White Chandan: मल्यागिरि चंदन का हार, अपनी इस खूबी के कारण है भगवान के साथ पितरों को भी है प्रिय

White Chandan: सफेद चंदन की माला काे ही कहते हैं मल्यागिरि चंदन। मंत्र जाप के अलावा सफेद चंदन का हार होता है भगवान और पितरों की तस्वीरों पर अर्पण। भीनी भीनी खुशबू के कारण इसे माना जाता है पवित्र। गले में धारण करने से मानसिक तनाव में मिलती है राहत। विद्यार्थियों को होता है लाभ।

मुख्य बातें
  • देवों का प्रिय है मल्यागिरि चंदन का हार
  • पितरों को भी किया जाता है समर्पित
  • देव पूजा में चंदन का है विशेष महत्व

White Chandan: चंदन का वृक्ष अपने आप में ही परम पवित्र माना जाता है। सनातन धर्म में चंदन देव पूजा का प्रमुख भाग होता है। चंदन के तिलक से लेकर चंदन की माला पर जप तक का प्रयोग पूजा पाठ में बहुत ज्यादा शुभ माना जाता है। चंदन की सुगंध से सकारात्मक उर्जा मिलती है। सुख सौभाग्य, आयु और स्वास्थ्य का प्रतीक चंदन काे माना जाता है। रक्त और श्वेत दो तरह के चंदन होते हैं। दोनों का ही अलग− अलग महत्व है। श्वेत चंदन को मल्यागिरी चंदन भी कहा जाता है।

सफेद चंदन की माला का प्रयोग भगवान श्रीराम, विष्णु, श्रीकृष्ण, दत्तात्रेय आदि की पूजा और जप में किया जाता है जबकि रक्त चंदन यानी लाल चंदन की माला का प्रयोग श्रीगणेश, दुर्गा माता, लक्ष्मी देव, त्रिपुर सुंदरी आदि के मंत्र मप के लिए किया जाता है। चंदन की माला को सुख शांति और संपन्नता प्रदाता कहा जाता है।

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