Maha Shivratri Puja Vidhi: महाशिवरात्रि पर शिव की पूजा कैसे करें? यहां जानें सबसे सटीक और सरल पूजा विधि

Maha Shivratri 2024 Date, Puja Vidhi, Shubh Muhurat, Time, Samagri, Mantra: महाशिवरात्रि की पूजा शुभ मुहूर्त में करने का विधान है। पंचांग अनुसार महाशिवरात्रि पूजा का शुभ मुहूर्त 8 मार्च की देर रात 12 बजकर 7 मिनट से 12 बजकर 56 मिनट तक रहेगा। यहां जानिए महाशिवरात्रि पूजा की विधि।

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Maha Shivratri 2024 Puja Vidhi In Hindi

Maha Shivratri 2024 Date, Puja Vidhi, Shubh Muhurat, Samagri List: महाशिवरात्रि की पूजा कैसे करें? महाशिवरात्रि पर शिव जी की पूजा का सही तरीका क्या है? अगर आप भी इस चीज को लेकर परेशान हैं तो बिल्कुल सही जगह पर आए हैं। क्योंकि यहां आप जानेंगे महाशिवरात्रि पूजा की आसान, सरल और सटीक पूजा विधि। जिससे आप भगवान शिव की कृपा आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। सबसे पहले तो ये जान लें कि महाशिवरात्रि पर शिव जी के साथ-साथ माता पार्वती की पूजा भी होती है। क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। इसलिए पूजा के समय शिवजी के साथ-साथ मां गौरा की प्रतिमा भी जरूर रखें। अब जानिए महाशिवरात्रि पूजा की विधि।

Maha Shivratri 2024 Puja Muhurat Time In Hindi

महाशिवरात्रि पूजा सामग्री लिस्ट (Mahashivratri Puja Samagri List)

मिट्टी के दीपक, नारियल, कुमकुम, भस्म, केसर, सिंदूर, धूप, बत्ती, घी, शक्कर, दूध, दही, गंगाजल, मधु, गुड़, कपूर, पान के पत्ते, अक्षत, कुशासन, पंचमेवा, फल, मिष्ठान, गन्ने का रस, इलायची, तिल, जौ, चंदन, रुद्राक्ष, मां पार्वती के लिए 16 श्रृंगार या सुहाग का सामन, सुपारी, लौंग, इलायची, वस्त्र, एक रक्षासूत्र, पीली सरसों, बेलपत्र, माचिस, आरती और चालीसा की पुस्तक, फूल, भांग, धतूरा, आम का पत्ता, शमी के पत्ते, दान सामग्री, हवन सामग्री आदि।

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महाशिवरात्रि व्रत की पूजा विधि स्टेप बाय स्टेप (Mahashivratri Puja Vidhi In Hindi)

  • महाशिवरात्रि के दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान कर लें।
  • इसके बाद महाशिवरात्रि के व्रत करने का संकल्प लें।
  • आप व्रत किस तरह से रखेंगे यानी फलाहार रखेंगे या निर्जला इसके लिए भी संकल्प लें।
  • फिर भगवान शिव की पूजा-अर्चना करें।
  • महाशिवरात्रि पूजा के लिए रात का समय ज्यादा शुभ माना जाता है।
  • ऐसे में रात को पूजा से पहले एक बार फिर से स्नान जरूर कर लें।
  • इसके बाद पूजा के स्थान पर ऊपर दी गई सभी पूजा सामग्री को साथ लेकर बैठें।
  • पंचामृत से भगवान शिव को स्नान कराएं।
  • इसके बाद केसर डालकर जल चढ़ाएं और ज्योत जलाएं। फिर भगवान शिव को चंदन का तिलक लगाएं।
  • भगवान को बेलपत्र, भांग, धतूरा, शमी के पत्ते, इत्र इत्यादि चीजें अर्पित करें।
  • इसके बाद विधि-विधान से पूजा आरती करें। साथ में भगवान शिव के मंत्र ‘ॐ नमः शिवाय’ का जाप करते रहें।
  • ध्यान रहे कि महाशिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ का पूजन या अभिषेक रात में ही करें।
  • पूजा के समय शिव जी और माता पार्वती को वस्त्र भी अर्पित करें। माता को श्रृंगार सामग्री भी चढ़ाएं।
  • इस दिन पूरी रात जागरण करना शुभ माना जाता है।
  • पूजा के अंत में केसर युक्त खीर का भगवान को भोग लगाएं।
  • महाशिवरात्रि की कथा सुनें और शिव जी की आरती उतारें।
  • अंत में प्रसाद सभी में बांट दें।
महाशिवरात्रि मंत्र (Mahashivratri Mantra)

  • ऊँ नम: शिवाय।।
  • ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
  • देवदेव महादेव नीलकंठ नमोस्तु ते। कुर्तमिच्छाम्यहं देव शिवरात्रिव्रतं तव।। तव प्रभावाद्धेवेश निर्विघ्नेन भवेदिति। कामाद्या: शत्रवो मां वै पीडां कुर्वन्तु नैव हि।।
  • ॐ साधो जातये नम:।। ॐ वाम देवाय नम:।।
  • ॐ अघोराय नम:।। ॐ तत्पुरूषाय नम:।।
महाशिवरात्रि पर क्या करना चाहिए (Mahashivratri Par Kya Karna Chahiye)

महाशिवरात्रि के दिन शिव भगवान के मंदिर में जाकर मिट्टी के लोटे में पानी या दूध भरकर शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए। साथ में बेलपत्र, आक-धतूरे के फूल, चावल आदि भी शिवलिंग पर अर्पित करना चाहिए। अगर आपके आस-पास कोई शिव मंदिर नहीं है तो घर में ही मिट्टी का शिवलिंग बनाकर उनकी पूजा कर सकते हैं। इस दिन शिव पुराण का पाठ करना भी अत्यंत शुभ माना जाता है। इसके अलावा महाशिवरात्रि पर रात्रि जागरण भी करना चाहिए।

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