Kajari Teej 2023 Date: जानिए किस दिन मनाई जाएगी कजरी तीज, क्या है इसका महत्व

Kajari Teej 2023 Date: भारत अनेक तीज त्योहार को मनाने वाला देश है। यहां पर आए दिन कोई ना कोई त्योहार मनाया जाता है। इन सब त्योहार में से ही एक है कजरी तीज का त्योहार, कजरी तीज को कजलिया और सातुड़ी तीज के नाम से भी जाना जाता है। आइए जानते हैं कजरी तीज का व्रत किस दिन रखा जाएगा।

Kajari Teej 2023

Kajari Teej 2023: हिंदू कैलेंडर के अनुसार, कजरी तीज हर साल भाद्रपद यानी कि कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। रक्षाबंधन के तीन दिन बाद ये पर्व मनाया जाता है। कजरी तीज को कजली तीज के नाम से भी जाना जाता है। हरियाली और हरितालिका तीज की तरह कजरी तीज भी पति की लंबी आयु के लिए मनाया जाता है। इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए दिन में निर्जल व्रत रखती हैं और शाम को करवाचौथ की तरह चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद व्रत खोलती हैं। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि कजरी तीज के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधि विधान से पूजा करने से विशेष फल प्राप्त होता है। आइए जानते हैं इस साल कब मनाया जाएगा कजरी तीज का त्योहार और क्या है इसका महत्व।
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Kajari Teej 2023 Kab Hai

पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष तृतीया तिथि 1 सिंतबर की रात 11:50 बजे प्रारंभ होगा। 2 सितंबर, 2023 को रात 8:49 बजे समाप्त होगी। उदया तिथि के अनुसार यह त्योहार 2 सिंतबर 2023 को मनाया जाएगा। कजरी का त्योहार विशेषकर उत्तर भारत के क्षेत्र में मनाया जाता है।
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कजरी व्रत महत्व

पौराणिक कथा के अनुसार कजरी तीज का व्रत पहली बार माता पार्वती ने रखा था। इस व्रत को करने से दांपत्य जीवन में प्रेम और खुशहाली बनी रहती है। साथ ही अविवाहित लड़कियों को मनचाहा वर मिलता है। इस व्रत की महिमा के बारे में कहा जाता है कि इससे दांपत्य जीवन की परेशानियां दूर होती हैं, संतान का आशीर्वाद मिलता है और परिवार में खुशहाली आती है। इस दिन रात्रि में चंद्रमा की भी पूजा की जाती है, हाथों में गेहूं के दाने और जल लेकर चंद्रमा को अर्घ्य दिया जाता है।
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