मकर संक्रांति का पर्व कैसे मनाते हैं और इस दिन क्या करना है जरूरी, जानिए सबकुछ
2023 में किस दिन मनाई जाएगी मकर संक्रांति? (Makar Sankranti 2023)
-मकर संक्रांति 2023 में 15 जनवरी दिन रविवार को मनाई जाएगी।
-पुण्य काल मुहूर्त सुबह 07:15 से दोपहर 12:30 तक
-महापुण्य काल मुहूर्त सुबह 07:15 से सुबह 09:15 तक
-संक्रांति पल रात 08:21 बजे (14 जनवरी)
मकर संक्रांति का महत्व: मकर संक्रांति पर लाखों लोग पवित्र नदियों में स्नान करते हैं। इस शुभ दिन पर तिल खिचड़ी का दान किया जाता है। मकर संक्रांति को विभिन्न राज्यों में अलग-अलग तरीके से मनाते हैं। इस समय नई फसल और बंसत ऋतु का आगमन होता है। इसलिए पंजाब, यूपी, बिहार समेत तमिलनाडु में इस समय नयी फसल काटते हैं और किसान इसे आभार दिवस की तरह मनाते हैं। दक्षिण भारत में इस त्योहार को पोंगल के रूप में मनाया जाता है। जहां पंजाब और जम्मू कश्मीर में इसे ‘लोहड़ी’ के नाम से मनाते हैं तो यूपी और बिहार में इसे ‘खिचड़ी’ के त्योहार के नाम से जाना जाता है। इस दिन कहीं खिचड़ी तो कहीं दही-चूड़ा और तिल के लड्डू बनाए जाते हैं। मध्य भारत में इसे माघी/ भोगली बिहू आदि के नाम से मनाते हैं।
मकर संक्रांति पर किन चीजों का दान शुभ? मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी, घी, तिल, घुड़, तेल, कंबल आदि चीजों का दान बेहद शुभ माना जाता है। कहते हैं इन चीजों के दान से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। कुंडली में ग्रहों की स्थिति मजबूत होती है।
मकर संक्रांति पर्व से जुड़ी हर जानकारी जानने के लिए बने रहिए हमारे इस लाइव ब्लॉग पर।
सूर्य मंत्र
ॐ मित्राय नमः ।ॐ रवये नमः ।
ॐ सूर्याय नमः ।
ॐ भानवे नमः ।
ॐ खगाय नमः ।
ॐ पूष्णे नमः ।
ॐ हिरण्यगर्भाय नमः ।
ॐ मरीचये नमः ।
ॐ आदित्याय नमः ।
ॐ सवित्रे नमः ।
ॐ अर्काय नमः ।
ॐ भास्कराय नमः ।
ॐ श्रीसवितृ-सूर्यनारायणाय नमः ।
कामना पूर्ति के लिए करें भगवान सूर्य के इन मंत्रों का जाप
ॐ घृणिं सूर्य्य: आदित्य:ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः ।
ॐ सूर्याय नम: ।
ॐ घृणि सूर्याय नम: ।
मकर संक्रांति 2023 तिथि और मुहूर्त (Makar Sankranti 2023 Date And Muhurat)
मकर संक्रांति 2023- 15 जनवरी 2023 (रविवार)पुण्य काल मुहूर्त- सुबह 07:15 से दोपहर 12:30 तक
महापुण्य काल मुहूर्त - सुबह 07:15 से सुबह 09:15 तक
मकर संक्रांति पर बनाएं जाने वाले पकवान
मकर संक्रांति के दिन गुड़ और तिल से बनी चीजें बनाई और खाई जाने की परंपरा है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि तिल और गुड़ सर्दी के मौसम में शरीर को गर्मी देते हैं और साथ-साथ हमारे शरीर को कई तरह के पोषक तत्व प्रदान करते हैं। इसके अलावा उत्तर भारत में कई जगहों पर इस दिन खिचड़ी खाई जाती है। खिचड़ी के साथ इस दिन तिल की गजक, रेवड़ी, गुड़ इत्यादि का पकवान बनाया और खाया जाता है। कई जगह इस दिन दही चूड़ा खाने की भी परंपरा है।मकर संक्रांति पर इन चीजों का करें दान
मकर संक्रांति के दिन दान-पुण्य का विशेष महत्व माना जाता है। इस दिन खिचड़ी, घी, तिल, घुड़, तेल, कंबल आदि चीजों का दान सबसे ज्यादा शुभ होता है। कहते हैं इन चीजों के दान से सूर्य देव के साथ-साथ शनि देव की भी कृपा प्राप्त हो जाती है।मकर संक्रांति 2023 तिथि और मुहूर्त
मकर संक्रांति 2023- 15 जनवरी 2023 (रविवार)पुण्य काल मुहूर्त- सुबह 07:15 से दोपहर 12:30 तकमहापुण्य काल मुहूर्त - सुबह 07:15 से सुबह 09:15 तककाले कंबल का दान माना जाता है शुभ
काले कंबल का दान मकर संक्रांति के पर्व पर विशेष और शुभ बताया जाता है। इस दिन बहुत से लोग गरीबों को गर्म वस्त्र या कंबल वितरित तो करते हैं लेकिन बहुत बार इसके पीछे का कारण उन्हें पता नहीं होता। मकर संक्रांति पर कंबल का दान आपकी कुंडली के दो प्रमुख ग्रहों के दोष को शांत करता है।कंबल का दान देता है ये फल
शीत ऋतु में कंबल या गर्म वस्त्र का दान पुण्य अर्जित करने का अच्छा माध्यम है। जीवन पर संकट के लिए जिम्मेदार ग्रह राहु और केतु कंबल के दान से शुभफल देते हैं। काले रंग का कंबल दान करने से शनि ग्रह भी अनुकूल रहता है। काले और सफेद रंग के कंबल को 21 बार अपने ऊपर से उतारकर दान करने से आपके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।दान-पुण्य के कार्यों से जोड़कर देखा जाता है मकर संक्रांति
मकर संक्रांति के त्योहार को मुख्य रूप से दान-पुण्य के कार्यों से जोड़कर देखा जाता है। इस दिन सूर्य देव और शनि देव की प्रिय वस्तुओं का दान करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।मकर संक्रांति पर सूर्य मकर राशि में करते हैं प्रवेश
मकर संक्रांति का दिन सनातन धर्म में बेहद शुभ और खास माना जाता है। इसे देश के अलग-अलग हिस्सों में भिन्न-भिन्न नामों जैसे लोहड़ी, उत्तरायण, खिचड़ी, पोंगल आदि नामों से भी जाना जाता है। इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं।गाय या बछड़े का करें दान
ज्योतिषशास्त्रों की मानें तो मकर संक्रांति के दिन गाय का बछड़ा दान करना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है।Makar Sankranti 2023 Upaay: गाय को भोजन कराएं कुंभ राशि के जातक
मकर संक्रांति के दिन कुंभ राशि के जातक गाय को भोजन जरूर कराएं। भगवान शिव की उपासना करें। खिचड़ी व कम्बल दान करें।Makar Sankranti 2023: नेत्र के रोग की हो सकती है समस्या
मकर संक्रांति के मौके पर मकर राशि के जातक नेत्र के रोग से समस्या रहेगी। गाय को भोजन कराते रहें। व्यवसाय में प्रगति करेंगे। सूर्य उपासना करते रहें।Makar Sankranti 2023: सफल होगा मकर राशि के जातको का काम
मकर संक्रांति के दिन सूर्य एक माह इसी राशि में गोचर करेंगे। ऐसे में इस राशि के जातको को सुख व सम्पन्नता प्रदान करेंगे। मित्रों के सहयोग से कोई बड़ा कार्य सम्पन्न होगा।Makar Sankranti 2023: कुंभ राशि के जातकों का होगा जॉब परिवर्तन
सूर्य देव का मकर राशि में गोचर से कुंभ राशि के जातक जॉब में परिवर्तन की तरफ बढ़ सकते हैं। जॉब में स्थान परिवर्तन के भी संकेत हैं। जॉब में प्रमोशन होगा।Makar Sankranti 2023: कन्या राशि के जातकों की होगी आर्थिक वृद्धि
मकर संक्रांति में सूर्य राशि के गोचर से कन्या राशि के जातक धन का आगमन करेंगे। आर्थिक स्थिति में वृद्धि होगी। श्री विष्णुसहस्रनाम का पाठ करते रहें। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें।Makar Sankranti 2023: रिएल स्टेट में निवेश करेंगे धनु राशि के जातक
धनु राशि के जातक धन का निवेश रियल स्टेट में करेंगे। जीवन में प्रत्येक तरफ से खुशी आएगी। जॉब में प्रगति होगी। कम्बल दान करें तथा पीपल की सात परिक्रमा करें।Makar Sankranti 2023: तुला राशि के जातकों को मिलेगी अच्छी नौकरी
सूर्य के गोचर से तुला राशि के जातकों को अच्छी नौकरी प्राप्त होने के प्रबल आसार दिख रहे हैं। भौतिक सुखों की प्राप्ति होगी। बिजनेस में शानदार सफलता मिलती हुई दिखाई दे रही है।Makar Sankranti 2023: मकर संक्रांति पर बनेगा विवाह का शुभ योग
सूर्य का गोचर कर्क राशि वालों के लिए शुभ साबित होगा। धन लाभ के प्रबल आसार हैं। विवाह के योग बनेंगे। बॉस आपके काम से प्रसन्न करेंगे। अच्छी नौकरी का ऑफर आ सकता है।Makar Sakranti 2023: मीन राशि वालों के लिए होगा शुभ
मकर संक्रांति के दिन सूर्य का गोचर मीन राशि के जातकों के लिए बेहद शुभ साबित होगा। शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों को सफलता मिलेगी।Makar Sankranti 2023: नहीं करना चाहिए नशा
मकर संक्रांति पर लोगों को किसी भी तरह का नशा नहीं करना चाहिए और मसालेदार भोजन से दूर रहना चाहिए।मकर संक्रांति पर सुख-समृद्धि के लिए क्या करें
मकर संक्रांति का दिन बेहद शुभ माना जाता है। इसलिए अगर इस दिन आप खुश खास उपायों को करते हैं तो आपका जीवन सुख-समृद्धि से भर जाएगा। मकर संक्रांति पर करें ये उपायमकर संक्रांति पर सूर्य को अर्घ्य देते समय इन मंत्रों का करें जाप
ऊँ ऐही सूर्यदेव सहस्त्रांशो तेजो राशि जगत्पते।अनुकम्पय मां भक्त्या गृहणार्ध्य दिवाकर:।।
ऊँ सूर्याय नम:, ऊँ आदित्याय नम:, ऊँ नमो भास्कराय नम:। अर्घ्य समर्पयामि।
मकर संक्रांति पर तेल दान का महत्व
मकर संक्रांति पर शनिदेव के मंदिर में तेल चढ़ाना बहुत ही शुभ होता है। इसके अलावा इस दिन सरसों के तेल का दान भी करना चाहिए। इससे शनिदेव की कृपा दृष्टि बनी रहती हैं।मकर संक्रांति पर इस एक चीज के सेवन से ग्रह होंगे मजबूत
धार्मिक मान्यताओं अनुसार मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी का सेवन करने से ग्रह मजबूत होते हैं साथ ही ग्रह दोषों से भी मुक्ति मिल जाती है।मकर संक्रांति पर जरूर करें ये काम
मकर संक्रांति पर सुबह जल्दी उठकर स्नान करें इसके बाद सूर्य देव की अराधना करें। सूर्य अराधना के बाद जरूरमंदों को दान करें।मकर संक्रांति पर इन चीजों का दान करें
इस दिन कंबल, गर्म कपड़े, घी, दाल चावल की खिचड़ी और तिल का दान करने से गलती से भी हुए पापों से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख समृद्धि आती है.मकर संक्रांति पर पतंग उड़ाने की परंपरा
मकर संक्रांति पर कई जगह पतंग उड़ाने की परंपरा है। इस दिन आसमान में रंग-बिरंगी पतंगों से भर जाता है।मकर संक्रांति पर घी का दान
मकर संक्रांति के दिन घी का दान करना बेहद शुभ माना जाता है। क्योंकि घी को सूर्य और गुरु ग्रह से जोड़कर देखा जाता है। क्योंकि मकर संक्रांति का पर्व सूर्य की आराधना का पर्व है ऐसे में घी का दान करने से कुंडली में सूर्य और गुरु ग्रह मजबूत होंगे। जिससे जीवन में सुख-समृद्धि आएगी।
मकर संक्रांति पर तिल का इन 6 तरह से करें प्रयोग
विष्णु धर्मसूत्र में कहा गया है कि पितरों की आत्मा की शांति के लिए तिल के छः प्रयोग पुण्यदायक एवं फलदायक होते हैं- तिल जल से स्नान करना, तिल दान करना, तिल से बना भोजन, जल में तिल अर्पण, तिल से आहुति, तिल का उबटन लगाना।मकर संक्रांति के व्रत का महत्व
कहते हैं कि माता यशोदा जी ने श्रीकृष्णजी के लिए व्रत किया था तब सूर्य उत्तरायण हो रहे थे और उस दिन मकर संक्रांति थी। तभी से मकर संक्रांति के व्रत का प्रचलन प्रारंभ हुआ।मकर संक्रांति पर ज़रूर बनाएं ये पकवान
