Sawan Ke Niyam In Hindi: सावन में क्या करें और क्या ना करें, क्या बाल कटवा सकते हैं, क्या बैंगन खा सकते हैं, जानिए सावन के नियम

Sawan Me Kya Nahi Karna Chahiye (सावन में क्या नहीं करना चाहिए): इस साल सावन महीना 22 जुलाई से शुरू होकर 19 अगस्त तक चलेगा। इस महीने में भगवान शिव की पूजा होती है। लेकिन सावन के कुछ नियम होते हैं जिनका पालन करना जरूरी माना गया है। यहां हम आपको बताएंगे सावन में क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।

sawan vrat niyam

Sawan Niyam In Hindi, Sawan Month Rules

Sawan Niyam In Hindi, Sawan Me Kya Nahi Karna Chahiye: सावन के महीने में क्या करना चाहिए और क्या नहीं इसे लेकर कुछ विशेष नियम बनाए गए हैं। जिनका पालन करना जरूरी माना गया है। अक्सर लोगों का सवाल होता है कि क्या सावन में बाल कटवा सकते हैं, क्या नाखून काटे जा सकते हैं, क्या प्याज और लहसुन का सेवन कर सकते हैं। अगर आप भी सावन महीने के नियम कानून के बारे में जानना चाहते हैं तो बिल्कुल सही जगह पर आए हैं। यहां हम आपको बताएंगे कि सावन महीने में क्या करना चाहिए और क्या नहीं।

सावन क्या नहीं करना चाहिए (Sawan Me Kya Nahi Karna Chahiye)

  • सावन में भगवान शिव की परिक्रमा नहीं करनी चाहिए।
  • शिव जी की पूजा में तुलसी के पत्ते और केतकी के फूल शामिल न करें।
  • शिव जी को हल्दी और कुमकुम न लगाएं।
  • सावन में मदिरा का सेवन न करें।
  • इस महीने तामसिक भोजन जैसे मांस, अंडे, लहसुन और प्याज खाने से बचें।
  • सावन में दूध और दही का सेवन करने से भी बचना चाहिए।
  • इस महीने में किसी का भूलकर भी अपमान न करें।
  • सावन में मालिश नहीं करनी चाहिए।
  • इस महीने में दाढ़ी बाल नहीं कटवाना चाहिए।
  • सावन में कांसे के बर्तन में भोजन नहीं करना चाहिए।

सावन में क्या नहीं खाना चाहिए (Sawan Me Kya Nahi Khana Chahiye)

  • सावन में कच्चा दूध और उससे बनी चीजें नहीं खानी चाहिए।
  • कढ़ी नहीं खानी चाहिए।
  • लहसुन, प्याज नहीं खाना चाहिए।
  • मांसाहारी भोजन नहीं करना चाहिए।
  • हरि सब्जियां नहीं खानी चाहिए।
  • बैंगन नहीं खाना चाहिए।
  • पानी सुपारी नहीं खानी चाहिए।
  • खट्टी चीजें नहीं खानी चाहिए।

सावन में क्या करना चाहिए (Sawan Me Kya Karna Chahiye)

  • सुबह में सुबह जल्दी उठें और मंदिर को प्रतिदिन साफ करें।
  • रोजाना शिवलिंग पर जल चढ़ाएं।
  • शिवलिंग का जल, दूध, चीनी, घी, दही और शहद से अभिषेक करें।
  • सावन में अगर व्रत रख रहे हैं तो ब्रह्मचर्य का पालन करें।
  • ज्यादा से ज्यादा दान-पुण्य के कार्य करें।
  • गरीबों को भोजन कराएं।
  • शिव जी के मंत्रों का जाप करें।
  • सावन के पूरे महीने शिवलिंग पर बेलपत्र भी जरूर चढ़ाना चाहिए।

क्या सावन में बाल कटवा सकते हैं (Sawan Me Bal Katwa Sakte Hai)

सावन में बाल नहीं कटवाना चाहिए क्योंकि श्रावण मास को उन्‍नति और प्रगति का महीना माना जाता है। इस महीने में मानसून होने की वजह से फसलों का भी विकास अच्छे से हो पाता है। इसलिए श्रावण मास विकास से जुड़ा महीना है। इसलिए ऐसा कहा जाता है कि इस महीने जो भी चीजें प्राकृतकि रूप से उगती हैं, उन्हें काटना नहीं चाहिए। चूंकि बाल भी अपने आप से उगते हैं इसलिए इस महीने में बाल नहीं काटने चाहिए।

क्या सावन में नाखून काट सकते हैं (Sawan Me Nakhun Kat Sakte Hai)

सावन में बाल की तरह ही नाखून काटने की भी मनाही होती हैं। क्योंकि नाखून भी अपने आप ही उगते हैं।

सावन में प्‍याज और लहसुन क्‍यों नहीं खाना चाहिए (Sawan Me Pyaz Lahsun Kyu Nhi Khana Chahiye)

सावन में में प्‍याज और लहसुन न खाने के पीछे धार्मिक मान्‍यता ये है कि जो लोग व्रत रख रहे हैं उन्हें लहसुन-प्याज का सेवन नहीं करना चाहिए। लेकिन इसका एक व्‍यवहारिक कारण भी है। दरअसल लहसुन और प्‍याज मिट्टी के अंदर उगते हैं और सावन के महीने में बारिश की वजह से मिट्टी के ऊपर कीचड़ हो जाती है और जिससे प्याज और लहसुन में बैक्‍टीरिया पनपने लगते हैं। जो इनकी सभी परतों में घुस सकते हैं इसलिए सावन के महीने में इन दोनों चीजों को खाने से बचना चाहिए।

सावन में नॉनवेज खा सकते हैं (Sawan Me Nonveg Kha Sakte Hai)

सावन में नॉनवेज बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए। क्योंकि भगवान शिव जानवरों और जीव-जंतुओं के भी स्‍वामी हैं। ऐसे में अगर आप सावन में मांसाहार खाते हैं तो आपको शिव जी के प्रकोप का सामना करना पड़ सकता है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (spirituality News) और बजट 2024 (Union Budget 2024) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |

लेटेस्ट न्यूज

लवीना शर्मा author

धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले जम्मू-कश्मीर की रहने वाली हूं। पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट हूं। 10 साल से मीडिया में काम कर रही हूं। पत्रकारिता में करि...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited