Kuber Chalisa Lyrics In Hindi: धनतेरस के दिन करें कुबेर चालीसा का पाठ, यहा देखें संपूर्ण लिरिक्स
Dhanteras 2024, Kuber Chalisa Lyrics In Hindi: धनतेरस के दिन कुबेर देवता की पूजा का विधान है। इस दिन कुबेर देव की चालीसा का पाठ करना शुभ होता है। यहां पढ़ें कुबेर चालीसा का लिरिक्स हिंदी में।
Kuber Chalisa Lyrics
Dhanteras 2024, Kuber Chalisa Lyrics In Hindi: हिंदू धर्म में भगवान कुबेर को धन का देवता माना जाता है। धनतेरस पर भगवान धन्वंतरि के साथ- साथ माता लक्ष्मी और कुबेर देवता की पूजा भी की जाती है। कुबेर देवता की पूजा करने से साधक को कभी धन की कोई कमी नहीं होती है। धनतेरस के दिन शाम के समय में कुबेर देवता की पूजा की जाती है। इस दिन कुबेर देवता विधिवत पूजा करने से कुबेर देव की कृपा साधक पर बनी रहती है। धनतेरस पर धन प्राप्ति के लिए कुबेर चालीसा का पाठ करना बहुत ही उत्तम माना गया है। ऐसे में यहां पढ़ें कुबेर देव की चालीसा की पूरी लिरिक्स।
Kuber Chalisa Lyrics In Hindi (कुबेर चालीसा लिरिक्स)
॥ दोहा ॥
जैसे अटल हिमालय,और जैसे अडिग सुमेर।
ऐसे ही स्वर्ग द्वार पै,अविचल खड़े कुबेर॥
विघ्न हरण मंगल करण,सुनो शरणागत की टेर।
भक्त हेतु वितरण करो,धन माया के ढ़ेर॥
॥ चौपाई ॥
जय जय जय श्री कुबेर भण्डारी।धन माया के तुम अधिकारी॥
तप तेज पुंज निर्भय भय हारी।पवन वेग सम सम तनु बलधारी॥
स्वर्ग द्वार की करें पहरे दारी।सेवक इन्द्र देव के आज्ञाकारी॥
यक्ष यक्षणी की है सेना भारी।सेनापति बने युद्ध में धनुधारी॥
महा योद्धा बन शस्त्र धारैं।युद्ध करैं शत्रु को मारैं॥
सदा विजयी कभी ना हारैं।भगत जनों के संकट टारैं॥
प्रपितामह हैं स्वयं विधाता।पुलिस्ता वंश के जन्म विख्याता॥
विश्रवा पिता इडविडा जी माता।विभीषण भगत आपके भ्राता॥
॥ दोहा ॥
जैसे अटल हिमालय,और जैसे अडिग सुमेर।
ऐसे ही स्वर्ग द्वार पै,अविचल खड़े कुबेर॥
विघ्न हरण मंगल करण,सुनो शरणागत की टेर।
भक्त हेतु वितरण करो,धन माया के ढ़ेर॥
॥ चौपाई ॥
जय जय जय श्री कुबेर भण्डारी।धन माया के तुम अधिकारी॥
तप तेज पुंज निर्भय भय हारी।पवन वेग सम सम तनु बलधारी॥
स्वर्ग द्वार की करें पहरे दारी।सेवक इन्द्र देव के आज्ञाकारी॥
यक्ष यक्षणी की है सेना भारी।सेनापति बने युद्ध में धनुधारी॥
महा योद्धा बन शस्त्र धारैं।युद्ध करैं शत्रु को मारैं॥
सदा विजयी कभी ना हारैं।भगत जनों के संकट टारैं॥
प्रपितामह हैं स्वयं विधाता।पुलिस्ता वंश के जन्म विख्याता॥
विश्रवा पिता इडविडा जी माता।विभीषण भगत आपके भ्राता॥
शिव चरणों में जब ध्यान लगाया।घोर तपस्या करी तन को सुखाया॥
शिव वरदान मिले देवत्य पाया।अमृत पान करी अमर हुई काया॥
धर्म ध्वजा सदा लिए हाथ में।देवी देवता सब फिरैं साथ में॥
पीताम्बर वस्त्र पहने गात में।बल शक्ति पूरी यक्ष जात में॥
स्वर्ण सिंहासन आप विराजैं।त्रिशूल गदा हाथ में साजैं॥
शंख मृदंग नगारे बाजैं।गंधर्व राग मधुर स्वर गाजैं॥
चौंसठ योगनी मंगल गावैं।ऋद्धि सिद्धि नित भोग लगावैं॥
दास दासनी सिर छत्र फिरावैं।यक्ष यक्षणी मिल चंवर ढूलावैं॥
ऋषियों में जैसे परशुराम बली हैं।देवन्ह में जैसे हनुमान बली हैं॥
पुरुषों में जैसे भीम बली हैं।यक्षों में ऐसे ही कुबेर बली हैं॥
