यहां जानें मेष संक्रांति राशिफल और राशि अनुसार उपाय
Mesh Sankranti 2023 Kab Hai: सूर्य एक राशि में एक माह रहते हैं। 14 अप्रैल 2023 को सूर्य मीन से मेष राशि में प्रवेश कर 30 दिन इस राशि में रहेंगे। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के बाद मेष संक्रांति है। चैत्र प्रतिपदा से हिन्दू नववर्ष प्रारम्भ होता है। इस प्रकार यह हिन्दू नवर्ष की प्रथम यानी मेष संक्रांति है। मेष का स्वामीग्रह मंगल है। सूर्य आत्मा हैं। पिता का कारक ग्रह है। सूर्य का मेष में होना बहुत ही शुभ है। मेष का स्वामीग्रह मंगल आत्मबल व भूमि का कारक ग्रह है। पुण्य प्राप्ति का पवित्र महीना है। पवित्र नदी में स्नान करें। दान पुण्य करें। दही का सेवन स्वास्थ्य के लिये लाभदायक है व मंगल के द्रव्यों गुड़ व मसूर का दान अनन्त गुणा फलदायी है। सूर्य का मेष राशि में होना व्यवसाय जगत के लिए संघर्ष का समय रहेगा। कुछ राज्यों में राजनीतिक उथल पुथल हो सकता है। कुछ हिट फिल्में आएंगी। फ़िल्म व अंतर्राष्ट्रीय व्यवसाय के लिए यह गोचर बहुत शुभ नहीं है। यह गोचर प्राकृतिक दुर्घटना व महामारी को विस्तार भी दे सकता है। मंगल की वस्तुएं सबको दान करनी चाहिए।
मेष- सूर्य इसी राशि मे 30 दिन रहेंगे। व्यवसाय व जांब सफल रहेंगे। नौकरी में किसी नए प्रोजेक्ट पर कार्य प्रारंभ करेंगे। हेल्थ में सुधार आते रहेंगे। नौकरी में सकारात्मक परिवर्तन का प्रस्ताव स्वीकार करना चाहिए। राजनीति में सफलता मिलेगी। नारंगी व सफेद रंग शुभ है। प्रत्येक मंगलवार को गुड़ का दान करें।
वृष- सूर्य द्वादश रहेंगे। नौकरी में आपकी स्थिति अब बहुत ही बेहतर होगी। आप व्यवसाय को और बेहतर करेंगे तथा कोई बड़ी सफलता मिलने की उम्मीद है। कोई बड़ा बिजनेस प्रस्ताव स्वीकार करेंगे। धार्मिक सोच को विस्तार मिलेगा। प्रत्येक मंगलवार को गुड़ का दान करें। लाल व पीला रंग शुभ है।
मिथुन- सूर्य एकादश रहेंगे। मेष में सूर्य का गोचर बहुत ही शुभ है लेकिन स्वास्थ्य के प्रति कोई भी लापरवाही मत करें। प्रतिदिन तिल का दान बहुत ही शुभ है। आसमानी व नारंगी रंग शुभ है। गाय को प्रत्येक मंगलवार को भोजन कराएं।
कर्क- सूर्य दशम यानि कर्म भाव में गोचर करेंगे। बैंकिंग व आईटी नौकरी से सम्बद्ध जातकों के लिए सफलता का समय है। वाहन क्रय कर सकते हैं। पॉलिटिक्स में मित्र आपकी मदद करेंगे। सफेद व पीला रंग शुभ है। प्रतिदिन सुंदरकांड का पाठ करें। गुड़ व मसूर की दाल का दान करते रहें।
सिंह- सूर्य इस राशि का स्वामी भी है जो 30 दिन नवम यानी भाग्यभाव में गोचर करेंगे। नौकरी में उत्कर्ष व व्यवसाय में सफलता का समय है। राजनीतिज्ञ सफल रहेंगे। रुके धन की प्राप्ति हो सकती है। वाणी के प्रति सचेत रहें । पीला व लाल रंग शुभ है। गाय को भोजन देते रहें। भगवान सूर्य की उपासना करते रहें।
कन्या- सूर्य अष्टम रहेंगे। मेष संक्रन्ति आपके लिए बहुत ही शुभ है। नौकरी सम्बंधित कई महत्वपूर्ण व बड़े निर्णय इस समय लेंगे। नारंगी रंग शुभ है। प्रतिदिन बजरंगबाण का पाठ करें। राजनीतिज्ञों के लिए बहुत ही श्रेयष्कर समय है। हनुमान जी के साथ सूर्य जी की उपासना करते रहें।
तुला- सूर्य सप्तम रहेंगे। यह समय नौकरी के लिए बहुत ही शुभ है। यह गोचर राजनीतिज्ञों के लिए सफलता की प्राप्ति का है। सूर्य व शुक्र व्यवसाय में आपकी रुकी योजनाओं को शुरू करेंगे। धार्मिक अनुष्ठान होंगे। पीला व लाल रंग शुभ है।
वृश्चिक- खष्ठम सूर्य व्यवसाय सम्बन्धी कई रुके कार्य पूर्ण करेंगे तथा रुके धन का आगमन कराएंगे। नौकरी में प्रगति के मार्ग बनेंगे। स्वास्थ्य सुख में भी सुधार है। पीला व सफेद रंग शुभ है।
धनु- पंचम सूर्य संतान को प्रगति देंगे। राजनीतिज्ञ सफल रहेंगे। छात्र प्रगति करेंगे। प्रतिदिन गेंहू व गुड़ का दान करते रहें। छात्र अपने करियर में प्रगति को लेकर प्रसन्न रहेंगे। स्वास्थ्य को लेकर सचेत रहें।
मकर- सूर्य का मेष यानी चतुर्थ भाव में गोचर इस राशि के लिए नौकरी में बहुत कार्य करेगा। व्यवसाय में विशेष सफलता मिलेगी। संतान के विवाह सम्बन्धित किसी निर्णय को लेकर प्रसन्न रहेंगे। हरा व नीलारंग शुभ है। रविवार को गुड़ व अन्न का दान करते रहें।
कुम्भ- सूर्य का तृतीय गोचर शुभ है। बिजनेस में आशातीत सफलता मिलेगी तथा रुकी योजनाएं प्रारम्भ होंगी। स्वास्थ्य सुख की बाधाएं दूर होंगी। नीला व हरा रंग शुभ है। प्रत्येक रविवार को मंगल व सूर्य के बीज मंत्र का जप करें व गुड़ का दान करें।
मीन- सूर्य का द्वितीय गोचर 30 दिन बहुत शुभ रहेगा। संतान के विवाह सम्बन्धित कोई बड़ा कार्य सम्पन्न होगा। नौकरी में आपके लिए उपलब्धियों का समय है। सूर्य का यह गोचर नौकरी में कोई बड़ा अवसर दे सकता है। प्रत्येक रविवार को श्री आदित्यहृदयस्तोत्र का 03 बार पाठ करें। पीला व सफेद रंग शुभ है।