Mahakaleshwar Jyotirlinga: महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में दर्शन और भस्म आरती का सटीक समय यहां जानें
Mahakaleshwar Jyotirlinga Darshan And Aarti Timing: भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में तीसरे नंबर पर आता है महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग। जो मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में स्थित है। यह ज्योतिर्लिंग हिंदुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र है। यहां की भस्म आरती भारत ही नहीं बल्कि विश्व भर में प्रसिद्ध है। यहां हम आपको बताएंगे महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में दर्शन और आरती का क्या समय है।
Mahakaleshwar Jyotirlinga Aarti Timing
Mahakaleshwar Jyotirlinga Darshan And Aarti Timing: महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में से तीसरा सबसे प्रमुख ज्योतिर्लिंग माना जाता है। वैसे तो इस मंदिर में पूरे साल भक्तों की भीड़ लगी रहती है लेकिन सावन के महीने में ये भीड़ और भी ज्यादा बढ़ जाती है। यहां भक्त विशेष रूप से भस्म आरती देखने के लिए आते हैं। जो सुबह 4 बजे के करीब होती है। इस आरती के लिए पहले से बुकिंग करानी होती है। बता दें मंदिर में भस्म आरती समेत कुल 6 आरतियां होती हैं। यहां हम आपको बताएंगे महाकालेश्वर मंदिर कब से कब तक खुला रहता है, साथ ही इसका आरती और दर्शन समय क्या है।
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग कब से कब तक खुला रहता है (Mahakaleshwar Jyotirlinga Darshan Time)
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग भक्तों के दर्शन के लिए सुबह 4 बजे से लेकर रात 11 बजे तक खुला रहता है। मंदिर खुलते के साथ ही भस्म आरती की जाती है और फिर रात में शयन आरती के साथ मंदिर बंद कर दिया जाता है।
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग आरती समय (Mahakaleshwar Jyotirlinga Aarti Time)
चैत्र से आश्विन महीने तक आरती का समय।
आरती समय सारिणी | समय |
भस्म आरती | प्रातः 4:00 बजे से 6:00 बजे तक |
दद्योदक आरती | सुबह 7:00 बजे से 7:30 बजे तक |
भोग आरती | सुबह 10:00 बजे से 10:30 बजे तक |
संध्या पूजा | शाम 5:00 बजे से 5:30 बजे तक |
श्री महाकाल आरती | सायं 7:00 बजे से 7:30 बजे तक |
शयन आरती | रात्रि 10:30 बजे से 11:00 बजे तक |
आरती समय सारिणी | समय |
भस्म आरती | प्रातः 4:00 बजे से प्रातः 6:00 बजे तक |
दद्योदक आरती | सुबह 7:30 से 8:00 बजे तक |
भोग आरती | सुबह 10:30 से 11:00 बजे तक |
संध्या पूजा | शाम 5:30 से 6:00 बजे तक |
श्री महाकाल आरती | सायं 7:30 से 8:00 बजे तक |
शयन आरती | रात्रि 10:30 बजे से 11:00 बजे तक |
महाकालेश्वर भस्म आरती बुकिंग (Mahakaleshwar Jyotirlinga Bhasma Aarti Time)
भस्म आरती मंदिर का महत्वपूर्ण अनुष्ठान है जिसमें शामिल होने के लिए भारी संख्या में लोग यहां आते हैं। इस आरती में शामिल होने के लिए पहले से ही ऑनलाइन बुकिंग करनी होती है। आप इस लिंक से आसानी से आरती की बुकिंग कर सकते हैं। (https://shrimahakaleshwar.com/bhasmarti)
महाकालेश्वर मंदिर आरती समय (Mahakaleshwar Jyotirlinga Aarti Time)
भस्म आरती- महाकाल मंदिर में प्रतिदिन सुबह 4:00 बजे भस्म आरती होती है। इस आरती के समय बाबा को ताजी भस्म से स्नान कराया जाता है।
दत्योदक आरती- बाबा महाकाल की दूसरी आरती सुबह 7:00 बजे की जाती है। इस दौरान बाबा का विशेष श्रृंगार किया जाता है।
भोग आरती- बाबा महाकाल की तीसरी आरती सुबह 10 बजे होती है। इस आरती में बाबा का श्रृंगार कर उन्हें भोग लगाया जाता है और आरती की जाती है।
संध्या आरती- बाबा महाकाल की चौथी आरती संध्या आरती कहलाती है जो शाम 5 बजे होती है।
श्री महाकाल आरती- बाबा महाकाल की पांचवीं आरती शाम 5 बजे होती है, जिसमें बाबा का विशेष श्रंगार किया जाता है।
शयन आरती- बाबा महाकाल की अंतिम आरती शयन आरती कहलाती है। जो 10:30 बजे होती है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (spirituality News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |
धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले जम्मू-कश्मीर की रहने वाली हूं। पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट हूं। 10 साल से मीडिया में काम कर रही हूं। पत्रकारिता में करि...और देखें
महाकुंभ 2025 : प्रयागराज का वो प्राचीन शिव मंदिर जहां पूरी होती हैं सभी मनोकामनाएं, भगवान राम ने भी की थी यहां पूजा
31 January 2025 Panchang: पंचांग से जानिए आज का शुभ मुहूर्त, तिथि, राहुकाल, दिशा शूल और शुक्रवार के उपाय
Gupt Navratri 2025: माघ गुप्त नवरात्रि कब से कब तक रहेगी, जानिए इसकी पूजा विधि और महत्व क्या है
Ratha Saptami 2025 Date: रथ सप्तमी 2025 की तारीख कब है, जानें सूर्य देव को समर्पित इस पर्व की डेट, मुहूर्त और महत्व
Basant Panchmi ka Vaigyanik Mahatva: सिर्फ धार्मिक ही नहीं बल्कि बसंत पंचमी का वैज्ञानिक महत्व भी है, जानिए इससे जुड़ी मान्यता को
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited