Holi Bhai Dooj Katha In Hindi: होली भाई दूज व्रत कथा इन हिंदी यहां देखें
Holi Bhai Dooj Vrat Katha in Hindi: धार्मिक मान्यातओं अनुसार होली भाई दूज के दिन जो भाई बहन से तिलक करवाता है उसके जीवन में खुशहाली और समृद्धि बनी रहती है। जानें होली भाई दूज की कथा।
होली भाई दूज व्रत कथा
शास्त्रों अनुसार होली के अगले दिन भाई को तिलक करने से उसे जीवन के सभी संकटों से मुक्ति मिल जाती है। मान्यता है कि इस दिन विघ्नहर्ता भगवान गणेश की पूजा के बाद यमदेव की भी पूजा करनी चाहिए। साथ ही व्रत रखा इस कथा को जरूर पढ़ना चाहिए।
होली भाई दूज की कथा (Holi Bhai Dooj Katha In Hindi)
होली भाई दूज की कथा के अनुसार एक नगर में एक बुढ़िया रहती थी, जिसके एक बेटा और एक बेटी थी। बेटी की शादी हो चुकी थी। एक बार होली के बाद उस बुढ़िया के बेटे के मन में अपनी बहन से मिलने का ख्याल आया और उसने अपनी मां से बहन के यहां जाकर तिल करवाने का आग्रह किया। बेटे के लगातार आग्रह करने पर मां ने उसे अपनी बहन के यहां जाने दिया। लड़का अपनी बहन से मिलने के लिए घर से निकल गया और रास्ते में उसे एक नदी मिली, नदी ने कहा कि मैं तेरा काल हूं और इसमें पैर रखने से तू डूब जाएगा। इसे सुन वह भयभीत हो गया और उसने कहा कि मैं अपनी बहन के यहां जाकर तिलक करा लूं फिर मेरे प्रांण ले लेना।
इसके बाद वो लड़का जैसे ही थोड़ी आगे बढ़ा उसे जंगल में एक खूंखार शेर मिला। उसने शेर से भी वही कहा जो उसने नदी से कहा था। कुछ दूर चलने के बाद एक सांप ने उसके पैर को जकड़ लिया, बुढ़िया के बेटे ने सांप से भी वही कहा। इसके बाद वह अपनी बहन के घर जा पहुंचा, बहन ने अपने भाई को देखते ही उसे गले से लगा लिया और तिलक लगाने के बाद बैठाकर भोजन करवाया। भोजन करते समय भाई को उदास देख बहन दुखी हो जाती है और उससे उसके दुख का कारण पूछती है। भाई उसे वो सब बता देता है जो उसके साथ रास्ते में हुआ था।
Holi Bhai Dooj 2023 Muhurat Puja Vidhi
बहन अपने भाई से कहती है कि रूको भाई मैं पानी पीकर आती हूं और वह एक तालाब के पास जाती है जहां उसे एक बुढ़िया मिलती है वह उस बुढ़िया को अपनी सारी परेशानी बता देती है। इसे सुन बुढ़िया कहती है कि ये सब तेरे पिछले जन्मों का कर्म है, जो तुम्हारे भाई को भुगतना पड़ रहा है। अगर तू चाहे तो उसे बचा सकती है इसके लिए तुझे उसकी शादी होने तक उसकी हर विपदा को टालना होगा इससे तेरा भाई बच जाएगा।
बुढ़िया की बात सुन बहन भाई के साथ घर चलने के लिए तैयार हो गई। वह शेर के लिए मांस, सांप के लिए दूध और नदी के लिए ओढ़नी लेकर भाई के साथ चल देती है। रास्ते में उसे शेर मिलता, शेर को देखते ही वह उसके सामने मांस डाल देती है, फिर कुछ दूर चलने के बाज उसे सांप मिलता है, वह उसके सामने दूध रख देती है। वहीं और आगे चलने के बाद उसे नदी मिलती है वह उस नदी को ओढ़नी दे देती है। इस प्रकार बहन अपने भाई के ऊपर आने वाली हर विपदा को टाल देती है। इस दिन से प्रत्येक वर्ष चैत्र मास की द्वितीया तिथि यानी होली के अगले दिन भाई दूज का पर्व मनाया जाता है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले जम्मू-कश्मीर की रहने वाली हूं। पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट हूं। 10 साल से मीडिया में काम कर रही हूं। पत्रकारिता में करि...और देखें
1 दिसंबर को पितृ दोष समाप्त करने का सुनहरा अवसर, इन उपायों से मिलेगा पितरों का आशीर्वाद
2025 आपके आर्थिक मामलों के लिए कैसा रहेगा? जानें किन पर मेहरबान रहेंगी मां लक्ष्मी तो किन्हें होगी धन की हानि
30 नवंबर को बुध के अस्त होते ही इन राशियों के अच्छे दिन होंगे शुरू, देखें क्या आपकी राशि है इनमें
Aaj Ka Panchang 30 November 2024: पंचांग से जानिए मार्गशीर्ष महीने की चतुर्दशी तिथि के दिन क्या होगा पूजा का मुहूर्त, कब से कब तक रहेगा राहुकाल
Chandra Gochar 2024: नवंबर के अंत में चंद्र देव करेंगे गोचर, इन राशि वालों की चमकेगी किस्मत
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited