मंगल दोष के कारण जीवन में बढ़ती जा रही है परेशानी, तो इस यंत्र पूजन से दूर होगी समस्या और चमक उठेंगे सितारे

Mangal grah dosh: जन्मपत्री में अगर मंगल चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव में हो तो उसे मंगल दोष ही कहते हैं। विवाह में अड़चन और करियर में बाधा आ सकती है मंगल दोष से। हनुमान जी के चरणाें के सिंदूर से लेकर यंत्र तक के उपाय यहां देखें और अपनी जीवन को आगे बढ़ायें।

मंगल दोष के कारण जीवन में बढ़ती जा रही है परेशानी, तो इस यंत्र पूजन से दूर होगी समस्या और चमक उठेंगे सितारे

मुख्य बातें
  • मंगल ग्रह दोष हो तो जीवन का मंगल रुकता है
  • मंगल यंत्र की पूजा करने से मिल सकता है लाभ
  • हनुमान जी के पैरों में रखे सिंदूर को लगाएं जरूर
Mangal grah dosh: मंगल ग्रह, जैसा कि नाम से विदित होता है कि जीवन में मंगल का कारक बनता है। यदि मंगल दोष जन्मकुंडली में हो तो व्यक्ति के करियर से लेकर विवाह तक में सिर्फ बाधा ही बाधा आती है। जन्म कुंडली के चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव में मंगल होने से वो दोष पूर्ण हो जाता है। विवाह के समय वर− वधू की कुंडली में मंगल की दशा जरूर देखते हैं। मान्यता है कि मांगलिक लड़के या लड़की की शादी मांगलिक से ही होनी चाहिए। यहां देखते हैं मंगल ग्रह की शांति के कुछ अचूक उपाय।
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मंगल की शांति के चमत्कारी उपाय
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