शाहरुख खान पहुंचे वैष्णो देवी, दिव्य है इस स्थान से जुड़े रहस्य और मान्यताएं, जिसके आगे बड़ी-बड़ी हस्तियां भी झुकाती हैं सिर
Vaishno Devi Katra: वैष्णो देवी मंदिर भारत के सबसे लोकप्रिय और रहस्यमयी मंदिरों में से एक है। ऐसी मान्यता है कि त्रिकुटा पहाड़ियों में मौजूद वैष्णो देवी मंदिर में हर भक्त की मुराद पूरी होती है। हाल ही में शाहरुख खान अपनी फिल्म 'डंकी' के लिए वैष्णो देवी के दर्शन करने के लिए पहुंचे थे।
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Vaishno Devi Katra: देश में धार्मिक जगहों की अपनी खास मान्यताएं हैं। इस लिस्ट में सबसे पहले नंबर पर वैष्णो देवी दरबार आता है। अब वैष्णो देवी के रहस्य और मान्यता से आप सभी वाकिफ होंगे, लेकिन यहां के चमत्कार से तो अब सितारे भी रूबरू हो चुके हैं। खुद शाहरुख खान अपनी हर फिल्म की रिलीज से पहले माता का आशीर्वाद लेने दरबार में पहुंच जाते हैं। जहां पहले उन्हें पठान और जवान की रिलीज से पहले वैष्णो देवी में देखा गया था। वहीं अब एक बार फिर से वो डंकी की रिलीज से पहले मां वैष्णो देवी के दरबार पहुंचे थे।
माता वैष्णो देवी के दरबार को लेकर मान्यता है कि यहां आने वाले हर व्यक्ति की मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं और जिनकी मांगी हुई इच्छाएं पूरी होती हैं, वो फिर से इस जगह पर हाजिरी लगाने आते हैं। यह मंदिर जीतना दिव्य माना जाता है उतना ही इस मंदिर से जुड़े कई रहस्य भी हैं जिनका भेद आजतक भी किसी के भी सामने उजागर नहीं हो पाया है।
किसे कहते हैं भवन?
भवन वो स्थान है, जहां माता ने भैरवनाथ का वध किया गया था। प्राचीन गुफा के सामने भैरों का शरीर मौजूद है। दरअसल, माता ने जब भैरवनाथ का वध किया तब उसका सिर उड़कर 3 किलोमीटर दूर भैरो घाटी पर जा गिरा था और शरीर यही का यही रह गया था। जिस जगह पर सिर गिरा, आज उस जगह को भैरोनाथ के मंदिर के नाम से जानते हैं।
माता की गर्भ गुफा और तीन पिण्डियां
वैष्णों देवी मंदिर एक गुफा में स्थित है। इस गुफा से जुड़ी कहानी यह है कि इसी स्थान पर मां वैष्णों देवी ने भैरो नाथ से 9 महीने छुपकर घोर तपस्या की थी। इस पवित्र गुफा में एक और चमत्कार देखा जाता है, इस गुफा से गंगाजल निकलती रहती है। गुफा को गर्भ गुफा के नाम से भी जाना जाता है। इस गुफा में केवल एक ही बार जाय जा सकता है, दोबारा आप इस गुफा में एंट्री नहीं ले सकते। इस गुफा से जुड़ी मान्यता है कि जो महिलाएं इस गुफा में प्रवेश करती हैं उन्हें प्रसव के दौरान कोई समस्या नहीं होती है।
त्रिकुटा की पहाड़ियों पर मौजूद एक गुफा में माता वैष्णो देवी की स्वयंभू तीन मूर्तियां विराजित हैं। देवी काली (दाएं), सरस्वती (बाएं) और लक्ष्मी (मध्य) में विराजित हैं। इन तीनों पिण्डियों के मिले रूप को ही वैष्णो देवी कहते हैं।
वैष्णो देवी के कपाट खुलने का क्या है समय?मां वैष्णो देवी मंदिर पूरे साल खुला रहता है। देवी स्नान के बाद सुबह आरती के साथ ही 7 बजे मंदिर का द्वार श्रद्धालुओं के लिए खोला जाता है, जो शाम की आरती के साथ शाम 7 बजे बंद हो जाता है। नवरात्रों में यहां चंडीपाठ, रुद्रपाठ, महाविद्या पाठ, कीर्तन-भजन और रात में जागरण का आयोजन किया जाता है।
हवाईजहाज से वैष्णो देवी पहुंचने का रास्ता50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित, जम्मू हवाई अड्डा कटरा के सबसे नजदीक है। जम्मू भारत के प्रमुख हवाई अड्डों से अच्छी तरह से कनेक्टेड है। जम्मू हवाई अड्डे से कटरा के लिए कैब लेना आसान है, क्योंकि यहां से रोजाना टैक्सी और कैब की सेवाएं उपलब्ध हैं।
बस से वैष्णो देवी पहुंचने का रास्ताजम्मू और कश्मीर राज्य सड़क परिवहन निगम की बसें नियमित अंतराल पर जम्मू से कटरा तक चलती हैं। जम्मू से कटरा तक AC प्राइवेट डीलक्स बसें और टैक्सियां भी उपलब्ध हैं।
ट्रेन से वैष्णो देवी पहुंचने का रास्ताकटरा से पास का रेलवे स्टेशन उधमपुर रेलवे स्टेशन है। रेलवे स्टेशन से कटरा तक टैक्सी और कैब सेवाएं उपलब्ध हैं।
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