Shardiya Navratri 2023: शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर से, इस दौरान नवग्रह शांति व सुख समृद्धि के लिए ऐसे करें पूजा

Shardiya Navratri 2023 Date And Time In Hindi: शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर से शुरू हो रही है। इस दौरान मां दुर्गा के साथ-साथ 9 ग्रहों की पूजा का भी विशेष महत्व माना जाता है। जानिए नवरात्रि में किन उपायों को करके आप नवग्रहों को मजबूत कर सकते हैं और अपने जीवन में खुशहाली ला सकते हैं।

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Shardiya Navratri 2023 Date And Time: शारदीय नवरात्रि के उपाय

Shardiya Navratri 2023 Date And Time In Hindi: नवरात्रि में माता दुर्गा के पूजा से सुख समृद्धि के साथ साथ 9 ग्रहों की शांति के लिए या उनकी प्रतिकूलता को अनुकूलता में बदलने के लिए अनुष्ठान किए जाते हैं। माता अपने बच्चों को सामान्य पूजा पर भी आशीर्वाद देती है लेकिन हमारा यह कर्तव्य है कि हम इन नवरात्र के दिनों में उनकी पूजा, आराधना तथा अपने तप जप से उनको प्रसन्न करें। नव ग्रह की अनुकूलता बहुत जरूरी है। एक भी ग्रह की खराब महादशा या उसकी प्रतिकूलता जातक को परेशान कर सकती है। ऐसे में जानिए इस नवरात्रि आप किन उपायों को करके नवग्रह को मजबूत कर सकते हैं और अपने जीवन में सुख-समृद्धि ला सकते हैं।

नवरात्रि में नव ग्रहों को मजबूत करने के उपाय

1-माता की मूर्ति के समक्ष सबसे पहले उनके 32 नामों का जप करें फिर 09 ग्रहों के बीज मंत्र का जप करें।

2-आपकी जन्म कुंडली में जिस ग्रह की महादशा हो व जिसकी अंतर्दशा हो उस ग्रह की निश्चित संख्या में 4 का गुणा कर जप करें या कराएं। उस ग्रह के इष्ट देवता माता दुर्गा के भक्त होते हैं। जैसे किसी की जन्मकुंडली में राहु की प्रतिकूलता हो तो माता दुर्गा से यह बात कहें व बाद में भैरो उपासना भी करे तो बहुत तेज लाभ होगा, इतना लाभ आपको राहु के सीधे जप से नहीं होगा।

3-पूरे नवरात्र में दुर्गासप्तशती का प्रतिदिन पाठ करें।

4-यदि कुंडली में मारकेश हो तो दुर्गासप्तशती के साथ साथ महामृत्युंजय मंत्र का अनुष्ठान कराएं।

5-शनि की साढ़े साती या ढैय्या से प्रभावित लोग माता के शरणागत रहें। प्रतिदिन दुर्गासप्तशती का पाठ करें तथा माता की मूर्ति के सामने अपनी व्यथा कहकर शनि से संबंधित द्रव्यों का दान करें।

6-शरणागत दीनार्त परित्राण परायणे

सर्वस्यार्तिहरे देवि नारायणी नमोस्तुते

ये दुर्गा सप्तशती में सप्तश्लोकी दुर्गा में सन्निहित मंत्र है। यह महामंत्र है।कितने बड़े बड़े ज्योतिषी तथा तांत्रिक मात्र इसी मंत्र को सिद्ध कर लिए हैं। यह शरणागति को दिखाता है। हम जैसे भी हैं, हे माता आपके शरण में हैं। शरणागति ही सर्वश्रेष्ठ भक्ति है। यदि आपके पास समय कम है। केवल इसी मंत्र को कंठस्थ कर लीजिए व सदैव इसका मानसिक जप करते रहिए तो आपके जीवन में कितनी भी बड़ी कठिनाई ही वह अपने आप दूर चली जाएगी।

7-माता दुर्गा के मंदिर में माता का श्रृंगार करवाने से समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।

8-माता के मंदिर में हरिनाम संकीर्तन करवाएं या अखण्ड श्री रामचरितमानस का पाठ करवाएं।

9-भगवतीजागरण कराने की भी प्रथा अब आ गयी है। श्रद्धापूर्वक पूरी रात्रि भगवती जागरण करवाकर सुबह सभी को प्रसाद वितरण करें। ऐसा करने से भी माता आपके मन की मुरादें पूरी करती है।

10-नवरात्र में अपने वजन के बराबर नवग्रह की वस्तुओं का दान करें।

11-नवमी को कन्याओं को भोजन कराकर द्रव्य का दान करें।

12-नवरात्र में प्रतिदिन सुंदरकांड का पाठ करें। चतुर्दिक दीपक जलाएं। उसके बाद हनुमान जी को पान का पत्ता चढ़ाएं। ऐसा करने से समस्त मनोकामना पूर्ण होगी।

13 एकदम सत्य है, नवरात्र के ब्रम्हमुहूर्त में श्री राम रक्षा स्तोत्र का संकल्पित पाठ कर दिया जाय तो शारीरिक कष्ट से मुक्ति मिल जाती है।

शारदीय नवरात्रि 2023 कब से कब तक है

शारदीय नवरात्रि 2023, 15 अक्टूबर से लेकर 24 अक्टूबर तक चलेंगी। जबकि 22 अक्टूबर को अष्टमी तो 23 अक्टूबर को महानवमी मनाई जाएगी। वहीं दुर्गा विसर्जन और नवरात्रि व्रत का पारण 24 अक्टूबर को किया जाएगा।

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सुजीत जी महाराज author

सुजीत जी महाराज ज्योतिष और वास्तु विज्ञान एक्सपर्ट हैं जिन्हें 20 वर्षों का ज्योतिष, तंत्र विज्ञान का अनुभव हासिल हैं। 25000 से ऊपर लेख देश के कई बड़...और देखें

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