मकर संक्रांति के दिन गुड़ और तिल से चीजें बनाई और खाई जाने की परंपरा चली आ रही है। इसके अलावा उत्तर भारत में कई जगहों पर इस दिन खिचड़ी का प्रसाद बनाया जाता है। खिचड़ी के साथ इस दिन तिल की गजक, रेवड़ी, गुड़, इत्यादि का पकवान बनाया और खाया जाता है।मकर संक्रांति पर इस चीज का जरूर करें दान
ज्योतिष में उड़द की दाल का संबंध शनि ग्रह से माना जाता है। मकर संक्रांति पर उड़द की दाल की खिचड़ी ही खाई और दान की जाती है। इस दिन उड़द का दान करने से शनि की साढ़ेसाती या फिर ढैय्या से राहत मिलती है।मकर संक्रांति पर क्या करते हैं? Makar Sankranti per Kya Karte Hain
मकर संक्रांति पर नदी स्नान या घर पर ही नहाने के पानी में गंगाजल डालकर नहाने की परंपरा है। इस दिन दान पुण्य के कार्य भी किए जाते हैं। मकर संक्रांति पर घर में उड़द और चावल की खिचड़ी तैयारी की जाती है। कई जगह इस दिन दही चूड़ा खाने की भी परंपरा है।मकर संक्रांति पर लगते हैं तीर्थ दर्शन और मेले (Makar Sankranti Mela)
देश में कई जगहों पर मकर संक्रांति के दिन मेले आयोजित किए जाते हैं। खासकर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, दक्षिण भारत में इस दिन बड़े भव्य और खूबसूरत मेलों का आयोजन होता है। इस दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा और देश की अन्य पवित्र नदियों में स्नान और दान इत्यादि करने पहुंचते हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान श्री कृष्ण ने कहा है कि जो भी व्यक्ति मकर संक्रांति पर देह का त्याग करता है उसे मोक्ष की प्राप्ति अवश्य होती है।
मकर संक्रांति पर घी का दान (Donation of Ghee on Makar Sankranti)
मकर संक्रांति के दिन घी का दान करना बेहद शुभ माना जाता है। क्योंकि घी को सूर्य और गुरु ग्रह से जोड़कर देखा जाता है। क्योंकि मकर संक्रांति का पर्व सूर्य की आराधना का पर्व है ऐसे में घी का दान करने से कुंडली में सूर्य और गुरु ग्रह मजबूत होंगे। जिससे जीवन में सुख-समृद्धि आएगी।मकर संक्रांति का त्योहार कहां कैसे मनाया जाता है?
इस त्यौहार को जगह-जगह कई अलग-अलग नामों से मनाया जाता है। बिहार, यूपी में इसे कई स्थानों पर खिचड़ी कहा जाता है, पंजाब और विभिन्न उत्तर भारतीय राज्यों में इसे ‘लोहड़ी’ के रूप में मनाया जाता है, वहीं असम में इसे ‘माघ या भोगली बिहू’ के रूप में मनाया जाता है, गुजरात में इसे ‘उत्तरायण’ कहा जाता है तो वहीं मकर संक्रांति को तमिलनाडु में ‘पोंगल’ के नाम से मनाया जाता है।मकर संक्रांति पर खिचड़ी दान का विशेष महत्व
मकर संक्रांति पर खिचड़ी का विशेष महत्व माना जाता है। कई जगह इस त्योहार को खिचड़ी के नाम से ही जाना जाता है। मकर संक्रांति पर खिचड़ी खाने और दान करने से ग्रह मजबूत होते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि खिचड़ी में प्रयोग किए जाने वाली हर चीज का किसी न किसी ग्रह से संबंध होता है।मकर संक्रांति 2023 तिथि और मुहूर्त (Makar Sankranti 2023 Date And Muhurat)
मकर संक्रांति 2023- 15 जनवरी 2023 (रविवार)पुण्य काल मुहूर्त- सुबह 07:15 से दोपहर 12:30 तक
महापुण्य काल मुहूर्त - सुबह 07:15 से सुबह 09:15 तक
मकर संक्रांति का धार्मिक महत्व
मकर संक्रांति के इस त्योहार का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व माना गया है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मकर संक्रांति के दिन ही भगवान सूर्य अपने पुत्र शनि के घर जाते हैं। ज्योतिष में शनि को मकर और कुंभ राशियों का स्वामी माना गया है।© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited