Ganesh Ji Ki Aarti: जय गणेश देवा जय गणेश देवा..., संपूर्ण गणेश आरती के लिरिक्स

Ganesh ji ki Aarti (जय गणेश देवा आरती): जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा, माता जाकी पार्वती पिता महादेवा। एक दंत दयावंत चार भुजा धारी, माथे सिंदूर सोहे मूसे की सवारी...गणेश जी की आरती लिरिक्स यहां देखें।

Ganesh Ji Ki Aarti

Ganesh ji ki Aarti (जय गणेश देवा आरती): श्री गणेश भगवान को प्रथम पूज्य देवता माना जाता है। इसलिए ही हर पूजा-पाठ में सबसे पहले गणेश जी की आरती की जाती है। गणेश आरती का विशेष महत्व माना गया है। कहते हैं गणपति बप्पा की आरती के बिना कोई भी पूजा पूरी नहीं मानी जाती। धार्मिक मान्यताओं अनुसार जो व्यक्ति विधि विधान गणेश जी की आरती करता है उसके जीवन में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है।

अगर आप भी गणेश भगवान की विशेष कृपा पाने चाहते हैं तो पूजा में गणपति जी की आरती को जरूर शामिल करें। इतना ही नहीं श्री गणेश आरती (Shri Ganesh Aarti) करने से माता लक्ष्मी की भी कृपा प्राप्त हो जाती है। भगवान गणेश की आरती (Lord Ganesh Aarti) करने से ज्ञान और बुद्धि की प्राप्ति होती है। यहां देखें गणेश जी की आरती के लिरिक्स (Ganesh Ji Ki Aarti Lyrics)।

Ganesh Ji Ki Aarti । श्री गणेश आरती

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।

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