Gemstone Tips: वृषभ राशिवालों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है ये रत्न
Gemstone Tips: वृषभ राशिवालों के लिए हीरा सबसे ज्यादा उपयोगी रत्न है। हीरा जातक की कुंडली में शुक्र ग्रह निर्बल हो उन्हें हीरा धारण करना चाहिए। हीरा तुला राशि वाले भी धारण कर सकते हैं। हीरा धारण करने वाले के चेहरे पर एक ओज रहता है। हीरे के उपरत्न स्फटिक, ओपल या सफेद हकीक भी हैं काम के।
वरदान से कम नहीं है ये रत्न
मुख्य बातें
- हीरा धारण करने से व्यक्तित्व में आता है ओज
- कमजोर शुक्र ग्रह वालों को हीरा है फायदेमंद
- कम से कम दस सेंट का धारण करें हीरा
वृषभ राशि की विशेषता
वृषभ राशि को अंग्रेजी में टॉरस कहते हैं। इस राशि वाले मनुष्य सांसारिक कामों में दक्ष, व्यवहार कुशल, विचार करके कार्य करने वाले, सौंदर्य, तथा संगीत प्रेमी होते हैं। इस राशि का स्वामी शुक्र ग्रह होता है। इसलिए वृषभ राशि वालों को हीरा धारण करना चाहिए या फिर ओपल, स्फटिक, सफेद हकीक जैसे उपरत्न धारण करने चाहिए।
हीर की विशेषता और धारण करने से लाभ
हीरा धारण करने से शुक्र ग्रह संबंधित समस्त दोष शांत हो जाते हैं। जिस व्यक्ति की कुंडली में शुक्र ग्रह निर्बल है अथवा जिनकी राशि वृषभ या तुला है वह हीरा धारण करके दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदल सकते हैं। हीरा बहुत गुणकारी होता है। जो व्यक्ति हीरे को धारण करता है उसके चेहरे पर तेज रहता है। चेहरे पर हर समय मुस्कान रहती है। जीवन में जो विशेषताएं होनी चाहिएं वह मनुष्य में अनायास ही आने लगती हैं। हीरा धारण करने से धन− धान्य में वृद्धि होती है। यह व्यक्ति की शारीरिक विवशताओं को दूर करके शरीर में नवीन क्रांति का संचार करता है। तथा मानसिक दुर्बलताओं का अंत करता है, जिससे दाम्पत्य जीवन सुखमय व्यतीत होता है। हीरा धारण करने से भूत− प्रेत व्याधा दूर होती है। जादू− टोने का असर नहीं होता है। सहवास क्रिया के समय स्तम्भन शक्ति में वृद्धि होती है। यह क्रोध को समाप्त कर अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति करवाता है।
इस तरह करें हीरा धारण
हीराम कम से कम दस सेंट का धारण करना चाहिए। वैसे हीरा जितने वजन का होगा उतना ही शुभ होगा। हीरे को सोने या चांदी की अंगूठी में जड़वा कर शुक्रवार के दिन अनामिका उंगली में धारण करना चाहिए। धारण करने से पूर्व कच्चे दूध तथा गंगाजल में धाेकर इष्टदेव के चरणाें में स्पर्श करना चाहिए। हीरा धारण करते समय ऊँ द्रां द्रीं द्रौ सः शुक्राय नमः का जाप करना चाहिए।
डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
End of Article
टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल author
अक्टूबर 2017 में डिजिटल न्यूज़ की दुनिया में कदम रखने वाला टाइम्स नाउ नवभारत अपनी एक अलग पहचान बना च...और देखें
End Of Feed
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited