Gopashtami 2024 Date: गोपाष्टमी कब है 8 या 9 अक्टूबर, जानिए इसकी सही डेट, मुहूर्त और महत्व
Gopashtami 2024 Date: गोपाष्टमी का पर्व भगवान कृष्ण की उस लीला से संबंधित है जब उन्होंने देवराज इंद्र का अहंकार तोड़ा था। यह हिंदू पर्व भारत के कई क्षेत्रों में धूम-धाम से बनाया जाता है। चलिए आपको गोपाष्टमी की तिथि और मुहूर्त के बारे में बताते हैं।
Gopashtami 2024 Date And Time
Gopashtami 2024 Date: गोपाष्टमी एक महत्वपूर्ण हिन्दू पर्व है। हिंदू मान्यताओ के अनुसार भगवान कृष्ण ने ब्रजवासियों को देवराज इंद्र के प्रकोप से बचाने के लिए गोवर्धन पर्वत को अपनी कनिष्ठा (छोटी ऊँगली) पर उठा लिया था। सात दिनों तक भीषण वर्षा करने के पश्चात् इंद्र देव ने गोपाष्टमी के दिन अपनी पराजय को स्वीकार किया था। गोपाष्टमी पर गायों तथा उनके बछड़ों को सजाया जाता है और उनकी पूजा की जाती है। भारत में कुछ जगहों पर इसको गोवत्स द्वादशी भी कहा जाता है।
गोपाष्टमी 2024 तिथि (Gopashtami 2024 Date)
पंचांग के अनुसार गोपाष्टमी का दिन कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी के दिन पड़ता है। वर्ष 2024 में यह पर्व 9 नवंबर के दिन मनाया जाएगा।
गोपाष्टमी 2024 मुहूर्त (Gopashtami 2024 Muhurat))
अष्टमी तिथि प्रारम्भ - नवम्बर 08, 2024 को 11:56 पी एम बजे
अष्टमी तिथि समाप्त - नवम्बर 09, 2024 को 10:45 पी एम बजे
गोपाष्टमी की पौराणिक महत्व (Gopashtami Ka Mahatva)
अपनी दिव्य लीलाओं के लिए प्रसिद्ध भगवान कृष्ण ने ब्रजवासियों द्वारा देवराज इंद्र को दी जाने वाली वार्षिक भेंट को रोकने का सुझाव दिया था। देवराज इंद्र इससे क्रोधित हो गये तथा उन्होंने ब्रज क्षेत्र को बाढ़ में डुबाने का निर्णय किया। परन्तु देवराज इंद्र अपने उद्देश्य में विफल रहे, क्योंकि ब्रज के लोग तथा उनके पशु भगवान कृष्ण की शक्ति के नाते सुरक्षित थे। इस दिन के व्रत से करने से माताओं की संतानों को देवताओं का आशीर्वाद मिलता है और उनके जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) पढ़ें हिंदी में और देखें छोटी बड़ी सभी न्यूज़ Times Now Navbharat Live TV पर। अध्यात्म (Spirituality News) अपडेट और चुनाव (Elections) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से।
हरियाणा की राजनीतिक राजधानी रोहतक की रहने वाली हूं। कई फील्ड्स में करियर की प्लानिंग करते-करते शब्दों की लय इतनी पसंद आई कि फिर पत्रकारिता से जुड़ गई।...और देखें
Chhath Mata Ki Aarti: जय छठी मईया ऊ जे केरवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए...इस आरती के बिना अधूरा है छठ पर्व
Chhath Puja History: छठ पूजा की शुरुआत कैसे हुई, जानिए इस पर्व का इतिहास और महत्व
Chhathi Mata Ka Photo: छठी मैया कौन हैं? यहां देखें छठ माता के फोटो
Chhath Puja Samagri List: छठ पूजा में क्या-क्या सामान लगेगा, यहां चेक करें छठी मैया की पूजा सामग्री
Chhath Puja Song Lyrics : कांच ही बांस के बहंगिया बहंगी लचकत जाए...यहां देखें छठ पूजा के गीत
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited