Saraswati Aarti And Chalisa Lyrics : दिवाली पर करें सरस्वती जी आरती और चालसी का पाठ, यहां देखें लिरिक्स

Saraswati Aarti And Chalisa: दिवाली के दिन माता लक्ष्मी और गणेश जी के साथ- साथ मां सरस्वती जी की भी पूजा की जाती है। इस दिन मां सरस्वती जी की आरती और चालीसा का पाठ करना चाहिए।

Saraswati Aarti And Chalisa

Saraswati Aarti And Chalisa: दिवाली का पर्व इस साल आज यानि 31 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। इस दिन माता लक्ष्मी के संग- संग गणेश जी और माता सरस्वती का भी पूजा विधान है। इस दिन मां सरस्वती की पूजा करने से साधक को ज्ञान की प्राप्ति होती है। दिवाली का पर्व माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए सबसे उत्तम पर्व माना जाता है। दिवाली के दिन शाम के समय माता लक्ष्मी गणेश और सरस्वती जी की पूजा करनी चाहिए। इस दिन पूजा में सरस्वती जी आरती और चालसी का पाठ जरूर करना चाहिए। यहां देखें सरस्वती चालसी और आरती लिरिक्स हिंदी में।

Saraswati Aarti (सरस्वती आरती लिरिक्स)

जय सरस्वती माता,

मैया जय सरस्वती माता ।

सदगुण वैभव शालिनी,

त्रिभुवन विख्याता ॥

जय जय सरस्वती माता...॥

चन्द्रवदनि पद्मासिनि,

द्युति मंगलकारी ।

सोहे शुभ हंस सवारी,

अतुल तेजधारी ॥

जय जय सरस्वती माता...॥

बाएं कर में वीणा,

दाएं कर माला ।

शीश मुकुट मणि सोहे,

गल मोतियन माला ॥

जय जय सरस्वती माता...॥

देवी शरण जो आए,

उनका उद्धार किया ।

पैठी मंथरा दासी,

रावण संहार किया ॥

जय जय सरस्वती माता...॥

विद्या ज्ञान प्रदायिनि,

ज्ञान प्रकाश भरो ।

मोह अज्ञान और तिमिर का,

जग से नाश करो ॥

जय जय सरस्वती माता...॥

धूप दीप फल मेवा,

माँ स्वीकार करो ।

ज्ञानचक्षु दे माता,

जग निस्तार करो ॥

॥ जय सरस्वती माता...॥

माँ सरस्वती की आरती,

जो कोई जन गावे ।

हितकारी सुखकारी,

ज्ञान भक्ति पावे ॥

जय जय सरस्वती माता...॥

जय सरस्वती माता,

जय जय सरस्वती माता ।

सदगुण वैभव शालिनी,

त्रिभुवन विख्याता ॥

Saraswati Chalisa (सरस्वती चालीसा लिरिक्स)

दोहा

जनक जननि पद्मरज, निज मस्तक पर धरि।

बन्दौं मातु सरस्वती, बुद्धि बल दे दातारि॥

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