Ramadan 2024 Date, Sehri & Iftar Time Table: भारत में रमजान कितनी तारीख से शुरू हो रहा है, जानिए सहरी और इफ्तार समय
Ramadan Calendar 2024, Ramadan Sehri & Iftar Timings, Schedule, Roza Iftar Time Table 2024: भारत में पाक महीना रमजान 12 मार्च से शुरू होने की उम्मीद है। यहां आप जानेंगे रमजान महीने के बारे में सबकुछ।
Ramadan 2024 Date, Sehri & Iftar Time Table: भारत में रमजान कितनी तारीख से शुरू हो रहा है, जानिए सहरी और इफ्तार समय
Ramadan Iftar and Sehri Time Table 2024, Ramadan Schedule: इस्लाम धर्म में रमजान का महीना सबसे पवित्र माना जाता है। इस पूरे महीने मुस्लिम लोग रोजा यानी उपवास रखते हैं और अपना ज्यादा से ज्यादा समय अल्लाह की इबादत में बिताते हैं। इस्लामिक कैलेंडर अनुसार रमजान साल का नौवां महीना होता है। मुसलमान अल्लाह का शुक्रिया करते हुए इस महीने के अंत में ईद-उल-फितर (Eid-Al-Fitr)का त्योहार मनाते हैं। मुस्लिम धार्मिक मान्यताओं अनुसार रमजान महीना इसलिए इतना पाक माना जाता है क्योंकि इस महीने मोहम्मद साहब को साल 610 में लेयलत उल-कद्र के मौके पर पवित्र पुस्तक कुरान शरीफ का ज्ञान प्राप्त हुआ था। जानिए इस साल रमजान कब से शुरू हो रहा है।
रमजान के रोजे कब से शुरू होंगे? (When will Ramadan fasting begin?)
सऊदी अरब में रमजान महीना 11 मार्च से शुरू हो गया है। वहीं भारत और पाकिस्तान में ये महीना सऊदी अरब के एक दिन बाद से शुरू होता है। इसलिए इन देशों में रमजान के रोजे की शुरुआत 12 मार्च से होगी।
हिंदी में रोज़ा रखने की दुआ (Roza Rakhne ki Dua in Hindi)
'व बि सोमि गदिन नवई तु मिन शहरि रमज़ान'तरावीह की नमाज़ में पढ़ी जाने वाली दस सूरतें (Taraweeh Ki 10 Surah)
सूरह फिल- अलम तरा कैफा फाअला रब्बुका बियस हाबिल फील। अलम यज़अल कै दाहुम फी तजलील। वा अर्सला अलैहिम तैरन अबाबील। तर्मीहिम बिही जारतिम में सिज्जील। फजा अलाहुम का सिफिम माकूल।सूरह नास- कुल अऊजू बि रब्बिन नासि. मलिकिन नासि. इला हिन्नासि,मिन श र्रि ल वस् वासिल खन्ना सि,अल्लज़ी युवस विसु फी सुदु रिन्नासी,मिनल जिन्नति वन्नास.
सुरह कुरैश- लि इलाफि कुरैश। इलाफिहिम रिहलतश शिताई वस सैफ। फल यअबुदू रब्बा हाज़ल बैत। अल्लज़ी अत अमाहुम मिन जुआ। व आमना हुम मिन खौफ।
सूरह माऊन- अ र अै तल लज़ी युकज़्ज़िबु बिद्दीन, फ जालिकल लज़ी यदुअ उल यतीम वला यहुहुद्दु अला तआमिल मिस्कीन, फ वै लुल लिल मुसल लीनल, लज़ी न हुम अन सलातिहिम साहूनल, लज़ी न हुम युराऊ न व यम नऊनल माऊन।
सूरह कौसर- इन्ना अअतैना कल कौसर, फसल लि लि रब्बि क वन हर, इन न शानि अ क हुवल अबतर।
सूरह काफिरून- कुल या अय्युहल काफ़िरून। ला अबदु माँ ता अबुदन। वाला अन्तुम आबिदु न माँ आबुद। वला अना आ बिदुम माँ अब ततुम। वला अन्तुम आबिदु न माँ आ बू दू। ला कम दिनु कम व लिय दीन।
सूरह नस्र- इज़ा ज अ नसरुल्लाहि वल फ़तहु। व र अै तन ना स यदखुलू न फी दीनिल्लाहि अफ़वाजा। फ़सब्बिह बिहम्दि रब्बि क वस्तग़ फ़िर हू इन्नहु का न तव्वाबा।
सूरह लहब- तब्बत यदा अबी ल हबिव व तब्ब। मा अग्ना अनहु मालुहू वमा कसब। सयस्ला नारन ज़ा त ल ह बिव। वम र अतुहू हम्मा लतल हतब। फी जीदिहा हब्लुम मिन मसद।
सूरह इखलास- कुल हुवल्लाहु अहद अल्लाहुस्समद लम यलिद व् लम यूलद वलम यकुल्लहू कुफुवन अहद
सूरह फलक- कुल अऊजू बि रब्बिल फलक। मिन शर्रि मां खलक। वमिन शर्रि ग़ासिकीन इज़ा वकब। व् मिन शर्रिन नफ्फा साति फिल उकद। व् मिन शर्रि हासिदिन इज़ा हसद।
पुरुषों कैसे करते हैं तरावीह की नियत
