Karwa Chauth Vrat 2022 Puja Vidhi, Katha, Muhurat Live: नोएडा, दिल्ली, लखनऊ समेत कई शहरों में दिखाई दिया चांद
Karwa Chauth Vrat 2022 Puja Vidhi, Katha, Muhurat Live: नोएडा, दिल्ली, लखनऊ समेत कई शहरों में दिखाई दिया चांद
Karwa Chauth 2022 Puja Vidhi, Vrat Katha, Mehndi Designs, Moonrise Time, Samagri List LIVE Updates: करवा चौथ व्रत की तैयारियां जोरों-शोरों पर चल रही हैं। आमतौर पर ये व्रत विवाहित महिलाओं द्वारा पति की लंबी उम्र और खुशहाल जीवन के लिए रखा जाता है। लेकिन कई जगह पर ये व्रत अविवाहित कन्याएं भी रखती हैं। इस बार करवा चौथ 13 अक्टूबर को मनाई जा रही है। ये व्रत निर्जला रखा जाता है यानी इस व्रत में अन्न और जल कुछ भी ग्रहण नहीं किया जाता है। साथ ही इस व्रत से जुड़े कुछ जरूरी नियम होते हैं जिनका पालन करना जरूरी माना जाता है। अगर आप पहली बार व्रत रख रही हैं तो हमारे इस ब्लॉग में आपको कुछ रोमांचक तथ्य और जानकारियां प्राप्त होंगी। जैसे इस व्रत में किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए? किस रंग के कपड़े पहनने चाहिए? पूजा की थाली कैसे तैयार करें? सरगी क्या होती है? इसके अलावा इस करवा चौथ पर पूजा का क्या रहेगा शुभ मुहूर्त और सभी जरूरी जनाकारी आपको मिलेगी हमारे इस लाइव ब्लॉग पर।
Karwa Chauth 2022 Moonrise Time Live Updates
करवा चौथ 2022 तिथि और मुहूर्त (Karwa Chauth 2022 Date And Muhurat):
करवा चौथ व्रत- 13 अक्टूबर 2022
दिन- गुरुवार
हिंदी महीना- कार्तिक
पक्ष- कृष्ण पक्ष
तिथि- चतुर्थी
करवा चौथ पूजा मुहूर्त- 13 अक्टूबर, 2022 की शाम 05 बजकर 54 मिनट से 07 बजकर 09 मिनट तक
करवा चौथ पर चंद्रोदय- 13 अक्टूबर, 2022 की शाम 08 बजकर 9 मिनट पर
Karwa Chauth 2022 Puja Vidhi, Vrat Katha, Aarti Live Updates
करवा चौथ व्रत के नियम:
सोलह श्रृंगार- करवा चौथ का व्रत पति की लंबी उम्र की कामना के लिए किया जाता है। इस दिन सोलह श्रृंगार अवश्य करें। मान्यता है कि ऐसा करने से चौथ माता प्रसन्न होकर अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद देती हैं।
लाल रंग के कपड़े- इस दिन लाल रंग के कपड़े पहनना बेहद शुभ माना जाता है। जो महिलाएं पहली बार व्रत रख रही हैं उन्हें इस व्रत वाले दिन शादी का जोड़ा पहनना चाहिए। लेकिन अगर किसी कारण शादी का जोड़ा नहीं पहन सकती हैं तो लाल रंग की कोई भी ड्रेस आप जरूर पहनें।
बाया- जो महिलाएं पहली बार करवा चौथ का व्रत करती हैं उनके मायके से ससुराल में बाया भेजा जाता है। बाया में कपड़े, मिठाइयां, मेवे और फल आदि होते हैं।
व्रत पारण- इस व्रत में शाम में पूजा करने और कथा सुनने के बाद रात में चंद्र दर्शन और अर्घ्य देने के बाद व्रत खोला जाता है।
ना करें यह गलती (Karva Chauth 2022)
करवा चौथ का व्रत खोलने के बाद सुहागिन महिलाओं को मीठा खाना चाहिए। व्रत खोलने के बाद नमक का सेवन ना करें। इसके साथ ही यह भी ध्यान रखें कि पारण करने के बाद तामसिक भोजन या लहसुन-प्याज वाले भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन सोलह श्रृंगार का बहुत महत्व है, इसीलिए जब आप व्रत का पारण करें तब सोलह श्रृंगार करके रखें। पूजा के तुरंत बाद सोलह श्रृंगार नहीं उतारना चाहिए। यह माना जाता है कि करवा चौथ के व्रत का पारण करने के बाद महिलाओं को चाकू या नेलकटर जैसी धारदार चीजों का उपयोग नहीं करना चाहिए।करवा चौथ महत्व (Karwa Chauth Vrat)
