हरतालिका तीज पूजा में जरूर करें भगवान गणेश, माता पार्वती और शिव जी की आरती, यहां देखें आरती के लिरिक्स
हरतालिका तीज पूजा मुहूर्त 2023 (Hartalika Teej Puja Muhurat 2023)
प्रातःकाल हरतालिका तीज पूजा मुहूर्त - 06:07 AM से 08:34 AM
तृतीया तिथि प्रारम्भ - 17 सितंबर 2023 को 11:08 AM बजे
तृतीया तिथि समाप्त - 18 सितंबर 2023 को 12:39 PM बजे
हरतालिका तीज पूजा सामग्री लिस्ट (Hartalika Teej Puja Samagri List)
सूखा नारियल, धतूरे का फल, घी, शहद, गुलाल, चंदन, कलश, बेलपत्र, शमी का पत्ता, केले का पत्ता, सुपारी, अक्षत, धूप, मंजरी, कलावा, इत्र, पांच फल, दीप, कपूर, गंगाजल, दूर्वा, जनेऊ, सुहाग सामग्री (बिंदी, सिंदूर, कुमकुम, मेहंदी, बिछिया, काजल, चूड़ी, कंघी, महावर आदि)
कैसे मनाई जाती है हरतालिका तीज? (Hartalika Teej Vrat Vidhi)
इस दिन स्त्रियां सुबह जल्दी उठकर स्नान कर नए वस्त्र और गहनें पहनती हैं। अपने हाथों में मेहंदी लगाती हैं। ससुराल पक्ष के लोग अपनी बहू को सिंजारा और उपहार देते हैं। ये हरतालिका तीज की एक प्रमुख परंपरा है। इस सिंजारे में चूड़ियां, कपड़े, बिंदी, मेहंदी, सिंदूर, मिठाई विशेष रूप से घेवर आदि चीजें शामिल होती हैं। इस दिन की पूजा में भगवान शिव और मां पार्वती की मूर्ति का निर्माण रेत व मिट्टी से किया जाता है। फिर बनाई गई प्रतिमा की विधि-विधान पूजा की जाती है। पार्वती माता को सुहाग की सामग्री अर्पित की जाती है। इसके बाद हरतालिका तीज व्रत कथा सुनी जाती है। अंत में आरती करके भगवान को भोग लगाया जाता है।
Hartalika Teej 2023: शिव भजन लिरिक्स
बड़े मतवाले है मेरे भोले बाबा लिरिक्सबड़े मतवाले है मेरे भोले बाबा,जटा में जिसके बहे गंगा,भोले पीते है भंगा,बड़े मतवाले है मेरे भोले बाबा,जग से निराले है मेरे भोले बाबा !कर में त्रिशूल साजे,हाथो में कमण्डल विराजे,गले में सर्पो की माला,मस्तक पर चाँद है निराला,वाघम्बर ओढ़े भस्म रमाये,श्रिंगी बजाने वाले है,मेरे भोले बाबा,जग से निराले है मेरे भोले बाबा !Hartalika Teej 2023 Mantra: हरतालिका मंत्र
या देवी सर्वभूतेषु मां गौरी रूपेण संस्थिता।नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:ओम गणेशाय नम:ओम नम: शिवायHartalika Teej 2023: शिव वंदना
शिव वंदनाॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवायॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवायउमापति जय नमः शिवायपिता गणपति नमः शिवायॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवायॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवायभस्मामंगराय नमः शिवायनागेंद्र हाराय नमः शिवायॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवायॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवायत्रिलोचनाय नमः शिवायमहेश्वराय नमः शिवायॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवायॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवायदिगम्बराय नमः शिवायश्री नीलकंठाय नमः शिवायॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवायॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवायजटाधराय नमः शिवाययज्ञस्वरूपाय नमः शिवायॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवायॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवायपिनाकहस्ताय नमः शिवायसनातनाय नमः शिवायॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवायॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवायशिवाय गौरी नमः शिवायवृषभध्वजाय नमः शिवायॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवायॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवायHartalika Teej 2023 Chalisa: हरतालिका तीज शिव चालीसा
॥ दोहा ॥जय गणेश गिरिजा सुवन,मंगल मूल सुजान ।कहत अयोध्यादास तुम,देहु अभय वरदान ॥॥ चौपाई ॥जय गिरिजा पति दीन दयाला ।सदा करत सन्तन प्रतिपाला ॥भाल चन्द्रमा सोहत नीके ।कानन कुण्डल नागफनी के ॥अंग गौर शिर गंग बहाये ।मुण्डमाल तन क्षार लगाए ॥वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे ।छवि को देखि नाग मन मोहे ॥ 4मैना मातु की हवे दुलारी ।बाम अंग सोहत छवि न्यारी ॥कर त्रिशूल सोहत छवि भारी ।करत सदा शत्रुन क्षयकारी ॥नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे ।सागर मध्य कमल हैं जैसे ॥कार्तिक श्याम और गणराऊ ।या छवि को कहि जात न काऊ ॥ 8देवन जबहीं जाय पुकारा ।तब ही दुख प्रभु आप निवारा ॥किया उपद्रव तारक भारी ।देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी ॥तुरत षडानन आप पठायउ ।लवनिमेष महँ मारि गिरायउ ॥आप जलंधर असुर संहारा ।सुयश तुम्हार विदित संसारा ॥ 12त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई ।सबहिं कृपा कर लीन बचाई ॥किया तपहिं भागीरथ भारी ।पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी ॥दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं ।सेवक स्तुति करत सदाहीं ॥वेद नाम महिमा तव गाई।अकथ अनादि भेद नहिं पाई ॥ 16प्रकटी उदधि मंथन में ज्वाला ।जरत सुरासुर भए विहाला ॥कीन्ही दया तहं करी सहाई ।नीलकण्ठ तब नाम कहाई ॥पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा ।जीत के लंक विभीषण दीन्हा ॥सहस कमल में हो रहे धारी ।कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी ॥ 20एक कमल प्रभु राखेउ जोई ।कमल नयन पूजन चहं सोई ॥कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर ।भए प्रसन्न दिए इच्छित वर ॥जय जय जय अनन्त अविनाशी ।करत कृपा सब के घटवासी ॥दुष्ट सकल नित मोहि सतावै ।भ्रमत रहौं मोहि चैन न आवै ॥ 24त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो ।येहि अवसर मोहि आन उबारो ॥लै त्रिशूल शत्रुन को मारो ।संकट से मोहि आन उबारो ॥मात-पिता भ्राता सब होई ।संकट में पूछत नहिं कोई ॥स्वामी एक है आस तुम्हारी ।आय हरहु मम संकट भारी ॥ 28धन निर्धन को देत सदा हीं ।जो कोई जांचे सो फल पाहीं ॥अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी ।क्षमहु नाथ अब चूक हमारी ॥शंकर हो संकट के नाशन ।मंगल कारण विघ्न विनाशन ॥योगी यति मुनि ध्यान लगावैं ।शारद नारद शीश नवावैं ॥ 32नमो नमो जय नमः शिवाय ।सुर ब्रह्मादिक पार न पाय ॥जो यह पाठ करे मन लाई ।ता पर होत है शम्भु सहाई ॥ॠनियां जो कोई हो अधिकारी ।पाठ करे सो पावन हारी ॥पुत्र हीन कर इच्छा जोई ।निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई ॥ 36पण्डित त्रयोदशी को लावे ।ध्यान पूर्वक होम करावे ॥त्रयोदशी व्रत करै हमेशा ।ताके तन नहीं रहै कलेशा ॥धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे ।शंकर सम्मुख पाठ सुनावे ॥जन्म जन्म के पाप नसावे ।अन्त धाम शिवपुर में पावे ॥ 40कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी ।जानि सकल दुःख हरहु हमारी ॥॥ दोहा ॥नित्त नेम कर प्रातः ही,पाठ करौं चालीसा ।तुम मेरी मनोकामना,पूर्ण करो जगदीश ॥मगसर छठि हेमन्त ॠतु,संवत चौसठ जान ।अस्तुति चालीसा शिवहि,पूर्ण कीन कल्याण ॥Hartalika Puja 2023 : हरतालिका तीज पर करें ये काम
हरतालिका तीज व्रत में गलती से भी जल ग्रहण न करें।हरतालिका तीज के दिन महिलाएं अपने पति के साथ किसी तरह के वाद-विवाद से बचें।व्रत के दौरान क्रोध करने से भी बचें।हरतालिका तीज के दिन व्रती महिलाओं का सोना वर्जित होता है।इस दिन मन में किसी भी तरह की गलत भावना न लाएं।Hartalika Teej 2023 Parana Time: हरतालिका तीज व्रत पारण
हरतालिका तीज व्रत पारण का समय 19 सितंबर को 06:08 बजे है। इस दिन बह्म मुहूर्त में उठकर स्नान के बाद पूजा करें और भगवान को लगाया भोग ग्रहण करें।Hartalika Teej Bhajan Lyrics In Hindi- हरतालिका तीज भजन
