Upay For Sun: सूर्य की चल रही है कुंडली में अगर उल्टी चाल तो जरूर करें ये 12 उपाय, जल्द मिलेगा लाभ
Upay For Sun: जन्म कुंडली में प्रबल सूर्य वाला व्यक्ति होता है पूरी तरह स्वस्थ्य। आकर्षक व्यक्तित्व का होता है स्वामी, लेकिन क्रोध होता है तेज। सूर्य यदि पाप ग्रहों के साथ हो तो देता है विपरित फल। आपको बताते हैं सूर्य ग्रह दोष को शांत करने के आसान उपाय।
सूर्य ग्रह दशा
तस्वीर साभार : Times Now Digital
मुख्य बातें
- सूर्य होता है स्वास्थ्य व व्यक्तित्व का स्वामी
- कुंडली में अलग-अलग ग्रहों का अलग-अलग प्रभाव पड़ता है
- सूर्य और बृहस्पति का मेल देता है बुद्धि का फल
सूर्य ग्रह शांति के लिए उपाय
- घर में स्फटिक श्रीयंत्र स्थापित करें और श्रीसूक्त का नियमित पाठ करें।
- हरिवंश पुराण के अनुसार सिद्धिप्रद देवी की स्थापना करनी चाहिए।
- आत्मबल बढ़ाना हो और धन प्राप्ति की विशेष इच्छा हो तो माणिक्य युक्त सूर्य यंत्र स्वर्ण धातु में पहनें।
- माणिक्य धारण करें। माणिक्य के अभाव में लाल हकीक धारण किया जा सकता है।
- सूर्य नीच का हो तो सूर्य की चीजों का दान न लें और सूर्य उच्च का हो तो सूर्य की चीजों का दान न दें।
- सूर्य के मंत्रों का किसी ब्राह्मण से जाप विधिपूर्वक कराएं।
- सूर्य को प्रसन्न करने के लिए प्रातः जब आधा ही सूर्य उगे तो लाल पुष्प डालकर सूर्य को नियमित अर्ध्य दें।
- प्रतिदिन लाल चंदन एवं केसर मिश्रित जल से सूर्यांजलि दें एवं गायत्री मंत्र का जप करें।
- सूर्य यदि पाप ग्रहों के साथ हो तो विशेष रूप से शनि या राहु की युति में हो तो विधिवत रुद्राभिषेक करें या कराएं।
- रविवार को बिना नमक का फीका भाेजन करें।
- लगातार 11 या 21 रविवार तक कमल के लाल फूल गणेश जी को अर्पित करें।
- लगातार पांच, 11 या 43 रविवार का व्रत करें या 11 रविवार दोपहर में केवल दही भात का सेवन करें।
- बंदरों को गुड़ और चने खिलाएं।
- सोना, तांबा, गुड़ आदि का दान करें।
- प्रत्येक रविवार को बहते पानी में गुड़ बहाएं।
- सूर्य पीड़ा की विशेष शांति हेतु इलायची, चावल, खस, मधु, कमल, अमलतास, कुमकुम, मैनसिल और देवदार मिला कर सात रविवार तक स्नान करें या कनेर, महुआ के पुष्प और सुगंधवाला सबका चूर्ण मिलाकर रविवार के दिन स्नान किया करें।
- सूर्य कृत समस्त अरिष्टों को शमन करने के लिए सूर्य मंत्र का विधिवत अनुष्ठान एवं शारीरिक व्याधियों, शत्रु बाधा, सरकारी कार्य, विवाह आदि में निश्चित लाभ मिलता है।
विभिन्न ग्रह मनुष्य पर शुभ− अशुभ प्रभाव डालते रहते हैं। ग्रहों के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए जातक उपाय यदि कर लेता है तो ग्रहों के विपरित चाल भी अनुकूल बनायी जा सकती है।
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)
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