Diwali Par Kitne Diye Jalaye: दिवाली के दिन कितने दीये जलाये जाते हैं? जानिए दीपक जलाने के नियम
Diwali Par Kitne Deepak Jalaye: दिवाली के दिन हर कोई अपने घर के अंदर और बाहर ढेर सारे दीए जलाता है। इसलिए इस त्योहार को दिपोत्सव भी कहा जाता है। जानिए दिवाली की रात में कितने दीपक जलाने चाहिए।

Diwali Ke Din Kitne Diye Jalane Chahiye
Diwali Par Kitne Deepak Jalaye: दीपों की रोशनी से जगमगाता त्योहार दीपावली इस साल 12 नवंबर को मनाया जाएगा। पंचांग अनुसार प्रत्येक वर्ष दिवाली का त्योहार अमावस्या की रात को मनाया जाता है। इस दिन दीप जलाने का विशेष महत्व होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दिवाली की रात में कितने दीपक जलाने चाहिए? (How Many Diyas Lit On Diwali 2023) साथ ही इस दिन कितने बड़े दीपक जलाये जाते हैं? जानिए दिवाली पर दीपक जलाने के नियम (Diwali Me Kitne Diye Jalaye)।
Diwali Par Kitne Deepak Jalaye (दिवाली पर कितने दीपक जलाने चाहिए)
दिवाली पर माता लक्ष्मी की पूजा के बाद दीपक जलाए जाते हैं। दिवाली पर कुल कितने दीपक जलाने चाहिए इसकी कोई सीमा नहीं है। आप अपनी श्रृद्धानुसार कितने भी दीपक जला सकते हैं। लेकिन बस इस बात का ध्यान रखना है कि दीपक की संख्या विषम में होनी चाहिए। शास्त्रों में कम से कम 5 दीपक जलाना अनिवार्य बताया गया है। आप 5, 7, 9, 11, 13, 21 इसी संख्या में कितने भी दीपक जला सकते हैं।
Diwali Diya Jalanae Ke Niyam (दिवाली दीये जलाने के नियम)
दिवाली के दिन मुख्य रूप से 5 दीपक जलाना दीपावली अनिवार्य होता है। इनमें से 1 दीया घर के मंदिर में, दूसरा सोई घर में, तीसरा पीने के पानी के पास, चौथा पीपल के पेड़ के नीचे और पांचवा दीया घर के बार मुख्य प्रवेश द्वार पर जलाया जाता है। घर के प्रवेश द्वार पर जलाये जाने वाले दीपक को यम दीपक भी कहा जाता है। इस दीपक को सरसों के तेल से जाना चाहिए। इसके अलावा हर कमरों के गेट के कोनों पर भी दीपक जलाकर रखना चाहिए। इसी के साथ घर के बाहर जितना हो सके उतने दीपक जलाने चाहिए। साथ ही एक बड़ा घी वाला दीपक पूरी रात जलाकर घर के मंदिर में रखना चाहिए।
Diwali Par Deepak Kaise Jalaye (दिवाली पर दीपक कैसे जलाएं)
दिवाली पर आप अपनी श्रृद्धानुसार घी या सरसों के तेल के कितने भी दीपक जला सकते हैं। लेकिन कम से कम एक बड़ा घी का दीपक और एक बड़ा सरसों के तेल का दीपक जरूर जलाना चाहिए।
Diwali Par Deepak Kyu Jalaye Jate Hai (दिवाली पर दीपक क्यों जलाए जाते हैं)
दीया जलाने को अच्छाई और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। साथ ही दीये जलाने से अंधकार दूर होता है। चूंकि दीपावली पर्व अमावस्या की अंधेरी रात को मनाया जाता है इसलिए इस दिन के अंधकार को समाप्त करने के लिए दीये जलाए जाते हैं। मान्यता है कि इस दिन 14 सालों बाद भगवान राम अपनी नगरी अयोध्या वापस लौटे थे उनके आने की खुशी में ही अयोध्या के लोगों ने दीप जलाकर उत्सव मनाया था।
Diya Jalane Ka Mantra (दिवाली पर दीया जलाने का मंत्र)
'शुभं करोति कल्याणं आरोग्यम् धनसंपदा। शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपकाय नमोऽस्तु ते।।' दिवाली पर दीया जलाने समय इस मंत्र का जरूर जाप करें।
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