भगतों में जैसे प्रहलाद बड़े हैं।पक्षियों में जैसे गरुड़ बड़े हैं॥
नागों में जैसे शेष बड़े हैं।वैसे ही भगत कुबेर बड़े हैं॥
कांधे धनुष हाथ में भाला।गले फूलों की पहनी माला॥
स्वर्ण मुकुट अरु देह विशाला।दूर दूर तक होए उजाला॥
कुबेर देव को जो मन में धारे।सदा विजय हो कभी न हारे॥
बिगड़े काम बन जाएं सारे।अन्न धन के रहें भरे भण्डारे॥
कुबेर गरीब को आप उभारैं।कुबेर कर्ज को शीघ्र उतारैं॥
कुबेर भगत के संकट टारैं।कुबेर शत्रु को क्षण में मारैं॥
शीघ्र धनी जो होना चाहे।क्युं नहीं यक्ष कुबेर मनाएं॥
यह पाठ जो पढ़े पढ़ाएं।दिन दुगना व्यापार बढ़ाएं॥
भूत प्रेत को कुबेर भगावैं।अड़े काम को कुबेर बनावैं॥
रोग शोक को कुबेर नशावैं।कलंक कोढ़ को कुबेर हटावैं॥
कुबेर चढ़े को और चढ़ादे।कुबेर गिरे को पुन: उठा दे॥
कुबेर भाग्य को तुरंत जगा दे।कुबेर भूले को राह बता दे॥
प्यासे की प्यास कुबेर बुझा दे।भूखे की भूख कुबेर मिटा दे॥
रोगी का रोग कुबेर घटा दे।दुखिया का दुख कुबेर छुटा दे॥
बांझ की गोद कुबेर भरा दे।कारोबार को कुबेर बढ़ा दे॥
कारागार से कुबेर छुड़ा दे।चोर ठगों से कुबेर बचा दे॥
कोर्ट केस में कुबेर जितावै।जो कुबेर को मन में ध्यावै॥
चुनाव में जीत कुबेर करावैं।मंत्री पद पर कुबेर बिठावैं॥
पाठ करे जो नित मन लाई।उसकी कला हो सदा सवाई॥
जिसपे प्रसन्न कुबेर की माई।उसका जीवन चले सुखदाई॥
जो कुबेर का पाठ करावै।उसका बेड़ा पार लगावै॥
उजड़े घर को पुन: बसावै।शत्रु को भी मित्र बनावै॥
सहस्र पुस्तक जो दान कराई।सब सुख भोग पदार्थ पाई॥
प्राण त्याग कर स्वर्ग में जाई।मानस परिवार कुबेर कीर्ति गाई॥
॥ दोहा ॥
शिव भक्तों में अग्रणी,श्री यक्षराज कुबेर।
हृदय में ज्ञान प्रकाश भर,कर दो दूर अंधेर॥
कर दो दूर अंधेर अब,जरा करो ना देर।
शरण पड़ा हूं आपकी,दया की दृष्टि फेर॥
धनतेरस 2024: People also ask
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) पढ़ें हिंदी में और देखें छोटी बड़ी सभी न्यूज़ Times Now Navbharat Live TV पर। अध्यात्म (Spirituality News) अपडेट और चुनाव (Elections) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से।
बिहार के मधुबनी जिले से की रहने वाली हूं, लेकिन शिक्षा की शुरुआत उत्तर प्रदेश की गजियाबाद जिले से हुई। दिल्ली विश्वविद्यायलय से हिंदी ऑनर्स से ग्रेजुए...और देखें
19 January 2025 Panchang (19 जनवरी 2025 आज का पंचांग): कल इतने बजे रहेगा राहुकाल, पंचांग के जानें दिशा शूल, शुभ मुहूर्त, तिथि और रविवार के उपाय
Havan Ahuti Mantra 108: हवन आहुति मंत्र 108 और हवन करने की विधि यहां देखें, जिससे पंडित जी न मिलें तो आप खुद भी कर सकते हैं हवन
Kaal Sarp Dosh Upay: मौनी अमावस्या पर कर लें ये 3 खास उपाय, कालसर्प दोष से मिलेगी मुक्ति तो घर में आएगी सुख और समृद्धि
18 January 2025 Panchang (18 जनवरी 2025 आज का पंचांग): पंचांग से जानिए शनिवार को कब है पूजा का शुभ मुहूर्त, कब से कब तक रहेगा राहुकाल
Moon Rise Time, 17 January 2025: पंचांग से जानिए सकट चौथ का चांद कितने बजे दिखाई देगा
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited