Pithori Amavasya Vrat Katha: पिठोरी अमावस्या की व्रत कथा से जानिए इसका महत्व

Pithori Amavasya Vrat Katha In Hindi: आज पिठोरी अमावस्या है। जिसे पोलाला और भाद्रपद अमावस्या (Bhadrapada Amavasya Katha) के नाम से भी जाना जाता है। अगर आपने आज व्रत रखा है तो जरूर पढ़ें पिठोरी अमावस्या की व्रत कथा (Polala Amavasya Katha)।

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Polala Amavasya Vrat Katha In Hindi (भाद्रपद अमावस्या व्रत कथा): भाद्रपद महीने की अमावस्या पिठोरी अमावस्या या पोलाला अमावस्या के रूप में मनाई जाती है। इस दिन महिलायें अपनी संतान की लम्बी आयु के लिए व्रत रखती हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से मां दुर्गा की कृपा से संतान के जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। पिठौरी अमावस्या के दिन आटे से 64 देवियों के पिंड बनाकर उनकी विधि-विधान पूजा की जाती है। यहां आप जानेंगे पिठोरी या पोलाला अमावस्या की व्रत कथा (Polala Amavasya Vrat Katha In Hindi)।
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Polala Amavasya Vrat Katha In Hindi

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