Ganesh Bhagwan Ki Aarti Lyrics: जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा माता जाकी पार्वती पिता महादेवा...यहां देखें भगवान गणेश की आरती के लिरिक्स
Jai Ganesh Deva Aarti (गणेश जी की आरती pdf) Shri Ganesh Ji Ki Aarti, Ganesh Visarjan 2024 Par Ganpati Ji Ki Aarti: आज गणेश विसर्जन का पावन पर्व मनाया जा रहा है। इस दिन श्रद्धालु गणपति भगवान की प्रतिमा का विसर्जन करते हैं और उसके पहले उनकी विधि विधान पूजा करते हैं। लेकिन गणपति विसर्जन करने से पहले गणेश जी की आरती करना बिल्कुल भी न भूलें। यहां देखिए गणेश जी की आरती के लिरिक्स।
Ganesh Ji Ki Aarti Likhi Hui In Hindi
Jai Ganesh Deva Aarti (गणेश जी की आरती pdf) Shri Ganesh Ji Ki Aarti Lyrics: गणेश चतुर्थी पर्व का समापन अनंत चतुर्दशी पर गणेश भगवान की प्रतिमा का विसर्जन करने के साथ होता है। इस साल गणेश विसर्जन (Ganesh Visarjan 2024) का आखिरी दिन 17 सितंबर को है। जिस तरह से गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश का आगमन धूमधाम से किया जाता है ठीक वैसे ही गणेश विसर्जन पर गणपति बप्पा की विदाई भी ढोल नगाड़ों के साथ खुशी-खुशी की जाती है। लेकिन गणपति भगवान की प्रतिमा का विसर्जन करने से पहले उनकी विधि विधान पूजा की जाती है। साथ ही उनकी आरती उतारी जाती है। इसलिए यहां हम आपको गणेश जी की आरती के लिरिक्स बताने जा रहे हैं (Ganesh Ji Ki Aarti Lyrics In Hindi)। जिसे पढ़कर आप गणेश जी की विशेष कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
गणेश जी की आरती pdf (Jai Ganesh Jai Ganesh Deva, Ganesh Ji Ki Aarti Lyrics In Hindi)
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी ।
माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी ॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
पान चढ़े फल चढ़े, और चढ़े मेवा ।
लड्डुअन का भोग लगे, संत करें सेवा ॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया ।
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया ॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
'सूर' श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा ।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी ।
कामना को पूर्ण करो, जाऊं बलिहारी ॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
ganesh ji ki aarti pdf.
सुख करता दुखहर्ता, वार्ता विघ्नाची गणपति जी की आरती (Sukh Karta Dukh Harta Ganesh Ji Ki Aarti Lyrics Hindi)
सुख करता दुखहर्ता, वार्ता विघ्नाची ।
नूर्वी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची ।
सर्वांगी सुन्दर उटी शेंदु राची ।
कंठी झलके माल मुकताफळांची ।
जय देव जय देव..
जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति ।
दर्शनमात्रे मनः, कामना पूर्ति
जय देव जय देव ॥
रत्नखचित फरा तुझ गौरीकुमरा ।
चंदनाची उटी कुमकुम केशरा ।
हीरे जडित मुकुट शोभतो बरा ।
रुन्झुनती नूपुरे चरनी घागरिया ।
जय देव जय देव..
जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति ।
दर्शनमात्रे मनः, कामना पूर्ति
जय देव जय देव ॥
लम्बोदर पीताम्बर फनिवर वंदना ।
सरल सोंड वक्रतुंडा त्रिनयना ।
दास रामाचा वाट पाहे सदना ।
संकटी पावावे निर्वाणी, रक्षावे सुरवर वंदना ।
जय देव जय देव..
जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति ।
दर्शनमात्रे मनः, कामना पूर्ति
जय देव जय देव ॥
गणेश जी के मंत्र (Ganesh Ji Ke Mantra)
श्री गणपति मंत्र | ॐ वक्रतुण्ड़ महाकाय सूर्य कोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरू मे देव, सर्व कार्येषु सर्वदा।। |
श्री गणेश बीज मंत्र | ॐ गं गणपतये नमः |
गणाधीश गजानन दीनदयाल गणपति जी की आरती (Ganadhish Gajanan Deendayal Ganesh Ji Ki Aarti Lyrics Hindi)
गणाधीश गजानन दीनदयाल आरती उतारू तेरी गौरा जी के लाल लिरिक्स आरती
ॐ गणाधीश गजानन दीनदयाल,
आरती उतारू गौरा जी के लाल।। बोलो गणाधीश……
लम्बोदर चतुर्भुज लीला तेरी न्यारी है,
वक्रतुण्ड महाकाय मूसे की सवारी है।।
भक्त जन भर भर लाये लड्डुअन के थाल
आरती उतारू गौरा जी के लाल।। बोलो गणाधीश……..
रिद्धि सिद्धि पत्नी तेरी यश लाभ दो है सुत
तेरी पूजा करने वाला हो जाये पापों से मुक्त।।
बुद्धि के प्रदाता तेरी जय हो ओमकार
आरती उतारू तेरी गौरा जी के लाल।।बोलो गणाधीश…..
ब्रम्हा विष्णु रुद्र से भी पहले पूजा तेरी है
कार्य सिद्ध हेतु तेरी कृपा भी जरूरी है।।
शंख बाजे घंटा बाजे झाँझरो के ताल
आरती उतारू तेरी गौरा जी के लाल ।। बोलो गणाधीश…
माटी से बनाया तुमको माटी तेरी पूजा है
तेरे जैसा एकदन्त और नहीं दूजा है ।
शंकर के दुलारे प्यारे गौरा जी के लाल
आरती उतारू तेरी गौरा जी के लाल। बोलो गणाधीश..
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लवीना शर्मा author
धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले जम्मू-कश्मीर की रहने वाली हूं। पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट हूं। 10 सा...और देखें
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