नियत की मैंने दो रकात नमाज़ सुन्नत तरावीह, अल्लाह तआला के वास्ते, वक्त इशा का, पीछे इस इमाम के मुहं मेरा कअबा शरीफ़ की तरफ़, अल्लाहु अकबर कह कर हाथ बाँध लेना है फिर सना पढ़ेंगे !तरावीह क्या है
तरावीह एक अरबी भाषा का शब्द है जिसका मतलब होता है आराम और तेहेरना। कहा जाता है कि ईशा की नमाज़ के बाद पढ़ी जाती है, जिसमें 20 रकात होती हैं और हर 4 रकात के बाद तरावीह की दुआ पढ़ी जाती है।अंग्रेजी में तरावीह की दुआ (Taraweeh ki Dua in English)
Subhana zil mulki wal malakut. Subhana zil izzati wal azmati wal haibati wal qudrati wal kibriya ay wal jabaroot. Subhanal malikil hayyil lazi la yanaamo wala yamato subbuhun quddusun rabbuna wa rabbul malaikati war ruh-allahumma ajirna minan naar ya mujiro ya mujiro ya mujeer.रमजान मुबारक इन एडवांस
जिक्र से दिल को आबाद करना,गुनाहों से खुद को पाक करना,
हमारी बस इतनी सी गुजारिश है,
कि रमजान के महीने में हमें भी,
खुद की दुआओं में याद रखना...
रमजान मुबारक इन एडवांस
Taraweeh ki Dua or Niyat: रमज़ान में तरावीह की दुआ
सुबहान ज़िल मुल्कि वल मलकूत, सुब्हान ज़िल इज्ज़ति वल अज़मति वल हय्बति वल कुदरति वल किबरियाई वल जबरूत, सुबहानल मलिकिल हैय्यिल लज़ी ला यनामु वला यमुतू सुब्बुहून कुददुसुन रब्बुना व रब्बुल मलाइकति वर रूह, अल्लाहुम्मा अजिरना मिनन नारि या मुजीरू या मुजीरू या मुजीरRamadan Mubarak Wishes In Hindi: रमजान मुबारक संदेश
जिक्र से दिल को आबाद करना,गुनाहों से खुद को पाक करना
हमारी बस इतनी सी गुजारिश है कि
रमजान के महीने में हमें भी
खुद की दुआओं में याद रखना
रमज़ान की बधाई आपको !
Ramadan Ka Chand Dekhne Ki Dua: रमजान का चांद देखने की दुआ
अल्लाहुम्मा अहलिल्हु अलैना बिल-युम्नी वल-ईमान, वस-सलामती वल-इस्लाम, रब्बी वा रब्बुक अल्लाहRamadan Mubarak: रमजान मुबारक
Ramadan Fasting Start Date: रोजा कब से शुरू होगा
रमजान का रोजा 12 मार्च से शुरू होने की पूरी उम्मीद है। क्योंकि भारत में रमजान का चांद 11 मार्च को दिखाई सकता है।Ramadan 2024 Date In India: रमजान सहरी और इफ्तार समय
मुंबई05:36 AM06:49 PMपुणे05:32 AM06:45 PM
बेंगलुरु05:17 AM06:31 PM
चेन्नई05:07 AM06:20 PM
कोलकाता04:33 AM05:56 PM
कानपुर05:03 AM06:17 PM
तिरुवनन्तपुरम05:20 AM06:34 PM
When Is Ramadan Starting In India: भारत में रमजान कब से शुरू हो रहा है
भारत में रमजान 11 मार्च की रात से शुरू होने की पूरी उम्मीद है। ऐसे में यहां पहला रोजा 12 मार्च को रखा जाएगा।Ramadan 2024 Sehri & Iftar Time Table City Wise (रमजान 2024 सहरी और इफ्तार समय)
हैदराबाद05:13 AM06:26 PMदिल्ली05:15 AM06:29 PM
अहमदाबाद05:35 AM06:49 PM
सूरत05:35 AM06:48 PM
मुंबई05:36 AM06:49 PM
Chand Raat Ramadan 2024 Date: भारत में चांद रात कब है
भारत में चांद रात 11 मार्च को देखे जाने की उम्मीद है। ऐसे में यहां 12 मार्च से रोजे शुरू हो सकते हैं।Ramadan Kareem: रमजान मुबारक
When Ramadan Start In India: भारत में रमजान कब से शुरू होगा
भारत में रमजान महीना 12 मार्च से शुरू होने की पूरी उम्मीद है। 11 मार्च को यहां रमजान का चांद दिखाई दे सकता है।Ramdan Date in uae 2024 in hindi
अगर आज 10 मार्च को मक्का में चांद दिखता है तो 11 मार्च को भारत में दिखेगा। अगर 11 मार्च को भारत में चांद नजर आता है, तो ऐसे में 12 मार्च को पहला रोजा रखा जा सकता है। बता दें कि बाकी दुनिया के विपरीत इस्लाम के अनुयायी जॉर्जियाई कैलेंडर को नहीं मानते।Ramzan ka chand mubarak photo
Ramdan mubarak wishesh
Ramadan mubarak in arbic
Ramadan Mubarak 2024 Wishes Images: रमजान मुबारक
चांद से रौशन हो Ramzan तुम्हाराइबादत से भर जाए Roza तुम्हारा,हर नमाज़ हो कबूल तुम्हारीबस यही दुआ है खुदा से हमारी,आप सभी को Ramzan MubarakRamadan Kareem Meaning: रमजान करीम का मतलब क्या है
रमजान करीम का मतलब होता है कि रमजान आपके लिए उदार हो यानी इन दिनों आपको किसी तरह की मुसीबत का सामना ना करना पड़े।Ramadan Kareem Images: रमजान मुबारक फोटो
Kya Aaj Ramzan ka chand dikha
सऊदी अरब में रमजान का चांद दिख गया है। भारत में 11 मार्च को चांद दिखेगा।Ramadan Mubarak In Arabic: रमजान मुबारक
Saudi Arabia Chand Live
The Crescent of Ramadan 2024 has been sighted in Saudi Arabia. Hence the first day of Holy Ramadan is Monday (11th March 2024), Taraweeh in all Masjids starts from Today..#Ramadan2024 #SaudiArabia #RamadanKareem pic.twitter.com/2bmWAxF1w6
— Saudi-Expatriates.com (@saudiexpat) March 10, 2024
Ramadan 2024 Moon Sighted In Saudi Arabia: सऊदी अरब में रमजान शुरू
सऊदी अरब में रमज़ान 2024 का अर्धचंद्र देखा गया है। इसलिए पवित्र रमज़ान का पहला दिन सोमवार (11 मार्च 2024) है, सभी मस्जिदों में तरावीह आज से शुरू होती है।ramzan ke chand kab najar ayega (रमजान के चांद कब नजर आएगा)
ऐसे में भारत में इस साल रमजान की तारीख 11 या 12 मार्च को शुरू होने की उम्मीद है। अगर 11 मार्च को चांद नजर आता है, तो ऐसे में 12 मार्च को पहला रोजा रखा जा सकता है। रमजान चांद दिखने पर शुरू होता है और उसके अगले दिन से रोजा रखा जाता है. 11 मार्च 2024 सोमवार के दिन रमजान शरीफ का चांद दिखाई दे सकता है।ramzan ke chand kab nikelga 2024 (रमजान का चांद कब निकलेगा)
ऐसे में भारत में इस साल रमजान की तारीख 11 या 12 मार्च को शुरू होने की उम्मीद है। अगर 11 मार्च को चांद नजर आता है, तो ऐसे में 12 मार्च को पहला रोजा रखा जा सकता है। रमजान चांद दिखने पर शुरू होता है और उसके अगले दिन से रोजा रखा जाता है. 11 मार्च 2024 सोमवार के दिन रमजान शरीफ का चांद दिखाई दे सकता है।Ramdan 2024 Date And time
भारत में रमजान 2024 का महीना कब से शुरू हो रहा है, ये मक्का में चांद के दिखने पर निर्भर है। अगर सऊदी अरब में चांद 10 मार्च को दिखाई देता है, तो भारत में पहला रोज़ा 11 तारीख को रखा जाएगा। वहीं, अगर चांद 11 तारीख को दिखता है, तो पहला रोज़ा 12 तारीख को होगा।Monnsighting sighting Ramdan 2024
इस बार सउदी अरब में 10 मार्च 2024 को या 11 मार्च 2024 की शाम को चांद दिख सकता है। इसके साथ ही 11 मार्च को भारत व बांग्लादेश में भी चांद का दीदार होने के बाद रोजे शुरू हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि रमजान से पहले चांद के दीदार करने का इतिहास बहुत पुराना है।रमजान के दौरान रोजा रखने के नियम
रोजा रखने का मतलब सिर्फ भूखे-प्यासे रहना नहीं है, बल्कि आंख, कान और जीभ का भी रोजा रखा जाता है। यानी इस दौरान न बुरा देखें, न बुरा सुनें और न ही किसी को बुरा कहें। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि आपके द्वारा बोली गई बातों से किसी की भावनाओं पर ठेस न पहुंचे। रमजान के महीने में कुरान पढ़ने का अलग ही महत्व होता है। हर दिन की नमाज के अलावा रमजान में रात के वक्त एक विशेष नमाज भी पढ़ी जाती है, जिसे तरावीह कहते हैं।रमज़ान क्या है?
इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार रमज़ान एक महीने का नाम है, जो शाबान के महीने के बाद आता है। इस्लामिक कैलेंडर में यह महीना आठ महीने के बाद यानि नौवें नंबर पर आता है लेकिन दिलचस्प बात यह है कि महीने की तारीख हर साल चांद के हिसाब से बदलती रहती है। हालांकि, सबसे पहले सऊदी अरब में रमज़ान या फिर ईद का चांद नजर आता है।Ramzan Importance (रमजान महत्व)
इस्लाम धर्म के लोगों के लिए रमजान महीने की खास अहमित होती है. इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार, रमजान के पाक महीने में ही इस्लाम की सबसे पवित्र किताब ‘कुरआन’ नाजिल यानी उतारी गई थी. मुस्लिम लोग इस पूरे महीने मस्जिदों में तरावीह पढ़ते हैं और कुरआन की तिलावत करते हैंwhen is first day of ramadan 2024
इस साल रमजान की शुरुआत 11 या 12 मार्च से होने की उम्मीद है। अगर यहां 11 मार्च को चांद नजर आता है तो 12 मार्च को पहला रोजा रखा जाएगा। रोजा रखने का मतलब सिर्फ भूखे-प्यासे रहना नहीं है, बल्कि आंख, कान और जीभ का भी रोजा रखा जाता है।क्या है सहरी?
रोजे की शुरुआत सुबह सूरज निकलने से पहले फज्र की अजान के साथ होती है। इस समय सहरी ली जाती है। रमजान माह में रोजाना सूर्य उगने से पहले खाना खाया जाता है। इसे सहरी नाम से जाना जाता है। सहरी करने का समय पहले से ही निर्धारित कर दिया जाता है। सभी मुस्लिम लोगों को रोजा रखना अनिवार्य माना जाता है, लेकिन बच्चों और शारीरिक रूप से अस्वस्थ लोगों को रोजा रखने के लिए छूट दी गई है।रमजान के दौरान रोजा रखने के नियम
रोजा रखने का मतलब सिर्फ भूखे-प्यासे रहना नहीं है, बल्कि आंख, कान और जीभ का भी रोजा रखा जाता है। यानी इस दौरान न बुरा देखें, न बुरा सुनें और न ही किसी को बुरा कहें। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि आपके द्वारा बोली गई बातों से किसी की भावनाओं पर ठेस न पहुंचे। रमजान के महीने में कुरान पढ़ने का अलग ही महत्व होता है। हर दिन की नमाज के अलावा रमजान में रात के वक्त एक विशेष नमाज भी पढ़ी जाती है, जिसे तरावीह कहते हैं।Ramzan Importance (रमजान महत्व)
इस्लाम धर्म के लोगों के लिए रमजान महीने की खास अहमित होती है. इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार, रमजान के पाक महीने में ही इस्लाम की सबसे पवित्र किताब ‘कुरआन’ नाजिल यानी उतारी गई थी. मुस्लिम लोग इस पूरे महीने मस्जिदों में तरावीह पढ़ते हैं और कुरआन की तिलावत करते हैंwhen is first day of ramadan 2024
इस साल रमजान की शुरुआत 11 या 12 मार्च से होने की उम्मीद है। अगर यहां 11 मार्च को चांद नजर आता है तो 12 मार्च को पहला रोजा रखा जाएगा। रोजा रखने का मतलब सिर्फ भूखे-प्यासे रहना नहीं है, बल्कि आंख, कान और जीभ का भी रोजा रखा जाता है।वृषभ वार्षिक राशिफल 2025 (Taurus Yearly Horoscope): जानिए, वृषभ राशि वालों की आर्थिक, स्वास्थ्य, पारिवारिक और लव लाइफ के लिए कैसा रहेगा नया साल
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