Guru Purnima Shubh Sanyog 2024: गुरु पूर्णिमा पर बन रहें हैं ये अद्भुत संयोग, नोट करें सही समय और पूजा का शुभ मुहूर्त

Guru Purnima Shubh Sanyog 2024: गुरु पूर्णिमा का सनातन धर्म में विशेष महत्व है। इस दिन गुरु की पूजा पूरे विधि- विधान से की जाती है। इस साल गुरु पूर्णिमा पर अद्भुत संयोग बन रहे हैं। ऐसे में आइए जानते हैं इस साल गुरु पूर्णिमा कौन से शुभ संयोग बन रहे हैं।

Guru Purnima

Guru Purnima

Guru Purnima Shubh Sanyog 2024: गुरु पूर्णिमा का पर्व हर साल आषाढ़ महीने की पूर्णिमा तिथि के दिन मनाया जाता है। इस साल गुरु पूर्णिमा का पर्व 21 जुलाई 2024 को मनाया जाएगा। गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु की पूजा की जाती है। ये पर्व बहुत ही हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है। हिंदू धर्म में गुरु को भगवान से भी उत्तम माना जाता है। इस पर्व का धार्मिक खास महत्व है। इस दिन गुरु की पूजा पूरे विधि पूर्वक की जाती है। पूर्णिमा की तिथि गंगा स्नान और दान को उत्तम माना जाता है। इस साल गुरु पूर्णिमा पर बहुत से शुभ संयोग बन रहे हैं। इन शुभ योग में पूजा करने से पूजा करने का दौगुना फल मिलेगा। आइए जानते हैं गुरु पूर्णिमा के दिन कौन से शुभ योग बन रहे हैं।

Jitiya Vrat Date 2024

Guru Purnima Shubh Sanyog 2024 (गुरु पूर्णिमा शुभ संयोग 2024)इस साल गुरु पूर्णिमा पर महासंयोग बन रहा है। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 05 बजकर 37 मिनट पर शुरू हो जाएगा। ये योग रात 12 बजकर 14 मिनट तक रहने वाला है। इसके साथ ही इस दिन उत्तराषाढ नक्षत्र मध्या रात्रि 12 बजकर 14 मिनट तक रहेगा। इस दिन श्रवण नक्षत्र और प्रीति योग भी बन रहा है। विष्कंभ योग प्रात:से लेकर रात 9 बजे तक रहेगा। इस योग में पूजा करना बहुत ही शुभ फलदायी होगा।

Guru Purnima Date And Shubh Muhurat 2024 (गुरु पूर्णिमा शुभ मुहूर्त 2024)हिंदू पंचांग के अनुसार इस आषाढ़ महीने की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 20 जुलाई को शाम 05 बजकर 59 मिनट से शुरू होगा। वहीं इस तिथि का समापन 21 जुलाई को दोपहर 03 बजकर 46 मिनट पर होगा। ऐसे में इस साल गुरु पूर्णिमा का पर्व 21 जुलाई 2024 को मनाया जाएगा। इस दिन पूजा के लिए पूरा दिन शुभ रहेगा।

गुरु पूर्णिमा महत्व (Guru Purnima Importance)हिंदू धर्म में गुरु पूर्णिमा के पर्व का खास महत्व है। गुरु का स्थान भगवान से भी ऊपर माना जाता है। इस दिन को महाभारत के रचियता वेद व्यास जी के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। ऐसी भी मान्यता है कि गुरु पूर्णिमा के दिन ही वेद व्यास जी ने वेदों की रचना की थी। इस पर्व को बहुत ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। गुरु की पूजा करने से मनुष्य पर सदा गुरु की कृपा बनी रहती है।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (spirituality News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |

जयंती झा author

बिहार के मधुबनी जिले से की रहने वाली हूं, लेकिन शिक्षा की शुरुआत उत्तर प्रदेश की गजियाबाद जिले से हुई। दिल्ली विश्वविद्यायलय से हिंदी ऑनर्स से ग्रेजुए...और देखें

End of Article

© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited