MahaShivratri 2023: भागवान भोलेनाथ को अतिप्रिय हैं ये 8 तरह के अभिषेक, ये है विधि
Maha Shivratri 2023 : 18 फरवरी को इस वर्ष मनाया जाएगा महाशिवरात्रि का पर्व। भगवान भोलेनाथ की पूजा है अभिषेक के बिना अधूरी। मनोकामना सिद्धि के लिए भक्त करते हैं शिव प्रिय पदार्थाें से भाेलेनाथ का अभिषेक। आइए जानते है भोलेनाथ के अभिषेक और इसकी विधि के बारे में -
भागवान भोलेनाथ के 8 प्रिय अभिषेक
तस्वीर साभार : Times Now Digital
मुख्य बातें
- 18 फरवरी को है महाशिवरात्रि का पर्व
- भगवान शिव को प्रिय है अभिषेक पूजा
- आठ विशेष पदार्थाें का शिवाभिषेक में महत्व
MahaShivratri 2023: वो भोले भंडारी हैं, इतने भोले कि बस श्रद्धा के साथ एक लोटा जल अर्पित करो तो महादेव मनोकामनाएं पूर्ण कर देते हैं। 18 फरवरी को महादेव की पूजा का महा दिन यानि महाशिवरात्रि का पर्व है। इस दिन भगवान शिव का विशेष पदार्थाें से यदि महाभिषेक किया जाए तो असाध्य कार्य सफल होने का प्रभु भक्तों को आशीर्वाद देते हैं। शिव पुराण में आठ विशेष अभिषेक बताएं हैं जोकि शिव को अति प्रिय हैं।
ये हैं भगवान शिव को अतिप्रिय आठ पदार्थ
शिव पुराण में वर्णित प्रसंग के अनुसार ऋषि मुनियों ने भगवान शिव से अभिषेक के लिए प्रिय पदार्थाें के बारे में पूछा था। तब भगवान शिव ने कहा कि जो भी भक्त आसक्तियों से रहित होकर सच्चे और निस्वार्थ मन से मेरी पूजा करता है, मेरा अभिषेक करता है उसकी मैं हर कामना पूर्ण कर अपने धाम में स्थान देता हूं।
शिव पुराण में भगवान आशुतोष को प्रिय आठ पदार्थ बताए गए हैं। जिनका शिव आराधना में अपना महत्व है क्योंकि ये अभिषेक कार्य सिद्ध के साथ मोक्ष कामना के लिए भी किये जाते हैं।
1- स्वच्छ जल की धारा
स्वच्छ निर्मल जल की धारा भगवान शिव को सर्वाधिक प्रिय है। यदि तेज ज्वर आ रहा हो तो शिवजी का जल से अभिषेक करने पर लाभ मिलता है। माना जाता है कि जल से अभिषेक करने पर भगवान ने जो समुद्र मंथन के समय विष का पान किया था, उससे होने वाली जलन उनकी शांत होती है।
2- गन्ने का रस
भगवान आशुतोष को गन्ने का रस अतिप्रिय है। यदि जीवन में आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं या किसी तरह की उन्नति रुकी हुयी है तो महाशिवरात्रि के अलावा प्रत्येक सोमवार को भगवान शिव का गन्ने के रस से अभिषेक करें।
3- गाय का दूध
धार्मिक और वैज्ञानिक दृष्टि से गाय का दूध सबसे शुद्ध माना गया है। शिवलिंग पर गाय का कच्चा दूध चढ़ाने से भगवान भाेलेनाथ की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही संतान की कामना पूर्ण होती है।
4- शक्कर मिश्रित दूध
शक्कर या मिश्री मिश्रित दूध से शिवलिंग का अभिषेक यदि विद्यार्थी नियम से करें तो बुद्धि तेज होती है। ग्रह दोष के कारण होने वाली बुद्धि की जड़ता भी समाप्त यदि करनी है तो ये सबसे अच्छा उपाय है।
5- शहद
यदि प्रारब्धाें से मुक्ति चाहिए तो महादेव को अभिषेक में शहद अवश्य अर्पित करें। इस प्रयोग से तपेदिक जैसे रोग में शीघ्र आराम मिलता है। और पापों का शमन होता है।
6- सरसों का तेल
महाशिवरात्रि पर यदि भक्त शत्रुओं के नाश के लिए किसी तरह का उपाय करना चाहते हैं तो सरसों के तेल से महादेव का अभिषेक करें। शीघ्र लाभ होता है। शत्रु स्वतः शांत हो जाते हैं।
7- गाय का शुद्ध घी
गाय के शुद्ध घी से यदि महादेव का अभिषेक किया जाए या अन्य पदार्थ के साथ अभिषेक किया जाए तो जीवन में आरोग्यता बनी रहती है। रोग, शोक, दोष आस पास नहीं आते हैं।
8- गंगाजल
महादेव की जटाओं से धरती पर अवतरित होने वाली मां गंगा के जल की धारा भाेलेनाथ को अतिप्रिय है। यदि जीवन में मोक्ष की कामना है और अध्यात्म के मार्ग पर चलना चाहते हैं गंगाजल से महाशिवरात्रि के साथ प्रतिदिन ही शिवलिंग का अभिषेक करें।
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)
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