Shri Ram Stuti, श्री राम स्तुति: श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं...

Shri Ram Stuti: 'श्री राम स्तुति श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं, नव कंज लोचन कंज मुख कर कंज पद कंजारुणं' (Shree Ram Chandra Kripalu Bhajman) हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti 2023) की पूजा में श्री राम जी की स्तुति जरूर पढ़ें।

श्री राम चंद्र कृपालु लिरिक्स हिंदी में

Shree Ram Stuti Lyrics: भगवान हनुमान श्रीराम (Shree Ram) के सबसे बड़े भक्त माने जाते हैं। इसलिए जो व्यक्ति भगवान राम की भक्ति करता है उसे हनुमान जी (Hanuman Ji) का आशीर्वाद भी सरलता से प्राप्त हो जाता है। धार्मिक मान्यताओं अनुसार भगवान हनुमान की पूजा से पहले श्रीराम की पूजा भी जरूर करनी चाहिए। क्योंकि बजरंगबली (Bajrangbali) भी हमेशा राम जी के नाम का जाप करते रहते थे। ऐसे में श्रीराम की पूजा के बिना इनकी पूजा अधूरी रह जाती है। बजरंगबली की पूजा में श्री राम स्तुति जरूर पढ़ें। यहां देखें इसके हिंदी लिरिक्स।

Shree Ram Stuti Lyrics In Hindi

॥दोहा॥

श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन

हरण भवभय दारुणं ।

नव कंज लोचन कंज मुख

कर कंज पद कंजारुणं ॥१॥

कन्दर्प अगणित अमित छवि

नव नील नीरद सुन्दरं ।

पटपीत मानहुँ तडित रुचि शुचि

नोमि जनक सुतावरं ॥२॥

भजु दीनबन्धु दिनेश दानव

दैत्य वंश निकन्दनं ।

रघुनन्द आनन्द कन्द कोशल

चन्द दशरथ नन्दनं ॥३॥

शिर मुकुट कुंडल तिलक

चारु उदारु अङ्ग विभूषणं ।

आजानु भुज शर चाप धर

संग्राम जित खरदूषणं ॥४॥

इति वदति तुलसीदास शंकर

शेष मुनि मन रंजनं ।

मम् हृदय कंज निवास कुरु

कामादि खलदल गंजनं ॥५॥

मन जाहि राच्यो मिलहि सो

वर सहज सुन्दर सांवरो ।

करुणा निधान सुजान शील

स्नेह जानत रावरो ॥६॥

एहि भांति गौरी असीस सुन सिय

सहित हिय हरषित अली।

तुलसी भवानिहि पूजी पुनि-पुनि

मुदित मन मन्दिर चली ॥७॥

॥सोरठा॥

जानी गौरी अनुकूल सिय

हिय हरषु न जाइ कहि ।

मंजुल मंगल मूल वाम

अङ्ग फरकन लगे।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (spirituality News) और बजट 2024 (Union Budget 2024) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |

End Of Feed