ज्योतिष में इन रत्नों को माना गया है खतरनाक
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मुख्य बातें
- ज्योतिष में हीरा और नीलम को माना गया है सबसे खतरनाक रत्न
- विधि और दिन के अनुसार धारण करना चाहिए रत्न
- किसी भी रत्न को धारण करने से पहले जरूर लें ज्योतिषी सलाह
Gemology Ratna Shastra: आमतौर पर ग्रह और नक्षत्रों के प्रभाव को सकारात्मक बनाने के लिए ज्योतिषी रत्न धारण करने की सलाह देते हैं। रत्न धारण करने से किसी ग्रह या नक्षत्र के कारण पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव को कम किया जाता है। हालांकि जिस तरह दवाई को सही तरीके से सेवन नहीं करने पर उसका साइड इफेक्ट होता है उसी प्रकार रत्न धारण करते समय सावधानी नहीं बरतने से शरीर के ऊपर उल्टा असर भी पड़ सकता है। इसी तरह ज्योतिष में भी कुछ ऐसे रत्नों के बारे में बताया गया है जो असरदार होने के साथ ही खरनाक भी माने जाते हैं। इसलिए इन्हें धारण करते समय विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। जानते हैं इन रत्नों को धारण करते समय क्या-क्या सावधानी बरतनी चाहिए।
रत्न धारण करते समय बरतें सावधानी
ग्रह और नक्षत्रों के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए ज्योतिष में रत्न धारण करने की सलाह दी गई है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 9 रत्न और 84 उपरत्न होते हैं। यह सारे रत्न और उपरत्न किसी न किसी प्रकार से ग्रह से संबंधित होते हैं। कई बार लोग फैशन या शोऑफ के लिए भी रत्न धारण कर लेते हैं जो बिल्कुल ही गलत बात है। जिस प्रकार प्रत्येक रोग के लिए अलग-अलग दवा होते हैं, उसी प्रकार प्रत्येक ग्रहों के प्रभाव को कम करने के लिए उसके संबंधित खास रत्न और उपरत्न होते हैं। इसलिए किसी भी प्रकार का रत्न धारण करने से पहले रत्न विशेषज्ञ या ज्योतिषी की सलाह अवश्य लें। रत्न धारण करने के पश्चात बिना मतलब रत्न को अपने शरीर से अलग ना करें। अगर हाथ में की सफाई करने या किसी दूसरे मकसद के लिए रत्न निकालना आवश्यक है तो रत्न को फिर से धारण करने से पहले ज्योतिषी से जरूर संपर्क करना चाहिए।
ये रत्न होते हैं खतरनाक
ज्योतिष शास्त्रों में हीरा और नीलम को बेहद ही खतरनाक रत्न माना गया है। इसलिए इन रत्नों को बिना ज्योतिषी की सलाह लिए कभी नहीं पहनना चाहिए। हीरा सभी रत्नों में सबसे महंगा होता है। इसकी चमक सभी को आकर्षित करती है, लेकिन ध्यान रहे कि हीरा को रत्न के रूप में धारण करने से पहले ज्योतिषी की सलाह अवश्य लें वरना यह आपकी निजी जीवन में उथल-पुथल मचा सकता है। वहीं नीलम रत्न को लोग अमूमन किसी भी मिश्र धातु के साथ धारण करके पहन लेते हैं। लेकिन ध्यान रहे नीलम को हमेशा लोहे या चांदी के धातु में ही धारण करना चाहिए। वरना यह आपके जीवन में नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
इस दिन रत्न पहनना होता है अशुभ
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार किसी भी रत्न को अमावस्या, संक्रांति और ग्रहण के समय धारण नहीं करना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार इन दिनों में रत्न धारण करने से रत्न का नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।