मी को प्रिय
धनतेरस में लक्ष्मी को प्रिय लगने वाले पुष्पों और वस्त्रों से माता का श्रृंगार करना चाहिए। माता को पुष्प में कमल और गुलाब प्रिय है। मिष्ठान भोजन और खीर पसंद है। केसर की मिठाई और हलवा प्रिय है।Dhanteras 2022: यम देवता के नाम का जलाएं दीया
धनतेरस के दिन प्रदोष काल में घर के मुख्य द्वार या आंगन में दीया जलाएं। एक दीया यम देवता के नाम का भी जलाएं।Dhanteras 2022: व्यापार में हो रहा है घाटा, इस मंत्र का करें जाप
आपको बिजनेस में लगातार घाटे का सामना करना पड़ रहा है। अच्छी कमाई के बावजूद पैसे नहीं बच रहे हैं। धनतेरस पर भगवान कुबेर के मंत्रों का जाप करें।ओम् श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नम:ओम् ह्रीं श्रीं क्रीं कुबेराय अष्ट लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नम:।।Dhanteras 2022: धनतेरस के दिन ये है ग्रहों की स्थिति
धनतेरस यानी 23 फरवरी रविवार को उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र है। चन्द्रमा बुध प्रधान राशि कन्या में है। सूर्य तुला में व शनि आज मकर राशि में है। गुरु मीन में हैं। शेष ग्रह स्थितियां पूर्ववत हैं।Dhanteras 2022: ईशान कोण में गाय का दीपक जलाएं
धनतेरस या दीपावली की शाम को घर के ईशान कोण में गाय के घी का दीपक जलाएं। बत्ती में रुई के स्थान पर लाल रंग के धागे का उपयोग करें। साथ ही दीए में थोड़ी केसर भी डालें।Dhanteras 2022 Upaay: सूरज ढलने के बाद करें ये उपाय
धनतेरस की शाम सूरज ढलने के बाद एक दीप घर के मंदिर में जलाएं और उसमें करीब 13 कौड़ियां डाल दें। इसके बाद देवी लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा करें और आर्थिक संकट दूर करने की प्रार्थना करें। आधी रात को दीये से 13 कौड़ियां निकाल कर घर के किसी कोने में गाड़ दें। ध्यान रहे कि इसे करते हुए कोई आपको देखे नहीं।Dhanteras 2022 Upaay: मां लक्ष्मी को कमल का फूल करें अर्पित
धनतेरस या दीपावली की सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। लक्ष्मी मंदिर में जाएं और मां लक्ष्मी को कमल के फूल अर्पित करें। सफेद रंग की मिठाई का भोग लगाएं। आर्थिक तंगी दूर करने के लिए ये सबसे अचूक उपाय है।Dhanteras 2022 Upaay: किन्नर को दें रुपए
धनतेरस के दिन किसी किन्नर को रुपये दें और उसमे से एक रुपया उससे मांग लें। यदि वह खुशी से आपको रुपये दे दे तो आप उस रुपये को अपने पर्स में हमेशा के लिए रख लें। ये आपके पर्स से कभी पैसे कम नहीं होने देगा।Dhanteras 2022 Upaay: भगवान कुबेर और लक्ष्मीजी के उपाय
धनतेरस के दिन भगवान कुबेर और देवी लक्ष्मी की पूजा करें तो साथ में कुछ हल्दी की गांठ भी वहां पूजा में शामिल करें। पूजा के बाद हल्दी की गांठ को अपनी तिजोरी में रख दें।Dhanteras 2022 Upaay: चांदी के सिक्कों के उपाय
धनतेरस की शाम को चांदी के 13 सिक्के लें। इन सिक्कों पर केसर या हल्दी लगा कर इनकी पूजा भगवान कुबेर और देवी लक्ष्मी के साथ करें। फिर इन सिक्कों को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख लें। ये उपाय धन को बढ़ाने का काम करेगा।Dhanteras 2022: जरूर खरीदें कुबेर यंत्र
धनतेरस पर कुबेर यंत्र जरूर खरीदें और इसे अपने घर की तिजोरी, पूजा घर या दुकान आदि पर स्थापित करें। 108 बार ‘’ऊँ यक्षाय कुबेराय वैश्रववाय, धन-धान्यधिपतये धन-धान्य समृद्धि मम देहि दापय स्वाहा‘’ का जाप कर अभिमंत्रित करें। ये उपाय आपके घर या दुकान में कभी धन की कमी नहीं होने देगा।23 अक्टूबर को अमृत सिद्धि योग
उदयतिथि के अनुसार 23 अक्टूबर को धनतेरस मनाया जाएगा। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ-साथ अमृत सिद्धि योग भी रहेगा। 23 अक्टूबर को दोपहर 02 बजकर 34 मिनट पर अमृत सिद्धि योग की शुरुआत हो जाएगी और ये अगले दिन यानी 24 अक्टूबर को सुबह 6 बजकर 35 मिनट तक रहेगा।धनतेरस पर धन्वंतरि जी की पूजा का महत्व
आमतौर पर लोग धनतेरस को पैसों से जोड़कर देखते हैं लेकिन ये आरोग्य नाम के धन का पर्व है। इस दिन पूरे साल अच्छी सेहत के लिए आयुर्वेद के जनक धन्वंतरि की पूजा होती है।Gita Jayanti 2024 Date: दिसंबर के महीने में कब है गीता जयंती? नोट करें तिथि और महत्व
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