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दिवाली रात में मां काली की होती है पूजा, यहां देखें शुभ मुहूर्त

सिंह लग्न में लक्ष्मी पूजा का विशेष महत्व माना जाता है। इस बार रात 11.51 से 2.04 तक सिंह लग्न है।

दिवाली रात में मां काली की होती है पूजा, यहां देखें शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग अनुसार दिवाली का त्योहार कार्तिक कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाया जाता है जो इस बार 12 नवंबर को है। इस दिन लक्ष्मी पूजा का विधान है। ज्योतिष अनुसार दिवाली लक्ष्मी पूजा के लिए प्रदोष काल समय सबसे शुभ माना जाता है। आज प्रदोष काल शाम 05:29 से 08:08 तक रहेगा। वहीं दिवाली लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 05:39 से 07:35 तक रहेगा। दिवाली की रात में निशिता काल में मां काली की पूजा की जाती है। इस साल काली पूजा का शुभ मुहूर्त रात 11:39 से 12:32 तक रहेगा।
Nov 12, 2023 | 11:10 PM IST

singh lagna muhurat diwali 2023

इस बार दिनभर लक्ष्मी पूजा कर सकते हैं, लेकिन सिंह लग्न में इस पूजा का विशेष महत्व है. 11.51 से 2.04 तक सिंह लग्न है। यह उत्तम समय है पूजा के लिए।
Nov 12, 2023 | 11:07 PM IST

Diwali Kali Puja Muhurat 2023: दिवाली काली पूजा मुहूर्त

काली पूजा निशिता काल - 11:39 पी एम से 12:32 ए एम, नवम्बर 13
Nov 12, 2023 | 09:23 PM IST

चोपड़ा पूजा शुभ मुहूर्त ( Chopda Puja Shubh Muhurat)

चोपड़ा पूजा रविवार, नवम्बर 12, 2023 कोदीवाली चोपड़ा पूजा के लिए शुभ चौघड़िया मुहूर्तसायाह्न मुहूर्त (शुभ, अमृत, चर) - 04:54 PM से 09:44 PMरात्रि मुहूर्त (लाभ) - 12:58 AM से 02:34 AM, नवम्बर 13उषाकाल मुहूर्त (शुभ) - 04:11 AM से 05:48 AM, नवम्बर 13अमावस्या तिथि प्रारम्भ - नवम्बर 12, 2023 को 02:44 PM बजे
Nov 12, 2023 | 08:55 PM IST

Diwali Laxmi Mata Ki Aarti: लक्ष्मी माता की आरती

ओम जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।तुमको निशिदिन सेवत, हरि विष्णु विधाता॥ओम जय लक्ष्मी माता॥उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता, मैय्या तुम ही जग माता।सूर्य-चंद्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता॥ओम जय लक्ष्मी माता॥दुर्गा रुप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता, मैय्या सुख संपत्ति पाता।जो कोई तुमको ध्याता, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता॥ओम जय लक्ष्मी माता॥तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता, मैय्या तुम ही शुभ दाता।कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी, भवनिधि की त्राता॥ओम जय लक्ष्मी माता॥जिस घर में तुम रहतीं, सब सद्गुण आता, मैय्या सब सद्गुण आता।सब संभव हो जाता, मन नहीं घबराता॥ओम जय लक्ष्मी माता॥तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता, मैय्या वस्त्र न कोई पाता।खान-पान का वैभव, सब तुमसे आता॥ओम जय लक्ष्मी माता॥शुभ-गुण मंदिर सुंदर, क्षीरोदधि-जाता, मैय्या क्षीरगदधि की जाता।रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता॥ओम जय लक्ष्मी माता॥महालक्ष्मीजी की आरती, जो कोई जन गाता, मैय्या जो कोई जन गाता।उर आनन्द समाता, पाप उतर जाता॥ओम जय लक्ष्मी माता॥सब बोलो लक्ष्मी माता की जय, लक्ष्मी नारायण की जय।
Nov 12, 2023 | 08:32 PM IST

Kuber Mantra (कुबेर मंत्र)

अमोघ मंत्रॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवाणाय, धन धन्याधिपतये।धन धान्य समृद्धि मे देहि दापय स्वाहा।अष्ट लक्ष्मी कुबेर मंत्रॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥धन प्राप्ति मंत्रॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः॥
Nov 12, 2023 | 08:31 PM IST

दिवाली की कहानी ( Diwali Kahani 2023)

राम भक्तों के अनुसार दीपावली वाले दिन अयोध्या के राजा राम लंका के अत्याचारी राजा रावण का वध करके अयोध्या लौटे थे। उनके लौटने कि खुशी में आज भी लोग यह पर्व मनाते है। कृष्ण भक्तिधारा के लोगों का मत है कि इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने अत्याचारी राजा नरकासुर का वध किया था।
Nov 12, 2023 | 07:54 PM IST

बड़ी दिवाली 2023 पूजा मुहूर्त (Diwali 2023 Muhurat)

पंचागं के अनुसार कार्तिक अमावस्या तिथि की शुरुआत 12 नवंबर 2023 को दोपहर 02 बजकर 44 मिनट से होगी और अगले दिन 13 नवंबर 2023 को दोपहर 02 बजकर 56 मिनट पर खत्म होगी. दिवाली के दिन मां लक्ष्मी की पूजा प्रदोषकाल में की जाती है ऐसे में 12 नवंबर को महालक्ष्मी की पूजा का समय प्राप्त हो रहा है.लक्ष्मी पूजा का समय - शाम 05.39 - रात 07.35 (12 नवंबर 2023), अवधि - 01 घंटा 56 मिनटप्रदोष काल - शाम 05:29 - रात 08:08वृषभ काल - शाम 05:39 - रात 07:35
Nov 12, 2023 | 07:23 PM IST

दिवाली पर प्रदोष काल में लक्ष्मी पूजा का महत्व (Diwali Lakshmi puja in Night significance)

लक्ष्मी पूजा के लिए सबसे उपयुक्त समय प्रदोष काल के दौरान ही होता है, जब स्थिर लग्न प्रचलित होती है. ऐसा माना जाता है, कि अगर स्थिर लग्न के दौरान लक्ष्मी पूजा की जाये तो लक्ष्मीजी घर में ठहर जाती है इसीलिए लक्ष्मी पूजा के लिए यह समय सबसे उपयुक्त माना जाता है। वृषभ लग्न को स्थिर माना जाता है और दीवाली के त्यौहार के दौरान यह अधिकतर प्रदोष काल के साथ अधिव्याप्त होता है।
Nov 12, 2023 | 06:58 PM IST

Diwali Laxmi Mata Ki Aarti: लक्ष्मी माता की आरती

ओम जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।तुमको निशिदिन सेवत, हरि विष्णु विधाता॥ओम जय लक्ष्मी माता॥उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता, मैय्या तुम ही जग माता।सूर्य-चंद्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता॥ओम जय लक्ष्मी माता॥दुर्गा रुप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता, मैय्या सुख संपत्ति पाता।जो कोई तुमको ध्याता, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता॥ओम जय लक्ष्मी माता॥तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता, मैय्या तुम ही शुभ दाता।कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी, भवनिधि की त्राता॥ओम जय लक्ष्मी माता॥जिस घर में तुम रहतीं, सब सद्गुण आता, मैय्या सब सद्गुण आता।सब संभव हो जाता, मन नहीं घबराता॥ओम जय लक्ष्मी माता॥तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता, मैय्या वस्त्र न कोई पाता।खान-पान का वैभव, सब तुमसे आता॥ओम जय लक्ष्मी माता॥शुभ-गुण मंदिर सुंदर, क्षीरोदधि-जाता, मैय्या क्षीरगदधि की जाता।रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता॥ओम जय लक्ष्मी माता॥महालक्ष्मीजी की आरती, जो कोई जन गाता, मैय्या जो कोई जन गाता।उर आनन्द समाता, पाप उतर जाता॥ओम जय लक्ष्मी माता॥
Nov 12, 2023 | 06:24 PM IST

दिवाली 2023 निशिता काल मुहूर्त (Diwali 2023 Night Puja muhurat)

शास्त्रों के अनुसार दिवाली पर मां लक्ष्मी की पूजा मध्यरात्रि यानी निशिता काल मुहूर्त में भी की जाती है. धन की देवी की आराधना के लिए यह मुहूर्त सर्वश्रेष्ठ माना जाता है. इस समय देवी लक्ष्मी घर-घर में विचरण करती है और मां लक्ष्मी की पूजा से सहस्त्ररुप सर्व व्यापी लक्ष्मीजी सिद्धि होती हैं.लक्ष्मी पूजा - 12 नवंबर 2023, रात 11:39- 13 नवंबर 2023, प्रात: 12:32 (अवधि - 53 मिनट्स)सिंह लग्न - प्रात: 12:10 - प्रात: 02:27 (13 नवंबर 2023)
Nov 12, 2023 | 06:01 PM IST

बड़ी दिवाली 2023 पूजा मुहूर्त (Diwali 2023 Muhurat)

पंचागं के अनुसार कार्तिक अमावस्या तिथि की शुरुआत 12 नवंबर 2023 को दोपहर 02 बजकर 44 मिनट से होगी और अगले दिन 13 नवंबर 2023 को दोपहर 02 बजकर 56 मिनट पर खत्म होगी. दिवाली के दिन मां लक्ष्मी की पूजा प्रदोषकाल में की जाती है ऐसे में 12 नवंबर को महालक्ष्मी की पूजा का समय प्राप्त हो रहा है.लक्ष्मी पूजा का समय - शाम 05.39 - रात 07.35 (12 नवंबर 2023), अवधि - 01 घंटा 56 मिनटप्रदोष काल - शाम 05:29 - रात 08:08वृषभ काल - शाम 05:39 - रात 07:35
Nov 12, 2023 | 05:42 PM IST

Diwali Shpo Puja Muhurat: दिवाली व्यापार पूजा मुहूर्त

लक्ष्मी पूजा का शुभ समय- 12 नवंबर शाम 5:38 बजे से 7:35 बजे तक।निशिता कर मुहूर्त- 12 नवंबर रात 11:35 बजे से 13 नवंबर दोपहर 12:32 बजे तक।प्रदोष काल- शाम 5:29 बजे से रात 8:08 बजे तक।वृषभ राशि - शाम 5:39 बजे शाम 7:35 बजे तकचौघड़िया पूजा मुहूर्त- दोपहर का मुहूर्त (शुभ चौगड़िया) 12 नवंबर को दोपहर 1:26 बजे से 2:46 बजे तक।
Nov 12, 2023 | 05:18 PM IST

Diwali Laxmi Puja Muhurat 2023: दिवाली लक्ष्मी पूजा मुहूर्त 2023

06:09 पी एम से 08:09 पी एम - पुणे05:39 पी एम से 07:35 पी एम - नई दिल्ली05:52 पी एम से 07:54 पी एम - चेन्नई05:48 पी एम से 07:44 पी एम - जयपुर05:52 पी एम से 07:53 पी एम - हैदराबाद05:40 पी एम से 07:36 पी एम - गुरुग्राम05:37 पी एम से 07:32 पी एम - चण्डीगढ़05:05 पी एम से 07:03 पी एम - कोलकाता06:12 पी एम से 08:12 पी एम - मुम्बई06:03 पी एम से 08:05 पी एम - बेंगलूरु06:07 पी एम से 08:06 पी एम - अहमदाबाद05:39 पी एम से 07:34 पी एम - नोएडा
Nov 12, 2023 | 04:42 PM IST

Diwali Rangoli Design

Nov 12, 2023 | 04:16 PM IST

दिवाली व्रत की पूजा विधि ( Diwali Vrat Puja Vidhi)

सबसे पहले दिवाली के दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें। इसके साफ वस्त्र धारण करके पूजा घर की करके अच्छे से साफ-सफाई करें। इसके बाद माता महालक्ष्मी के नाम की ज्योति जलाएं। दिवाली व्रत के दिन फल, दूध सात्विक भोजन का ही सेवन करें। व्रत पूजा के दौरान मां लक्ष्मी जी को रोली, चावल, पान, सुपारी और नारियल अर्पित करें। भोग के रूप में आप मां लक्ष्मी को खील, बतासे और सफेद मिठाई अर्पित करें। घी का दीपक जलाकर पूजा करें। अंत में मां लक्ष्मी जी की आरती करके सभी में प्रसाद वितरित करें।
Nov 12, 2023 | 03:51 PM IST

लक्ष्मी पूजा पूजा विधि (Lakshmi Puja Vidhi)

ब्रह्म मुहूर्त में पवित्र स्नान करें।घर और मंदिर को साफ करें।अपने घर को रंगोली, फूलों और लाइटों से सजाएं।नए साफ कपड़े पहनें और लक्ष्मी पूजा के लिए सारी सामग्री एकत्रित कर लें।इस शुभ दिन पर कई साधक व्रत भी रखते हैं।शाम के समय एक लकड़ी के तख्ते पर श्री यंत्र और लड्डू गोपाल जी के साथ भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करें।21 मिट्टी के दीपक जलाएं और 11 कमल के फूल, पान, सुपारी, इलाइची, लौंग, विभिन्न प्रकार की मिठाइयां, खीर, खील चढ़ाकर देवी लक्ष्मी की पूजा करें।सबसे पहले भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी को तिलक लगाएं और फिर 108 बार लक्ष्मी मंत्र का जाप करें।मां लक्ष्मी के सामने अपने आभूषण और पैसे रख दें और उनसे सौभाग्य प्राप्ति की प्रार्थना करें।अंत में देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की आरती करें।
Nov 12, 2023 | 03:51 PM IST

Diwali Shpo Puja Muhurat: दिवाली व्यापार पूजा मुहूर्त

लक्ष्मी पूजा का शुभ समय- 12 नवंबर शाम 5:38 बजे से 7:35 बजे तक।निशिता कर मुहूर्त- 12 नवंबर रात 11:35 बजे से 13 नवंबर दोपहर 12:32 बजे तक।प्रदोष काल- शाम 5:29 बजे से रात 8:08 बजे तक।वृषभ राशि - शाम 5:39 बजे शाम 7:35 बजे तकचौघड़िया पूजा मुहूर्त- दोपहर का मुहूर्त (शुभ चौगड़िया) 12 नवंबर को दोपहर 1:26 बजे से 2:46 बजे तक।
Nov 12, 2023 | 03:23 PM IST

बड़ी दिवाली 2023 पूजा मुहूर्त (Diwali 2023 Muhurat)

पंचागं के अनुसार कार्तिक अमावस्या तिथि की शुरुआत 12 नवंबर 2023 को दोपहर 02 बजकर 44 मिनट से होगी और अगले दिन 13 नवंबर 2023 को दोपहर 02 बजकर 56 मिनट पर खत्म होगी. दिवाली के दिन मां लक्ष्मी की पूजा प्रदोषकाल में की जाती है ऐसे में 12 नवंबर को महालक्ष्मी की पूजा का समय प्राप्त हो रहा है.लक्ष्मी पूजा का समय - शाम 05.39 - रात 07.35 (12 नवंबर 2023), अवधि - 01 घंटा 56 मिनटप्रदोष काल - शाम 05:29 - रात 08:08वृषभ काल - शाम 05:39 - रात 07:35
Nov 12, 2023 | 02:58 PM IST

Diwali 2023: दिवाली की शुभकामनाएं

दिवाली के इस खूबसूरत मौके पर मैं आपके लिए नए अवसरों, नई आशाओं और नई तरह की खुशियों की कामना करता हूं। शुभ दीपावली 2023.-दिवाली जीवन में किसी अपने व्यक्ति से दोबारा मिलने का सबसे शानदार अवसर है। हर दिवाली आप सभी के साथ नई यादें बनाने का एक अवसर है !-आशा है कि दिवाली का आशीर्वाद आपको आने वाले वर्ष में हर नुकसान से बचाएगा। आपको और आपके परिवार को आनंदमय और समृद्ध दिवाली की शुभकामनाएं !
Nov 12, 2023 | 02:29 PM IST

दिवाली 2023 निशिता काल मुहूर्त (Diwali 2023 Night Puja muhurat)

शास्त्रों के अनुसार दिवाली पर मां लक्ष्मी की पूजा मध्यरात्रि यानी निशिता काल मुहूर्त में भी की जाती है. धन की देवी की आराधना के लिए यह मुहूर्त सर्वश्रेष्ठ माना जाता है. इस समय देवी लक्ष्मी घर-घर में विचरण करती है और मां लक्ष्मी की पूजा से सहस्त्ररुप सर्व व्यापी लक्ष्मीजी सिद्धि होती हैं.लक्ष्मी पूजा - 12 नवंबर 2023, रात 11:39- 13 नवंबर 2023, प्रात: 12:32 (अवधि - 53 मिनट्स)सिंह लग्न - प्रात: 12:10 - प्रात: 02:27 (13 नवंबर 2023)
Nov 12, 2023 | 01:56 PM IST

दिवाली पर क्यों की जाती है लक्ष्मी- गणेश की पूजा ( Diwali 2023 Lakshmi Ganesh Puja)

हिंदू धर्म में भगवान श्री गणेश को प्रथम पूज्य के रूप में पूजा जाता है। इसलिए किसी भी शुभ कार्य को शुरू करने से पहले भगवान गणेश की पूजा अनिवार्य है। माना जाता है कि इससे सभी कार्य सफलतापूर्वक पूरे होंगे और आपको सकारात्मक परिणाम मिलेगा। शास्त्र यह भी कहते हैं कि दिवाली पर लक्ष्मी पूजन करते समय भगवान विष्णु की बजाय भगवान गणेश की पूजा करनी चाहिए। पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान विष्णु से बातचीत के दौरान देवी लक्ष्मी ने कहा कि मैं तुम्हें धन, समृद्धि और सभी आशीर्वाद दूंगी। ऐसे में मेरी पूजा सर्वोत्तम होनी चाहिए। भगवान विष्णु को देवी लक्ष्मी के इस घमंड के बारे में पता चला और उन्होंने इसे तोड़ने का फैसला किया। भगवान विष्णु ने देवी लक्ष्मी से कहा कि भले ही वह सुख और समृद्धि लाती हैं, लेकिन जब तक वह मातृत्व का आनंद प्राप्त नहीं कर लेती, तब तक एक महिला अधूरी रहती है। अत: आपकी पूजा श्रेष्ठ नहीं मानी जा सकती। यह सुनकर माता लक्ष्मी बहुत निराश हुईं और अपना दुःख व्यक्त करने के लिए माता पार्वती के पास आईं। माता लक्ष्मी की पीड़ा देखकर माता पार्वती ने अपने पुत्र गणेश को गोद दे दिया। इससे संतुष्ट होकर माता ने घोषणा की कि देवी लक्ष्मी के साथ भगवान गणेश की पूजा करने से ही धन और समृद्धि प्राप्त की जा सकती है। तभी से दिवाली पर देवी लक्ष्मी के साथ भगवान गणेश की भी पूजा की जाती है।
Nov 12, 2023 | 01:30 PM IST

Diwali Laxmi Mata Ki Aarti: लक्ष्मी माता की आरती

ओम जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।तुमको निशिदिन सेवत, हरि विष्णु विधाता॥ओम जय लक्ष्मी माता॥उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता, मैय्या तुम ही जग माता।सूर्य-चंद्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता॥ओम जय लक्ष्मी माता॥दुर्गा रुप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता, मैय्या सुख संपत्ति पाता।जो कोई तुमको ध्याता, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता॥ओम जय लक्ष्मी माता॥तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता, मैय्या तुम ही शुभ दाता।कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी, भवनिधि की त्राता॥ओम जय लक्ष्मी माता॥जिस घर में तुम रहतीं, सब सद्गुण आता, मैय्या सब सद्गुण आता।सब संभव हो जाता, मन नहीं घबराता॥ओम जय लक्ष्मी माता॥तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता, मैय्या वस्त्र न कोई पाता।खान-पान का वैभव, सब तुमसे आता॥ओम जय लक्ष्मी माता॥शुभ-गुण मंदिर सुंदर, क्षीरोदधि-जाता, मैय्या क्षीरगदधि की जाता।रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता॥ओम जय लक्ष्मी माता॥महालक्ष्मीजी की आरती, जो कोई जन गाता, मैय्या जो कोई जन गाता।उर आनन्द समाता, पाप उतर जाता॥ओम जय लक्ष्मी माता॥सब बोलो लक्ष्मी माता की जय, लक्ष्मी नारायण की जय।
Nov 12, 2023 | 12:56 PM IST

दिवाली शारदा पूजा शुभ मुहूर्त ( Diwali Sharda Puja Shubh Muhurat)

शारदा पूजा रविवार, नवम्बर 12, 2023 कोदीवाली शारदा पूजा के लिए शुभ चौघड़िया मुहूर्तसायाह्न मुहूर्त (शुभ, अमृत, चर) - 04:54 PM से 09:44 PMरात्रि मुहूर्त (लाभ) - 12:58 AM से 02:34 AM, नवम्बर 13उषाकाल मुहूर्त (शुभ) - 04:11 AM से 05:48 AM, नवम्बर 13अमावस्या तिथि प्रारम्भ - नवम्बर 12, 2023 को 02:44 PM बजेअमावस्या तिथि समाप्त - नवम्बर 13, 2023 को 02:56 PM बजे
Nov 12, 2023 | 12:32 PM IST

दिवाली 2023 मुहूर्त (Diwali 2023 Muhurat)

पंचागं के अनुसार कार्तिक अमावस्या तिथि की शुरुआत 12 नवंबर 2023 को दोपहर 02 बजकर 44 मिनट से होगी और अगले दिन 13 नवंबर 2023 को दोपहर 02 बजकर 56 मिनट पर खत्म होगी. दिवाली के दिन मां लक्ष्मी की पूजा प्रदोषकाल में की जाती है ऐसे में 12 नवंबर को महालक्ष्मी की पूजा का समय प्राप्त हो रहा है.लक्ष्मी पूजा का समय - शाम 05.39 - रात 07.35 (12 नवंबर 2023), अवधि - 01 घंटा 56 मिनटप्रदोष काल - शाम 05:29 - रात 08:08वृषभ काल - शाम 05:39 - रात 07:35
Nov 12, 2023 | 12:10 PM IST

दिवाली पूजा मंत्र ( Diwali 2023 Puja Mantra)

ॐ श्रीं श्रीयै नम:ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभ्यो नमः॥ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:॥कुबेर मंत्र ( Kuber Mantra)धनदाय नमस्तुभ्यं निधिपद्माधिपाय च। भगवान् त्वत्प्रसादेन धनधान्यादिसम्पद:।।दीवाली पूजा लक्ष्मी मंत्र ( Lakshmi Mantra)महालक्ष्मी मंत्र
Nov 12, 2023 | 11:35 AM IST

Diwali Lakshmi Puja Muhurat 2023 (दिवाली लक्ष्मी पूजा मुहूर्त 2023)

दिवाली लक्ष्मी पूजा तिथि - 12 नवंबर 2023, रविवार
दिवाली लक्ष्मी पूजा मुहूर्त - 05:39 PM से 07:35 PM
दिवाली लक्ष्मी पूजा कुल अवधि - 01 घण्टा 56 मिनट
दिवाली पर प्रदोष काल - 05:29 PM से 08:08 PM
दिवाली पर वृषभ काल - 05:39 PM से 07:35 PM
अमावस्या तिथि प्रारम्भ - 12 नवम्बर 2023 को 02:44 PM बजे
अमावस्या तिथि समाप्त - 13 नवम्बर 2023 को 02:56 PM बजे
Nov 12, 2023 | 10:41 AM IST

दिवाली पूजा सामग्री (Diwali Puja Samagri)

एक चौकी, लाल कपड़ा, भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की प्रतिमा, अक्षत यानी साबुत चावल, लौंग, इलायची, एक तांबे या पीतल का कलश, कुमकुम, हल्दी, दूर्वा, सुपारी, मौली, दो नारियल, 2 बड़े दीपक, आम के पत्ते, पान के पत्ते, 11 छोटे दीपक, अगरबत्ती, जल पात्र, गंगाजल, घी, सरसों का तेल, दीये की बाती, धूप, मीठे बताशे, खील, मिठाई, फल, पुष्प, कमल का फूल, पकवान, मेवे। कई लोग दिवाली पर मां लक्ष्मी को कमलगट्टे, कौड़ी और धनिया भी चढ़ाते हैं।
Nov 12, 2023 | 10:41 AM IST

Kali Pujan Muhurat 2023 (काली पूजा मुहूर्त 2023)

काली पूजा निशिता काल - 11:39 PM से 12:32 AM, नवम्बर 13
अमावस्या तिथि प्रारम्भ - नवम्बर 12, 2023 को 02:44 PM बजे
अमावस्या तिथि समाप्त - नवम्बर 13, 2023 को 02:56 PM बजे
Nov 12, 2023 | 09:58 AM IST

Diwali Rangoli

Nov 12, 2023 | 08:59 AM IST

Diwali Laxmi Puja Muhurat 2023: दिवाली लक्ष्मी मुहूर्त 2023

मेरठ- 05:37 पी एम से 07:32 पी एम
जम्मू- 05:41 पी एम से 07:34 पी एम
देहरादून- 05:33 पी एम से 07:28 पी एम
Nov 12, 2023 | 08:58 AM IST

Diwali Laxmi Puja Muhurat 2023: दिवाली लक्ष्मी पूजा मुहूर्त

नोएडा 05:39 पी एम से 07:34 पी एम
गोरखपुर- 05:18 पी एम से 07:14 पी एम
गाजियाबाद - 05:38 पी एम से 07:34 पी एम
Nov 12, 2023 | 08:58 AM IST

दिवाली पूजा का शुभ मुहूर्त 2023

-मुम्बई 06:12 पी एम से 08:12 पी एम
- बेंगलूरु 06:03 पी एम से 08:05 पी एम
- अहमदाबाद 06:07 पी एम से 08:06 पी एम
Nov 12, 2023 | 08:58 AM IST

दिवाली पूजा मुहूर्त

-गुरुग्राम 05:40 पी एम से 07:36 पी एम
- चण्डीगढ़ 05:37 पी एम से 07:32 पी एम
- कोलकाता 05:05 पी एम से 07:03 पी एम
Nov 12, 2023 | 08:58 AM IST

Diwali Puja Muhurat 2023 (दिवाली पूजा मुहूर्त)

चेन्नई 05:52 पी एम से 07:54 पी एम
जयपुर 05:48 पी एम से 07:44 पी एम
हैदराबाद 05:52 पी एम से 07:53 पी एम
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