Lunar Eclipse 2022: जहर के समान होता है ग्रहण के दौरान खाना-पीना, जानें कारण और नियम
Lunar Eclipse 2022: 08 नवंबर 2022 को साल का अंतिम चंद्र ग्रहण लगने वाला है। ग्रहण के दौरान कुछ भी खाने-पीने की मनाही होती है, क्योंकि ग्रहण के दौरान खाया गया भोजन जहर के समान माना गया है। इसके धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों ही कारण होते हैं।
Lunar Eclipse 2022: जहर के समान होता है ग्रहण के दौरान खाना-पीना, जानें कारण और नियम
मुख्य बातें
भारत में दिखाई देगा साल का अंतिम और दूसरा चंद्र ग्रहण
तुलसी, कुशा और तिल के उपयोग से ग्रहण में अपवित्र नहीं होते पदार्थ
चंद्र ग्रहण के दौरान निकलने वाली अल्ट्रावॉयलेट रेज भोजन को कर देती है दूषित
तुलसी, कुशा और तिल के उपयोग से ग्रहण में अपवित्र नहीं होते पदार्थ
चंद्र ग्रहण के दौरान निकलने वाली अल्ट्रावॉयलेट रेज भोजन को कर देती है दूषित
Prohibited Eat Food During Lunar Eclipse 2022: इस साल का दूसरा और अंतिम चंद्र ग्रहण मंगलवार 08 नवंबर 2022 को लगने जा रहा है। इस ग्रहण को भारत में भी देखा जा सकेगा, इसलिए यहां इसका सूतक काल भी मान्य होगा। सूर्य ग्रहण हो या फिर चंद्र ग्रहण दोनों में ही एहतियात बरतने की जरूरत होती है। ऐसे कई कार्य होते हैं जिन्हें ग्रहण के दौरान करना वर्जित माना गया है। इन्हीं में एक है भोजन करना। 8 नवंबर को लगने वाले चंद्र ग्रहण के दौरान भी कुछ भी खाने-पीने से बचें। क्योंकि ग्रहण के दौरान खाया गया भोजन जहर के समान माना गया है। ऐसा भोजन शरीर के लिए भी हानिकारक होता है। जानते हैं आखिर क्यों ग्रहण के दौरान खाना-पीना होता है वर्जित।
जहर के समान होता है ग्रहण में खाया भोजन
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से चंद ग्रहण में चंद्रमा की किरणों को विषाक्त माना गया है। इससे निकलने वाली अल्ट्रावॉयलेट रेज या पराबैंगनी किरणें भोजन और पानी सभी को दूषित कर देती है। हालांकि इस किरणों का प्रभाव केवल पके हुए भोजन पर पड़ता है। ग्रहण समाप्त होने के बाद आप बिना पकी हुई चीजें जैसे अनाज, फल और सब्जियां आदि का सेवन कर सकते हैं।
ग्रहण के दौरान खाया भोजन आपको कर सकता है बीमारशास्त्रों के अनुसार ग्रहण दौरान भोजन दूषित हो जाता है और ऐसा भोजन खाने से आप बीमार भी हो सकते हैं। क्योंकि यह पाचन तंत्र को प्रभावित करता है। इसलिए ग्रहण के दौरान खाने-पीने की चीजों पर तुलसी की पत्तियां रखी जाती है। क्योंकि तुलसी मे मौजूद पारा से ग्रहण के दौरान निकलने वाली हानिकारण किरणों का प्रभाव खाने-पीने की चीजों पर न पड़े।
दुष्प्रभाव को कम करने के लिए करें यह कार्यग्रहण लगने से पहले यदि घर पर दूध, दही और पका हुआ भोजन है तो क्या करना चाहिए। क्या इसे फेंक देना चाहिए। वैसे तो ग्रहण लगने के पहले पकाए हुए भोजन का ग्रहण के बाद त्याग कर देना चाहिए। लेकिन कुछ ऐसी चीजें होती हैं जिनका इस्तेमाल किया जा सकता है। जैसे
- पके हुए भोजन या अन्न में ग्रहण के पूर्व कुशा डाल दें। इससे आप बाद में इसका प्रयोग कर सकते हैं। इससे पदार्थ अपवित्र नहीं होते।
- यदि कुशा नहीं है तो आप तिल का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
- वहीं कुछ लोग खाने-पीने की चीजों पर तुलसी की पत्तियां भी ग्रहण लगने पूर्व डाल देते हैं।
इन लोगों को होती है छूटग्रहण काल में वैस तो खाना-पीना वर्जित होता है। लेकिन गर्भवती स्त्री, बहुत छोटे बच्चे, बुजुर्ग और अस्वस्थ व्यक्ति को कोई मनाही नहीं होती। वे ग्रहण के दौरान भी हल्का भोजन खा सकते हैं और पानी वगैरह पी सकते हैं।
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)
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