क्या आप जानते हैं कि किसने सबसे पहले रखा था करवा चौथ का व्रत? करवा चौथ के व्रत की महिमा अपार बताई जाती है। ऐसा माना जाता है कि जो कोई भी महिला इस व्रत को करती है ना ही सिर्फ उसका पति लंबी उम्र पाता है बल्कि उनका जीवन निरोगी भी रहता है। हिंदू धर्म में प्रचलित मान्यताओं के अनुसार बताया जाता है कि यह व्रत सबसे पहले शक्ति स्वरूपा देवी पार्वती ने भगवान भोलेनाथ के लिए रखा था। इसी व्रत के प्रभाव से उन्हें अखंड सौभाग्य की प्राप्ति हुई थी और तभी से सुहागिन महिलाएं अपने पतियों की लंबी उम्र की कामना करते हुए इस व्रत का पालन करती हैं।चांद निकलने पर ऐसे करें पूजा
- करवा चौथ पर शाम में पूजा करने के बाद रात में चांद की पूजा की जाती है।
- शाम के समय चंद्रोदय से पहले पूरे शिव-परिवार यानि शिव जी, पार्वती जी, नंदी जी, गणेश जी और कार्तिकेय जी की पूजा होती है।
- इस दिन सभी सुहागिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं और शाम को चाँद को अर्घ्य देकर पानी पीती हैं।
- करवा चौथ की पूजा में सुहागिन महिलाएं छलनी में जलते हुए दीपक को रखती हैं।
- फिर इस छलनी से दीपक की रोशनी में सबसे पहले चांद को देखती हैं और उसे अर्घ्य देती हैं।
- उसके बाद उसी छलनी से अपने पति को देखती हैं।
- फिर पति अपनी पत्नी को पानी और मिठाई खिलाकर इस व्रत को पूरा करवाते हैं।
इंदौर, गांधीनगर और नोएडा में कब दिखेगा चांद
इंदौर में 08:27 PM पर चांद दिखेगा।गांधीनगर में 08:51 PM पर चांद दिखेगा।
नोएडा में 08:09 PM पर चांद दिखेगा।
करवा चौथ 2022 चंद्रोदय समय (Karwa Chauth 2022 Moonrise Time)
पंचांग अनुसार करवा चौथ पर चांद रात 8 बजकर 9 मिनट पर उदय होगा। महिलाओं को सुझाव है कि वो अपनी पूजा इससे पहले ही संपन्न कर लें। फिर चांद की पूजा कर अपना व्रत खोलें।कैसे करें चांद की पूजा Chandra Puja Vidhi
रात्रि में पूजा से पहले सुहागिन महिलाएं सोलह श्रृंगार करके तैयार हो जाएं। इसके बाद भगवान शिव, भगवान गणेश, माता पार्वती और करवा माता की पूजा करने के बाद चांद निकलने का इंतजार करें। जब चांद निकल जाए तब जल में शक्कर, दूध और अक्षत डालकर उन्हें अर्घ्य दें। चांद को अर्घ्य देते समय मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए।आज चांद निकलने का समय
चेन्नई में 08:29 PM पर चांद दिखेगा।चण्डीगढ़ में 08:06 PM पर चांद दिखेगा।
पटना में 07:44 PM पर चांद दिखेगा।
भोपाल में 08:21 PM पर चांद दिखेगा।
मुम्बई में जल्दी नहीं दिखाई देगा करवा चौथ का चांद
मुम्बई में सबसे देरी से चांद दिखाई देगा। यहां चांद निकलने का समय रात 08:48 PM का है।चांद निकलने तक रखें व्रत Karwa Chauth 2022 Chand Time
आज रात 8 बजकर 9 मिनट पर चांद निकलने की संभावना है। इस बात का ध्यान रखें कि पूजा के तुरंत बाद ही अपना व्रत न खोलें। ये व्रत चंद्र दर्शन करने के बाद ही खोला जाता है।करवा चौथ पूजा के समय न करें ये गलती
ना करें यह गलती (Karva Chauth 2022)करवा चौथ का व्रत खोलने के बाद सुहागिन महिलाओं को मीठा खाना चाहिए। इसके साथ ही यह भी ध्यान रखें कि पारण करने के बाद तामसिक भोजन या लहसुन-प्याज वाले भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन सोलह श्रृंगार का बहुत महत्व है, इसीलिए जब आप व्रत का पारण करें तब सोलह श्रृंगार करके रखें। पूजा के तुरंत बाद सोलह श्रृंगार नहीं उतारना चाहिए। यह माना जाता है कि करवा चौथ के व्रत का पारण करने के बाद महिलाओं को चाकू या नेलकटर जैसी धारदार चीजों का उपयोग नहीं करना चाहिए।करवा चौथ की व्रत कथा Karwa Chauth Vrat Katha
प्राचीन काल में एक साहूकार हुआ करते थे। साहूकार के सात बेटे और एक बेटी थी। 1 दिन साहूकार की सातों बहू और बेटी ने करवा चौथ का व्रत रखा। शाम को जब साहूकार और उसके बेटे खाना खाने आए तो उनसे अपनी बहन को भूखा नहीं देखा गया। उन्होंने अपनी बहन को भोजन करने के लिए बार-बार अनुरोध किया लेकिन बहन ने कहा कि मैं चंद्रमा को देखे बिना और उसकी पूजा किए बिना खाना नहीं खाऊंगी। ऐसे में सातों भाई नगर से बाहर चले गए और दूर जाकर आग जला दी। वापस घर आकर उन्होंने अपनी बहन को बोला कि देखो चाँद निकल आया है, अब उसे देख कर अपना व्रत तोड़ दो। बहन ने अग्नि को चाँद मानकर अपना व्रत तोड़ दिया। हालांकि छल से तोड़े गए इस व्रत के चलते उसका पति बीमार हो गया और घर का सारा पैसा उसकी बीमारी में खर्च हो गया। कुछ समय बाद जब साहूकार की बेटी को अपने भाइयों का छल और अपनी गलती का एहसास हुआ तो उसने वापस से गणेश भगवान की पूजा विधि-विधान के साथ की, अनजाने में खुद से हुई भूल की क्षमा मांगी, जिससे उसका पति ठीक हो गया और घर में वापस धन-धान्य वापस आ गया।करवा चौथ पूजा का मुहूर्त हुआ शुरू Karwa Chauth 2022 Puja Time
करवा चौथ पूजा का मुहूर्त शाम 05:54 PM से 07:09 PM तक रहेगा।करवा चौथ का महत्व
करवा चौथ के दिन यह मान्यता है कि भगवान शिव के पूरे परिवार यानी शिव जी, माता पार्वती, भगवान गणेश और भगवान कार्तिकेय की पूजा की जानी चाहिए। चांद निकलने से पहले यह पूजा की जानी चाहिए। यह करने के बेहतर फल मिलता है।रोहिणी नक्षत्र में मनाया जा रहा है करवा चौथ का व्रत
करवा चौथ का व्रत इस साल रोहिणी नक्षत्र में मनाया जाएगा। इस नक्षत्र में करवा चौथ की पूजा करने से पति को लंबी आयु का वरदान मिलता है।Karwachauth 2022: करवा चौथ के दिन ग्रहों की चाल
करवा चौथ के दिन शनि अपनी राशि मकर, चंद्रमा वृष और कन्या राशि में है। इस दिन बुध और शनि की भी युति बन रही है।करवा माता का मंत्र (Karwa Chauth Mantra 2022)
ऊँ चतुर्थी देव्यै नम: ऊँ गौर्ये नम: ऊँ शिवायै नम:ऊँ नम: शिवायै शर्वाण्यै सौभाग्यं संतति शुभाम्।प्रयच्छ भक्तियुक्तानां नारीणां हरवल्लभे।।नमो देव्यै महादेव्यै शिवायै सततं नम:नम: प्रकृत्यै भद्रायै नियता: प्रणता: स्मृताम्॥शाम 04:08 बजे से शुरू होगा अमृतकाल मुहूर्त
अमृत काल मुहूर्त- शाम 04 बजक 08 मिनट से शाम 05 बजकर 50 मिनट तक रहेगा।कैसे मनाया जाता है करवाचौथ (How Karwa Chauth is celebrated)
करवा चौथ के दिन शादी शुदा महिलाएं परंपरा के अनुसार व्रत रखती हैं और अपने पति के लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं। इस दिन महीलाएं सुबह जल्दी उठकर नित्य क्रियाओं से निवृत्त होकर अपने सास द्वारा बनाई गई सरगी खाती हैं। सरगी खाने के बाद महिलाएं पूरा दिन उपवास और निर्जला व्रत रखती हैं।पहली बार रख रही हैं व्रत तो ध्यान रखें ये बातें...
अगर आप भी इस साल करवा चौथ का व्रत पहली बार रख रही हैं तो हम आपके लिए कुछ ऐसे टिप्स लाए हैं जिन्हें अपनाकर आप पूरे दिन बिना थके इस व्रत को रख सकती हैं। इस दिन ऑयली और फ्राइड फूड ना खाएं। ऑयली और फ्राइड खाना हैवी होता है, अगर आपने सुबह पराठा या पकोड़ा खाया है तो आपको उपवास के दौरान चक्कर भी आ सकता है। आप अपने सरगी में मल्टीग्रेन चपाती और सब्जी या पनीर खा सकती हैं। सरगी की थाली में हेल्दी और लाइट खाना होना चाहिए।करवा चौथ पर इन बातों का रखें खास ध्यान
करवा चौथ की पूजा पति की लंबी आयु के लिए किया रखा जाता है। इस दिन करवा और दीपक का महत्व इसलिए होता है क्योंकि पूजा में सर्वप्रथम इन्हीं चीजों का प्रयोग होता है। चांद को देखने और जल देने के लिए करवा और दीपक दोनों की ही जरूरत होती है। करवा तो मिट्टी का होता है, लेकिन दीपक आटे का बना कर प्रयोग करना चाहिए। हिंदू धर्म में आटे के दीपक का महत्व बहुत मना गया है। आटे का दीपक सुहागिने अपने हाथों से बनाती हैं और शाम को इसी दीपक में घी रखकर चांद और भगवान की पूजा की जाती है।कॉफी या चाय लेने से बचें
उपवास के तुरंत बाद कॉफी या चाय का सेवन करने से बचना चाहिए। यह आपके अंदर एसिडिटी बढ़ा सकते हैं। इसके बदले बल्कि आपको नारियल पानी, छाछ, ताजी सब्जियों/फलों का जूस या ठंडा दूध पीना चाहिए।अगर आप किसी स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित हैं तो उपवास रखने से पहले अपने डॉक्टर से इसकी सलाह जरूर लें। परंपराओं की अपेक्षा अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सबसे अधिक महत्व दिया जाना चाहिए।पर्याप्त आराम करें गर्भवती
यह महत्वपूर्ण है कि आप उपवास ना करें और पानी के साथ उपवास की स्थिति में आराम करें। गर्भावस्था में एक महिला का शरीर पहले से ही अतिरिक्त मेहनत कर रहा होता है, उपवास के दौरान पूर्ण आराम करने और बिल्कुल भी व्यायाम न करने का ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि शरीर में उचित पोषण नहीं मिल रहा है।करवा चौथ में ये ना करें गर्भवती महिलाएं
1. उच्च कैलोरी वाले खाद्य पदार्थ या चीनी से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन ना करें क्योंकि इससे गर्भकालीन मधुमेह हो सकता है।2. जूस और ताजे फलों को ना छोड़ें क्योंकि इससे कमजोरी हो सकती है या हो सकता है कि आपको स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या हो।3. अगर आपको कमजोरी महसूस हो या जी मिचलाने लगे तो घबराएं नहीं क्योंकि यह आपके द्वारा कम भोजन और पानी का सेवन करने के कारण होता है। अपनी दवा लेना ना छोड़ें।क्या होती है सरगी?
करवाचौथ का व्रत सूर्योदय से शुरू होता है। व्रत आरंभ करने से पहले बहू सास की ओर से भेंट में दी गई सरगी का सामान खाती है। इसमें फल से लेकर सूखे मेवे आदि जरूरी चीजें होती हैं। इन्हें खाने से पूरे दिन व्रत में थकान नहीं लगती है और भूख प्यास से बेचैनी नहीं लगती है। आमतौर पर सरगी की प्रथा पंजाबी समुदाय में ज्यादा प्रचलन में है, लेकिन अब इसे दूसरे लोग भी अपनाते हैं। सरगी एक तरह से व्रत के लिए सास की ओर से दिया गया आशीर्वाद होता है।पूजन का तरीका
करवा चौथ व्रत का प्रारंभ सूर्योदय के समय से करें। इसके लिए स्नान के बाद व्रत का संकल्प लें। इसके लिए हाथ में गंगाजल लेकर भगवान का ध्यान करें। इसके बाद जल को किसी गमले में डाल दें। अब पूरे दिन निर्जला व्रत रखें। शाम को भगवान शिव, माता पार्वती, भगवान कार्तिकेय और भगवान गणेश की पूजा करें। उन्हें रोली, चंदन, अक्षत, पुष्प, नैवेद्य आदि अर्पित करें। इसके बाद करवा चौथ व्रत की कथा का पाठ करें। चंद्रमा के उदय होने पर उन्हें अर्घ्य दें और पति की आरती उतारे। इसके बाद जल ग्रहण करें।करवा चौथ की आरती (Karwa Chauth Aarti)
ओम जय करवा मैया,माता जय करवा मैया।
जो व्रत करे तुम्हारा,
पार करो नइया।।
ओम जय करवा मैया।
सब जग की हो माता,
तुम हो रुद्राणी।
यश तुम्हारा गावत,
जग के सब प्राणी।।
कार्तिक कृष्ण चतुर्थी,
जो नारी व्रत करती।
दीर्घायु पति होवे ,
दुख सारे हरती।।
ओम जय करवा मैया,
माता जय करवा मैया।
जो व्रत करे तुम्हारा,
पार करो नइया।।
होए सुहागिन नारी,
सुख संपत्ति पावे।
गणपति जी बड़े दयालु,
विघ्न सभी नाशे।।
ओम जय करवा मैया,
माता जय करवा मैया।
जो व्रत करे तुम्हारा,
पार करो नइया।।
करवा मैया की आरती,
व्रत कर जो गावे।
व्रत हो जाता पूरन,
सब विधि सुख पावे।।
ओम जय करवा मैया,
माता जय करवा मैया।
जो व्रत करे तुम्हारा,
पार करो नइया।।
करवा चौथ पर न करें ये काम Karwa Chauth 2022
- करवा चौथ के दिन क्रोध न करें तथा दूसरों की निंदा न करें.
- अहंकार से बचें और किसी का अनादर न करें.
- कठोर वचन न बोलें एवं हिंसा से दूर रहें.
- वाद विवाद की स्थिति न बनने दें.
Karwa Chauth Chandra (Moon) Puja Mantra चंद्र पूजन मंत्र
देहि सौभाग्यं आरोग्यं देहि मे परमं सुखम। रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।करवा चौथ पर महिलाएं करें सोलह श्रृंगार
करवा चौथ के दिन सोलह श्रृंगार ज़रूर करें। मुख्य रूप से काँच की चूड़ियाँ पहनें, बिंदी लगाएँ, मेहँदी लगाएँ, सिंदूर लगाएँ।करवा चौथ व्रत का महत्व (karwa Chauth 2022)
करवा चौथ व्रत का पारण चंद्र दर्शन के बाद ही किया जाता है। सुहागिन महिलाएं करवा चौथ का व्रत निर्जला रखती हैं और इस दौरान भगवान शिव, माता पर्वती और भगवान गणेश की पूजा करती है। इसके साथ ही कुंवारी कन्याएं भी सुयोग्य वर प्राप्त करने लिए इस व्रत को रखती हैं।karwa Chauth 2022 Wishes: करवा चौथ के बधाई संदेश
करवा चौथ का पावन व्रत, आपके लिए मैंने किया हैक्योंकि आप ही के प्रेम और सम्मान ने
मेरे जीवन को नया रंग दिया है।
करवा चौथ की हार्दिक शुभकामनाएं!
बिना चंद्रमा को अर्घ्य दिये अधूरी मानी जाती है करवा चौथ पूजा
करवा चौथ व्रत के दिन व्रती को चंद्रोदय के समय (Karwa Chauth Moon Rise Time) चंद्र देव की पूजा करने के बाद व्रत का पारण किया जाता है. इस दिन चंद्रमा तो अर्ध्य देना अनिवार्य माना गया है.करवा चौथ मंत्र: (Karwa Chauth Mantra)
1- व्रत संकल्प का मंत्र
मम सुखसौभाग्य पुत्रपौत्रादि सुस्थिर श्री प्राप्तये करक चतुर्थी व्रतमहं करिष्ये
2- गणपति की पूजा का मंत्र
ॐ श्रीम गम सौभाग्य गणपतये। वर्वर्द सर्वजन्म में वषमान्य नमः॥
3- देवी पार्वती की पूजा का मंत्र
नमः शिवायै शर्वाण्यै सौभाग्यं संतति शुभाम्। प्रयच्छ भक्तियुक्तानां नारीणां हरवल्लभे॥
4- करवा दान करने का मंत्र
करकं क्षीरसम्पूर्णा तोयपूर्णमथापि वा। ददामि रत्नसंयुक्तं चिरञ्जीवतु मे पतिः॥
5- महादेव की पूजा का मंत्र
'ऊँ अमृतांदाय विदमहे कलारूपाय धीमहि तत्रो सोम: प्रचोदयात'
6- कार्तिकेय की पूजा का मंत्र
'ॐ षण्मुखाय नमः
7- चंद्रमा की पूजा का मंत्र
'देहि सौभाग्यं आरोग्यं देहि मे परमं सुखम। रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।'
करवा माता की आरती (Karwa Mata Ki Aarti)
ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया।जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया.. ओम जय करवा मैया।
सब जग की हो माता, तुम हो रुद्राणी।
दिवाली सेल - बेस्टसेलर गीजर और वॉटर हीटर पर ब्लॉकबस्टर डील पाएं
यश तुम्हारा गावत, जग के सब प्राणी.. ओम जय करवा मैया।
कार्तिक कृष्ण चतुर्थी, जो नारी व्रत करती।
दीर्घायु पति होवे , दुख सारे हरती.. ओम जय करवा मैया।
होए सुहागिन नारी, सुख संपत्ति पावे।
गणपति जी बड़े दयालु, विघ्न सभी नाशे.. ओम जय करवा मैया।
करवा मैया की आरती, व्रत कर जो गावे।
व्रत हो जाता पूरन, सब विधि सुख पावे.. ओम जय करवा मैया।
करवा चौथ का महत्व
करवा चौथ के दिन को करक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। करवा या करक मिट्टी के पात्र को कहते हैं जिससे चन्द्रमा को जल अर्पण, जो कि अर्घ कहलाता है, किया जाता है। पूजा के दौरान करवा बहुत महत्वपूर्ण होता है और इसे ब्राह्मण या किसी योग्य महिला को दान में भी दिया जाता है।कांस की सींक का महत्व
पूजा के समय ध्यान से कांस की सींक को करवे की टोटी में डाल लें। माना जाता है कि यही सींक शक्ति देती है।चांद को देख तोड़ें व्रत
आप इस बात का ध्यान रखें कि आपको अपना व्रत चांद को देखकर ही तोड़ना चाहिए। इससे ही यह व्रत पूरा होता है।करवा के बिना पूजा अधूरी
बता दें कि करवा चौथ का व्रत में करवा के बिना पूजा अधूरी मानी जाती है। इसलिए पूजा करते समय इसे अपने पास ही रखें।पूजा की थाली में ये शामिल करें
करवा चौथ के दिन अपनी पूजा की थाली में चंदन, मौली, पान, फूल, हल्दी, चावल, कुछ मिठाई, रोली, कच्चा दूध, दही, देसी घी, शहद, बूरा, दीपक, अगरबत्ती आदि चीजें शामिल करें।निर्जला व्रत रखती हैं महिलाएं..
करवा चौथ के दिन महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए पूरे दिन निर्जला व्रत करती हैं। फिर चांद को अर्घ्य देने के बाद व्रत तोड़ती हैं।Tulsi Vivah Puja Vidhi: घर पर कैसे कराएं तुलसी विवाह, यहां जानिए स्टेप बाय स्टेप पूरी विधि
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