पहनो पहनो सुहागन नार,चूड़ी पहनो लाल रंग की || लाल चूड़ी पहनोगी तो लाल रहोगी, तेरो अमर उद्देश प्रगत व प्रा.....पीली चूड़ी पहनोगी तो पीली रहोगी, तेरो लक्ष्मी भरे भंडार, चूड़ी पहनो......हरी चूड़ी पहनोगी तो हरी भरी रहोगी,तेरो भरा रहे, परिवार, महनो....पचरंगी चूड़ी पहनोगी तो पति की प्यारी रह तुम्हरे रामचंद्र भरतार, चूड़ी पहनो.....कत्थई चूड़ी पहनोगी तो बहू अच्छी बनोगी, तुम्हरी गौदी में खेले नंदलाल, चूड़ी पहनो....Hartalika Teej 2023 Parna: हरतालिका तीज व्रत पारण में क्या खाएं
हरतालिका तीज के व्रत का पारण भगवान के लगाए भोग को खा कर करें। इसलिए पूजा में चढ़ाए गए भोग से ही अपना व्रत खोलें। इसके बाद भोजन ग्रहण करें।Hartalika Teej Aarti In Hindi (हरतालिका तीज आरती)
जय पार्वती माता,जय पार्वती माता
ब्रह्मा सनातन देवी,
शुभ फल की दाता ।
॥ जय पार्वती माता... ॥
अरिकुल कंटक नासनि,
निज सेवक त्राता,
जगजननी जगदम्बा,
हरिहर गुण गाता ।
॥ जय पार्वती माता... ॥
सिंह को वहान साजे,
कुंडल है साथा,
देव वधू जस गावत,
नृत्य करत ता था ।
॥ जय पार्वती माता... ॥
सतयुग रूप शील अतिसुंदर,
नाम सती कहलाता,
हेमाचंल घर जन्मी,
सखियाँ संगराता ।
॥ जय पार्वती माता... ॥
शुम्भ निशुम्भ विदारे,
हेमाचंल स्थाता,
सहस्त्र भुजा तनु धरिके,
चक्र लियो हाथा ।
॥ जय पार्वती माता... ॥
सृष्टि रूप तुही है जननी,
शिव संग रंगराता,
नन्दी भृंगी बीन लही,
सारा जग मदमाता ।
॥ जय पार्वती माता... ॥
देवन अरज करत हम,
चरण ध्यान लाता,
तेरी कृपा रहे तो,
मन नहीं भरमाता ।
॥ जय पार्वती माता... ॥
मैया जी की आरती,
भक्ति भाव से जो नर गाता,
नित्य सुखी रह करके,
सुख संपत्ति पाता ।
॥ जय पार्वती माता... ॥
जय पार्वती माता,
जय पार्वती माता,
ब्रह्मा सनातन देवी,
शुभ फल की दाता ।
जय पार्वती माता,
जय पार्वती माता
ब्रह्मा सनातन देवी,
शुभ फल की दाता ।
Hartalika Teej 2023 Puja Vidhi: हरतालिका तीज पूजा विधि
प्रदोष काल में हरतालिका तीज की पूजा करने की परंपरा है। इस दिन सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा करें और फिर पूजा के दौरान माता पार्वती को लाल चूड़ियां, लाल चुनरी, कुमकुम, सिन्दूर, फूल और इत्र चढ़ाएं। पूजा के बाद सुहागन स्त्री के सुहाग का सामान दान करें।Hartalika Teej 2023 Aarti : हरतालिका तीज पर करें ये आरती
शिव जी की आरती ओम जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा।ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव अर्द्धांगी धारा।।ओम जय शिव ओंकारा।।एकानन चतुरानन पञ्चानन राजे। हंसानन गरूड़ासनवृषवाहन साजे।।ओम जय शिव ओंकारा।।दो भुज चार चतुर्भुज दसभुज अति सोहे।त्रिगुण रूप निरखते त्रिभुवन जन मोहे।।ओम जय शिव ओंकारा।।अक्षमाला वनमाला मुण्डमालाधारी।त्रिपुरारी कंसारी कर माला धारी।।ओम जय शिव ओंकारा।।श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे।सनकादिक गरुड़ादिक भूतादिक संगे।।ओम जय शिव ओंकारा।।ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका।मधु कैटव दोउ मारे, सुर भयहीन करे।।ओम जय शिव ओंकारा।।लक्ष्मी, सावित्री पार्वती संगा।पार्वती अर्द्धांगी, शिवलहरी गंगा।।ओम जय शिव ओंकारा।।पर्वत सोहें पार्वतू, शंकर कैलासा।भांग धतूर का भोजन, भस्मी में वासा।।ओम जय शिव ओंकारा।।जया में गंग बहत है, गल मुण्ड माला।शेषनाग लिपटावत, ओढ़त मृगछाला।।ओम जय शिव ओंकारा।।काशी में विराजे विश्वनाथ, नन्दी ब्रह्मचारी।नित उठ दर्शन पावत, महिमा अति भारी।।ओम जय शिव ओंकारा।।त्रिगुणस्वामी जी की आरति जो कोई नर गावे।कहत शिवानन्द स्वामी मनवान्छित फल पावे।।ओम जय शिव ओंकारा।। ओम जय शिव ओंकारा।।Hartalika Puja 2023 Parana Time: हरतालिका व्रत पारण समय
हरतालिका तीज व्रत के अगले दिन सूर्योदय से पहले उठें और स्नान करने के बाद शिव गौरी की पूजा करें। इसके बाद प्रसाद स्वरूप मिठाई और जल से अपना व्रत खोलें। इस दिन नमकीन या तले भुने खाने से अपना व्रत ना खोलें।Hartalika Parana Vidhi: हरतालिका तीज व्रत पारण विधि
हरतालिका तीज व्रत के अगले दिन सूर्योदय से पहले उठें और स्नान करने के बाद शिव गौरी की पूजा करें। इसके बाद प्रसाद स्वरूप मिठाई और जल से अपना व्रत खोलें। इस दिन नमकीन या तले भुने खाने से अपना व्रत ना खोलें।Hartalika shub muhurat 2023: हरतालिका तीज पूजा मुहूर्त 2023
इस दिन हरतालिका तीज की पूजा के लिए तीन शुभ मुहूर्त हैं। पहला मुहूर्त सुबह 6:07 से 8:34 बजे तक है। इसके बाद दूसरा मुहूर्त 9:11 से 10:43 बजे तक रहेगा। इसके बाद तीसरा मुहूर्त 15:19 से 19:51 तक रहेगा। इन तीन मुहूर्तों में शिव-गौरी की पूजा करना सर्वोत्तम रहेगा।Hartalika Teej Parvati Chalisa: पार्वती चालीसा
॥ दोहा ॥जय गिरी तनये दक्षजेशम्भू प्रिये गुणखानि ।गणपति जननी पार्वतीअम्बे! शक्ति! भवानि ॥॥ चौपाई ॥ब्रह्मा भेद न तुम्हरो पावे ।पंच बदन नित तुमको ध्यावे ॥षड्मुख कहि न सकत यश तेरो ।सहसबदन श्रम करत घनेरो ॥तेऊ पार न पावत माता ।स्थित रक्षा लय हिय सजाता ॥अधर प्रवाल सदृश अरुणारे ।अति कमनीय नयन कजरारे ॥ललित ललाट विलेपित केशर ।कुंकुंम अक्षत शोभा मनहर ॥कनक बसन कंचुकि सजाए ।कटी मेखला दिव्य लहराए ॥कंठ मदार हार की शोभा ।जाहि देखि सहजहि मन लोभा ॥बालारुण अनंत छबि धारी ।आभूषण की शोभा प्यारी ॥नाना रत्न जड़ित सिंहासन ।तापर राजति हरि चतुरानन ॥इन्द्रादिक परिवार पूजित ।जग मृग नाग यक्ष रव कूजित ॥ 10गिर कैलास निवासिनी जय जय ।कोटिक प्रभा विकासिनी जय जय ॥त्रिभुवन सकल कुटुंब तिहारी ।अणु अणु महं तुम्हारी उजियारी ॥हैं महेश प्राणेश तुम्हारे ।त्रिभुवन के जो नित रखवारे ॥उनसो पति तुम प्राप्त कीन्ह जब ।सुकृत पुरातन उदित भए तब ॥बूढ़ा बैल सवारी जिनकी ।महिमा का गावे कोउ तिनकी ॥सदा श्मशान बिहारी शंकर ।आभूषण हैं भुजंग भयंकर ॥कण्ठ हलाहल को छबि छायी ।नीलकण्ठ की पदवी पायी ॥देव मगन के हित अस किन्हो ।विष लै आपु तिनहि अमि दिन्हो ॥ताकी तुम पत्नी छवि धारिणी ।दुरित विदारिणी मंगल कारिणी ॥देखि परम सौंदर्य तिहारो ।त्रिभुवन चकित बनावन हारो ॥ 20भय भीता सो माता गंगा ।लज्जा मय है सलिल तरंगा ॥सौत समान शम्भू पहआयी ।विष्णु पदाब्ज छोड़ि सो धायी ॥तेहि कों कमल बदन मुरझायो ।लखी सत्वर शिव शीश चढ़ायो ॥नित्यानंद करी बरदायिनी ।अभय भक्त कर नित अनपायिनी ॥अखिल पाप त्रयताप निकन्दिनी ।माहेश्वरी हिमालय नन्दिनी ॥काशी पुरी सदा मन भायी ।सिद्ध पीठ तेहि आपु बनायी ॥भगवती प्रतिदिन भिक्षा दात्री ।कृपा प्रमोद सनेह विधात्री ॥रिपुक्षय कारिणी जय जय अम्बे ।वाचा सिद्ध करि अवलम्बे ॥गौरी उमा शंकरी काली ।अन्नपूर्णा जग प्रतिपाली ॥सब जन की ईश्वरी भगवती ।पतिप्राणा परमेश्वरी सती ॥ 30तुमने कठिन तपस्या कीनी ।नारद सों जब शिक्षा लीनी ॥अन्न न नीर न वायु अहारा ।अस्थि मात्रतन भयउ तुम्हारा ॥पत्र घास को खाद्य न भायउ ।उमा नाम तब तुमने पायउ ॥तप बिलोकी ऋषि सात पधारे ।लगे डिगावन डिगी न हारे ॥तब तब जय जय जय उच्चारेउ ।सप्तऋषि निज गेह सिद्धारेउ ॥सुर विधि विष्णु पास तब आए ।वर देने के वचन सुनाए ॥मांगे उमा वर पति तुम तिनसों ।चाहत जग त्रिभुवन निधि जिनसों ॥एवमस्तु कही ते दोऊ गए ।सुफल मनोरथ तुमने लए ॥करि विवाह शिव सों भामा ।पुनः कहाई हर की बामा ॥जो पढ़िहै जन यह चालीसा ।धन जन सुख देइहै तेहि ईसा ॥ 40॥ दोहा ॥कूटि चंद्रिका सुभग शिर,जयति जयति सुख खानिपार्वती निज भक्त हित,रहहु सदा वरदानि ।॥ इति श्री पार्वती चालीसा ॥Hartalika Teej 2023 Aarti: हरतालिका तीज पर करें पार्वती माता की आरती
जय पार्वती माता,जय पार्वती माताब्रह्मा सनातन देवी,शुभ फल की दाता ।॥ जय पार्वती माता... ॥अरिकुल कंटक नासनि,निज सेवक त्राता,जगजननी जगदम्बा,हरिहर गुण गाता ।॥ जय पार्वती माता... ॥सिंह को वहान साजे,कुंडल है साथा,देव वधू जस गावत,नृत्य करत ता था ।॥ जय पार्वती माता... ॥सतयुग रूप शील अतिसुंदर,नाम सती कहलाता,हेमाचंल घर जन्मी,सखियाँ संगराता ।॥ जय पार्वती माता... ॥शुम्भ निशुम्भ विदारे,हेमाचंल स्थाता,सहस्त्र भुजा तनु धरिके,चक्र लियो हाथा ।॥ जय पार्वती माता... ॥सृष्टि रूप तुही है जननी,शिव संग रंगराता,नन्दी भृंगी बीन लही,सारा जग मदमाता ।॥ जय पार्वती माता... ॥देवन अरज करत हम,चरण ध्यान लाता,तेरी कृपा रहे तो,मन नहीं भरमाता ।॥ जय पार्वती माता... ॥मैया जी की आरती,भक्ति भाव से जो नर गाता,नित्य सुखी रह करके,सुख संपत्ति पाता ।॥ जय पार्वती माता... ॥जय पार्वती माता,जय पार्वती माता,ब्रह्मा सनातन देवी,शुभ फल की दाता ।जय पार्वती माता,जय पार्वती माताब्रह्मा सनातन देवी,शुभ फल की दाता ।Hartalika Vrat 2023 History: हरतालिका व्रत सबसे पहले किसने किया था
हरतालिका तीज व्रत हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, हरतालिका तीज को सबसे पहले माता पार्वती ने भगवान शिव को अपने पति के रूप में स्वीकार करने के लिए मनाया था। यह कथा स्वयं भगवान शिव ने माता पार्वती को सुनाई और उन्हें अपने पूर्व जन्म की याद दिलाई।Hartalika Teej Mantra- हरतालिका तीज पर करें शिव मंत्रों का जाप
जरा जन्म दुःखौघ तातप्यमानं,प्रभो पाहि आपन्नामामीश शम्भो ॥शंकराय नमः ।ॐ महादेवाय नमः।ॐ महेश्वराय नमः।ॐ श्री रुद्राय नमः।ॐ नील कंठाय नमः।Hartalika Teej Mantra- हरतालिका तीज मंत्र
माता पार्वती का मंत्रया देवी सर्वभूतेषु मां गौरी रूपेण संस्थिता।नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।Hartalika Puja Samagri- हरतालिका तीज 2023 की पूजा सामग्री
काली मिट्टी या रेतएक कलशलाल और पीले रंग के कपड़े, लाल चुनरी और लाल या हरे रंग की नई साड़ीसोलह श्रृंगार का सामानपीला सिंदूरफूलमालाशिवजी और गणेश जी के लिए वस्त्रबेलपत्रधतूराभांगकेले के पत्तेपान का पत्तासुपारीदूर्वाकुमकुमपंचामृतनारियलचंदनकपूरदीपकफलजनेऊगाय का घीसरसों तेलमोदकबताशादहीचीनीशहदगंगाजल, गाय का गोबरHartalika 2023 Puja Time: हरतालिका तीज पर शाम को करें इस समय में पूजा
प्रदोष काल में चार प्रहर की पूजा शाम 06 बजकर 23 मिनट से शुरू हो जाएगा। इस दिन इस शुभ समय में पूजा करने से शुभ फल की प्राप्ति होगी। इसके साथ ही अखंड सौभाग्य का वरदान भी प्राप्त होगा।Hartalika Teej 2023 Paran Niyam- हरतालिका तीज पारण नियम
भगवान का प्रसाद ग्रहण करने के बाद पानी पीकर व्रत खोलें।अगर आपको चाय पीना पसंद है तो इसे खाली पेट पीने से बचें। अपना उपवास तोड़ने के तुरंत बाद तेल वाला खाना ना खाएं या भारी भोजन खाने से बचें।व्रत खोलने के बाद दही या फिर सरगी की थाली में आई चीजों का सेवन भी कर सकती हैं।पारण के समय खट्टे फल और मैदा खाने से बचना चाहिए।Hartalika Teej 2023: हरतालिका तीज महत्व
सनातन धर्म में हरतालिका तीज का बहुत महत्व है। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं। जो भी कुंवारी कन्या इस दिन व्रत रखती हैं। उनको मनचाहे वर की प्राप्ति होती है। इस दिन विधि- विधान से शिव पार्वती की पूजा करनी चाहिए।Hartalika Teej 2023 Parvati strot: हरतालिका तीज पर करें पार्वाती स्तोत्र का पाठ
।।जानकीकृतं पार्वती स्तोत्र।।जानकी उवाचशक्तिस्वरूपे सर्वेषां सर्वाधारे गुणाश्रये।सदा शंकरयुक्ते च पतिं देहि नमोsस्तु ते।।सृष्टिस्थित्यन्त रूपेण सृष्टिस्थित्यन्त रूपिणी।सृष्टिस्थियन्त बीजानां बीजरूपे नमोsस्तु ते।।हे गौरि पतिमर्मज्ञे पतिव्रतपरायणे।पतिव्रते पतिरते पतिं देहि नमोsस्तु ते।।सर्वमंगल मंगल्ये सर्वमंगल संयुते।सर्वमंगल बीजे च नमस्ते सर्वमंगले।।सर्वप्रिये सर्वबीजे सर्व अशुभ विनाशिनी।सर्वेशे सर्वजनके नमस्ते शंकरप्रिये।।परमात्मस्वरूपे च नित्यरूपे सनातनि।साकारे च निराकारे सर्वरूपे नमोsस्तु ते।।क्षुत् तृष्णेच्छा दया श्रद्धा निद्रा तन्द्रा स्मृति: क्षमा।एतास्तव कला: सर्वा: नारायणि नमोsस्तु ते।।लज्जा मेधा तुष्टि पुष्टि शान्ति संपत्ति वृद्धय:।एतास्त्व कला: सर्वा: सर्वरूपे नमोsस्तु ते।।दृष्टादृष्ट स्वरूपे च तयोर्बीज फलप्रदे ।सर्वानिर्वचनीये च महामाये नमोsस्तु ते।।शिवे शंकर सौभाग्ययुक्ते सौभाग्यदायिनि।हरिं कान्तं च सौभाग्यं देहि देवी नमोsस्तु ते।।फलश्रुतिस्तोत्रणानेन या: स्तुत्वा समाप्ति दिवसे शिवाम्।नमन्ति परया भक्त्या ता लभन्ति हरिं पतिम्।।इह कान्तसुखं भुक्त्वा पतिं प्राप्य परात्परम्।दिव्यं स्यन्दनमारुह्य यान्त्यन्ते कृष्णसंनिधिम्।।(श्री ब्रह्मवैवर्त पुराणे जानकीकृतं पार्वतीस्तोत्रं सम्पूर्णम्।।)हरतालिका व्रत क्यों रखा जाता है?
सौभाग्यवती स्त्रियां अपने सुहाग को अखण्ड बनाए रखने और अविवाहित युवतियां मन अनुसार वर पाने के लिए हरितालिका तीज का व्रत करती हैं। सर्वप्रथम इस व्रत को माता पार्वती ने भगवान शिव शंकर के लिए रखा था। इस दिन व्रत रखने से व्रती को सौभाग्य का वर मिलता है। उसकी सारी मनोकामना पूरी होती है।Parvati Mata Ki Aarti Lyrics In Hindi (माता पार्वती की आरती के लिरिक्स)
ॐ जय शिव ओंकारा,स्वामी जय शिव ओंकारा।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव,
अर्द्धांगी धारा ॥
ॐ जय शिव ओंकारा...॥
एकानन चतुरानन
पंचानन राजे ।
हंसासन गरूड़ासन
वृषवाहन साजे ॥
ॐ जय शिव ओंकारा...॥
दो भुज चार चतुर्भुज
दसभुज अति सोहे ।
त्रिगुण रूप निरखते
त्रिभुवन जन मोहे ॥
ॐ जय शिव ओंकारा...॥
अक्षमाला वनमाला,
मुण्डमाला धारी ।
चंदन मृगमद सोहै,
भाले शशिधारी ॥
ॐ जय शिव ओंकारा...॥
श्वेताम्बर पीताम्बर
बाघम्बर अंगे ।
सनकादिक गरुणादिक
भूतादिक संगे ॥
ॐ जय शिव ओंकारा...॥
कर के मध्य कमंडल
चक्र त्रिशूलधारी ।
सुखकारी दुखहारी
जगपालन कारी ॥
ॐ जय शिव ओंकारा...॥
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव
जानत अविवेका ।
प्रणवाक्षर में शोभित
ये तीनों एका ॥
ॐ जय शिव ओंकारा...॥
त्रिगुणस्वामी जी की आरति
जो कोइ नर गावे ।
कहत शिवानंद स्वामी
सुख संपति पावे ॥
ॐ जय शिव ओंकारा...॥
लक्ष्मी व सावित्री
पार्वती संगा ।
पार्वती अर्द्धांगी,
शिवलहरी गंगा ॥
ॐ जय शिव ओंकारा...॥
पर्वत सोहैं पार्वती,
शंकर कैलासा ।
भांग धतूर का भोजन,
भस्मी में वासा ॥
ॐ जय शिव ओंकारा...॥
जटा में गंग बहत है,
गल मुण्डन माला ।
शेष नाग लिपटावत,
ओढ़त मृगछाला ॥
जय शिव ओंकारा...॥
काशी में विराजे विश्वनाथ,
नंदी ब्रह्मचारी ।
नित उठ दर्शन पावत,
महिमा अति भारी ॥
ॐ जय शिव ओंकारा...॥
ॐ जय शिव ओंकारा,
स्वामी जय शिव ओंकारा।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव,
अर्द्धांगी धारा ॥
Hartalika Teej 2023: हरतालिका तीज पर शिव-पार्वती को जरूर चढ़ाएं ये चीज
हरतालिका तीज पूजा में माता पार्वती को सुहाग की सामग्री और भगवान शिव को धोती जरूर चढ़ाएं। ये हरतालिका तीज की एक मुख्य परंपरा है।Hartalika Teej Song: हरतालिका तीज का गाना
तीज गीत (सात सखीअन)सात सखीअन मिली तीज पूजे चलली है,
सोने के चबुतरा बनावले गे माई|
सेही रे चबुतरा चढी बैठेलन तीज माता
संगवा में भोले बाबा साथ गे माई ।
काहे लागी अजी माता मुखवा मलिन भइले,
काहे लागी छोड़ल नगरिया गे माई ।
नहीयों में अजी सबरे मुखवा मलिन भइले ,
नहीं हम छोड़ली नगरिया गे माई।
दिनरात घुमइत रहली भक्त के देखइत रहली,
दुखवा हम हरइत रहली, सुखवा हम देइत रहली ।
देइत देइत अइली एही नगरिया गे माई ।
तोहरों के देवो सांवरो सिर के सेन्दुरवा जी
चमकत दुनियो इंजोर गे माई |
स्वामी के देवो को संवरो रोजी रोजगरवा
जी बालका के देवो सुमति बुद्धिया गे माई |
तोहरो के देवो सांवरो कंचन देहिया जी
होइहे न मुखवा मलिन गे माई |
युग युग जिओ सांवरो गोदी के बलकवा जी
जनम युग बदय अहियात गे माई।
हरतालिका तीज पर बन रहे हैं शुभ योग
हरतालिका तीज पर रवि और इंद्र योग के साथ चित्रा और स्वाति नक्षत्र है। 18 सितंबर को दोपहर के 12 बजकर 08 मिनट से रवि योग शुरू होगा और इस योग की समाप्ति 19 सितंबर को सुबह 06 बजकर 08 मिनट पर होगी। हरतालिका तीज पर इंद्र योग सुबह से लेकर पूरी रात तक रहेगा।Hartalika Teej 2023: हरतालिका तीज पर सुखी वैवाहिक जीवन के लिए उपाय
हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत शुभ माना जाता है। तीज के शुभ अवसर पर आप अपने घर में तुलसी का पौधा लगाएं और रोज़ सुबह इसकी पूजा करें। यह उपाय करने से आपके वैवाहिक जीवन में सुख-शांति आएगी।Hartalika Teej Vrat Vidhi: हरतालिका तीज व्रत कैसे करें
हरतालिका तीज के दिन निर्जला व्रत रखना चाहिए। इस दिन भूलकर भी अन्न और जल का सेवन नहीं करना चाहिए। इस व्रत के दिन सुबह स्नान के बाद कुछ भी ग्रहण ना करें।Hartalika Teej 2023: हरतालिका तीज पर बन रहे शुभ संयोग
हरतालिका तीज पर रवि और इंद्र योग के साथ चित्रा और स्वाति नक्षत्र है। 18 सितंबर को दोपहर के 12 बजकर 08 मिनट से रवि योग शुरू होगा और इस योग की समाप्ति 19 सितंबर को सुबह 06 बजकर 08 मिनट पर होगी। हरतालिका तीज पर इंद्र योग सुबह से लेकर पूरी रात तक रहेगा।Hartalika Teej Bhajan: हरतालिका तीज भजन
करूं गौरा की पूजा तन मन से,मेरी मांग सिंदूर से लाल रहे ॥
मेरे माथे की बिंदिया चमकती रहे,
मेरी मांग का सिंदूर दमकता रहे चूड़ियों से भरा मेरा हाथ रहे मेरी मांग .......
मेरी चुनरी में चंदा चमकता रहे,
मेरी गौद में सूरज दमकता रहे, मेरा घर खुशियों से भरा रहे, कोना कोना गुलजार रहे करू गौरा.....
मेरे मायके की खिली फुलवारी रहे,
ससुराल में सजना का प्यार मिले, मेरा हरा भरा संसार रहे, साजन संग जोड़ी अमर रहे, करूं गौरा..
हरतालिका तीज मंत्र (Hatalika Teej Mantra)
पार्वती मंत्रॐ पार्वत्यै नमः
ॐ उमाये नमः
या देवी सर्वभूतेषु मां गौरी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
शिव मंत्र
ॐ नम: शिवाय
ॐ महेश्वराय नमः
ॐ पशुपतये नमः
Hartalika Teej Aarti: हरतालिका तीज आरती
जय पार्वती माता,जय पार्वती माता
ब्रह्मा सनातन देवी,
शुभ फल की दाता ।
॥ जय पार्वती माता... ॥
अरिकुल कंटक नासनि,
निज सेवक त्राता,
जगजननी जगदम्बा,
हरिहर गुण गाता ।
॥ जय पार्वती माता... ॥
सिंह को वहान साजे,
कुंडल है साथा,
देव वधू जस गावत,
नृत्य करत ता था ।
॥ जय पार्वती माता... ॥
सतयुग रूप शील अतिसुंदर,
नाम सती कहलाता,
हेमाचंल घर जन्मी,
सखियाँ संगराता ।
॥ जय पार्वती माता... ॥
शुम्भ निशुम्भ विदारे,
हेमाचंल स्थाता,
सहस्त्र भुजा तनु धरिके,
चक्र लियो हाथा ।
॥ जय पार्वती माता... ॥
सृष्टि रूप तुही है जननी,
शिव संग रंगराता,
नन्दी भृंगी बीन लही,
सारा जग मदमाता ।
॥ जय पार्वती माता... ॥
देवन अरज करत हम,
चरण ध्यान लाता,
तेरी कृपा रहे तो,
मन नहीं भरमाता ।
॥ जय पार्वती माता... ॥
मैया जी की आरती,
भक्ति भाव से जो नर गाता,
नित्य सुखी रह करके,
सुख संपत्ति पाता ।
॥ जय पार्वती माता... ॥
जय पार्वती माता,
जय पार्वती माता,
ब्रह्मा सनातन देवी,
शुभ फल की दाता ।
जय पार्वती माता,
जय पार्वती माता
ब्रह्मा सनातन देवी,
शुभ फल की दाता ।
हरतालिका तीज की व्रत विधि (Hartalika Teej Vrat Vidhi)
हरतालिका तीज वाले दिन सबसे पहले काली गीली मिट्टी से माता पार्वती, भगवान शिव और गणेशजी प्रतिमा तैयार कर लें और फिर उसे फूलों से सजाएं। अब इन प्रतिमाओं को सूखने के लिए रख दें। इसके बाद लकड़ी की चौकी पर पीला कपड़ा बिछाकर पूजा की तैयारी करें। अब बनाई गई तीनों प्रतिमाओं को पीले कपड़े पर स्थापित करें। चौकी पर दाईं तरफ चावल से अष्टकमल तैयार करें और उस पर जल से भरा कलश स्थापित करें। कलश के ऊपर स्वास्तिक बनाएं और कलश में सुपारी, सिक्का और हल्दी डाल दें। मूर्तियों की विधि विधान पूजा करें और उनका अभिषेक करें। उसके बाद मां पार्वती को सुहाग की सभी सामग्री अर्पित करें और शिवजी को धोती व गमछा चढ़ाएं। हरतालिका तीज की व्रत कथा पढ़ें या सुनें। अंत में आरती उतारकर भगवान को भोग लगाएं। पूजा के बाद माता पार्वती को लगाया हुआ सिंदूर अपनी भी मांग में लगाएं और पति के चरण स्पर्श करें।हरतालिका तीज पूजा विधि 2023 (Hartalika Teej Puja Vidhi 2023)
- व्रत करने वाली महिलाओं को इस दिन जल्दी उठकर स्नान कर साफ और नए कपड़े पहनने चाहिए।
- इसके बाद भगवान शिव और देवी पार्वती के मंदिर जाकर पूजा करनी चाहिए।
- मंदिर से लौटने के बाद अपने पति के चरण स्पर्श जरूर करें।
- शाम को महिलाएं दोबारा से स्नान करके नई दुल्हन की तरह श्रृंगार करें।
- इस पूजा में महिलाएं रेत, बालू और मिट्टी से माता पार्वती और भगवान शिव की प्रतिमा बनाती हैं।
- यह मूर्तियां आप स्वयं अपने घर में बना भी सकते हैं या बाजार से भी खरीद सकते हैं।
- फिर पूजा स्थान पर केले के पत्ते पर भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणेश की मूर्ति को स्थापित करें।
- साथ ही उन्हें फूल और सुगंध आदि चीजें अर्पित करें।
- इसके बाद पूजा स्थल पर दीपक जलाएं और देवी-देवताओं को बिल्वपत्र चढ़ाएं।
- इसके बाद षोडशोपचार विधि से माता पार्वती और भगवान शिव और गणेश जी की पूजा करें।
- इसके बाद महिलाएं मां पार्वती को सुहाग की चीजें चढ़ाएं और भगवान शिव को धोती चढ़ाएं।
- फिर भगवान शिव और माता पार्वती को भोग अर्पित करें।
- भोग आदि अर्पित करने के बाद भगवान शिव और देवी पार्वती की हरतालिका तीज कथा पढ़ें।
- अंत में भगवान शिव और माता पार्वती की आरती करें।
- फिर अगले दिन सुबह-सुबह पूजा कर अपना व्रत खोल लें।
- हरतालिका तीज पर माता को चढ़ाई गई सुहाग पिटारी और भगवान शिव को चढ़ाई गई धोती अगले दिन सुबह किसी ब्राह्मण को दान कर दें।
हरतालिका तीज की सुहाग सामग्री (Hartalika Teej Daan Samagri)
सुहाग की सामग्री में बिंदी, सिंदूर, कुमकुम, मेहंदी, बिछिया, काजल, चूड़ी, कंघी, कुमकुम, महावर, पायल, नेलपॉलिश, कान की बाली, लाल चुनरी, इत्र, पायल आदि को शामिल करें।हरतालिका तीज की पूजा सामग्री लिस्ट (Hartalika Teej Puja Samagri List 2023 In Hindi)
गीली काली मिट्टी या बालू रेत, शमी का पत्ता, केले का पत्ता, धतूरे का फल, घी, शहद, गुलाल, चंदन, मंजरी, सूखा नारियल, कलश, बेलपत्र, कलावा, इत्र, पांच फल, सुपारी, अक्षत, धूप, दीप, कपूर, गंगाजल, दूर्वा और जनेऊ, आंक का फूल, वस्त्र (मां पार्वती के लिए हरे रंग की साड़ी और चूड़ियां), मिठाई, कुमकुम।Hartalika Teej 2023: हरतालिका तीज पर करें शिव के इस स्तोत्र का पाठ
॥ श्रीशिवपञ्चाक्षरस्तोत्रम् ॥नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय,भस्माङ्गरागाय महेश्वराय ।नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय,तस्मै न काराय नमः शिवाय ॥१॥मन्दाकिनी सलिलचन्दन चर्चिताय,नन्दीश्वर प्रमथनाथ महेश्वराय ।मन्दारपुष्प बहुपुष्प सुपूजिताय,तस्मै म काराय नमः शिवाय ॥२॥शिवाय गौरीवदनाब्जवृन्द,सूर्याय दक्षाध्वरनाशकाय ।श्रीनीलकण्ठाय वृषध्वजाय,तस्मै शि काराय नमः शिवाय ॥३॥वसिष्ठकुम्भोद्भवगौतमार्य,मुनीन्द्रदेवार्चितशेखराय।चन्द्रार्क वैश्वानरलोचनाय,तस्मै व काराय नमः शिवाय ॥४॥यक्षस्वरूपाय जटाधराय,पिनाकहस्ताय सनातनाय ।दिव्याय देवाय दिगम्बराय,तस्मै य काराय नमः शिवाय ॥५॥पञ्चाक्षरमिदं पुण्यं यः पठेच्छिवसन्निधौ ।शिवलोकमवाप्नोति शिवेन सह मोदते ॥© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited